गांधी को महात्मा की उपाधि गलत मिली, उन्होंने कौन सा तप किया; इस्लाम पर भी बोले IIT बाबा

गांधी को महात्मा की उपाधि गलत मिली, उन्होंने कौन सा तप किया; इस्लाम पर भी बोले IIT बाबा

IIT Baba Abhay Singh in Mahakumbh:प्रयागराज में जारी महाकुंभ के बीच सोशल मीडिया में छाए अभय सिंह उर्फ आईआईटियन बाबा सुर्खियां बटोर रहे हैं। वह लगातार मीडिया से बात कर रहे हैं और हर मुद्दे पर खुलकर विचार प्रकट कर रहे हैं। उन्होंने सनातन और इस्लाम दोनों पर चर्चा की है। उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को मिला गांधी टाइटल पर सवाल उठाया है। उनसे जब इस्लाम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इसे नफरत सिखाने वाला धर्म कहा। साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ समय में सिर्फ सनातन की चलेगी और इस्लाम मिट जाएगा।

आईआईटी बाबा’ अभय सिंह ने एक टीवी इंटरव्यू के दौरान इस्लाम के बारे में बोलते हुए कहा, ” मुसलमानों से मुझे कोई दिक्कत नहीं लेकिन इस्लाम धर्म खराब है। इस्लाम एक गलत विचारधारा है। यह नफरत सिखाता है। बोलता है कि तू शांति में रह। अरे तो तू भी शांति में रह ना।” जब उनसे सनातन धर्म के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा आने वाले समय में सिर्फ सनातन ही रहेगा। हर हर महादेव।”

गांधी की उपाधि पर उठाए सवाल

उन्होंने गांधी को मिली महात्मा की उपाधि को गलत बताया। आईआईटी बाबा अभय सिंह ने कहा, ‘लोगों को अध्यात्म की समझ नहीं थी इसलिए उन्होंने गांधी को महात्मा की उपाधि दे दी। कैसे महान आत्मा हो गए वो। क्या किया उन्होंने? क्या तप किया उन्होंने? क्या सिद्धि थी उनके पास?’

आईआईटियन बाबा का एक न्यूज चैनल से बातचीत का वीडियो चार दिन पहले सामने आया था। उसमें उन्होंने बताया था कि उन्होंने आईआईटी मुम्बई से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है और कनाडा में 36 लाख के पैकेज की नौकरी छोड़ वैरागी दुनिया में आ गए। इंटरव्यू में वह धाराप्रवाह अंग्रेजी बोल रहे थे। देखते ही देखते उनका यह वीडियो तेजी से वायरल हुआ।

हरिया के झज्जर में रहने वाले उनके परिवार वालों को पता चला कि अभय सिंह महाकुंभ में हैं तो मीडिया में उनका बयान भी आया। परिवार वालों ने एक साल से उनका पता न होने का जो बयान दिया था उसे लेकर जब मीडियाकर्मियों ने सवाल पूछा तो आईआईटियन बाबा ने परिवार वालों के प्रति तल्ख टिप्पणी करते हुए माता-पिता के प्रति कठोर शब्दों का भी इस्तेमाल किया।

अभय सिंह उर्फ आईआईटियन बाबा को महाकुम्भ में लाने वाले जूना अखाड़े के बाबा सोमेश्वर पुरी, जो खुद पहले इंडियन एयरफोर्स और बाद में केनरा बैंक में रहे और फिर संन्यासी जीवन में आए, ने बताया कि आईआईटियन बाबा से उनकी मुलाकात काशी में हुई थी। देखा कि वो कहीं अटके हुए हैं। उनमें जिज्ञासा है तो वह उन्हें बड़े गुरुओं के पास ले गए। फिर उनकी जिज्ञासा शांत हुई तो उन्होंने कहा कि वह महाकुंभ में भी आएंगे।

Source – Hindustan

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