श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज जीतने के बाद स्मृति मंधाना ने भरी हुंकार, गेंदबाजों के लिए कही ये बात

श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज जीतने के बाद स्मृति मंधाना ने भरी हुंकार, गेंदबाजों के लिए कही ये बात

मंधाना ने दूसरी बार यह अवॉर्ड अपने नाम किया है। इससे पहले वह 2018 में भी सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर और सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे क्रिकेटर भी रह चुकी हैं।

भारत की स्टार सलामी बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में शनिवार को टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाली गेंदबाजी इकाई की सराहना की. भारतीय टीम ने श्रीलंका (India women vs Sri Lanka T20) को सात विकेट पर 125 रन पर रोकने के बाद पांच विकेट की जीत के साथ तीन मैचों की सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली.

श्रीलंका की टीम एक समय  14 ओवर में बिना किसी नुकसान के 87 रन पर थी  लेकिन इसके बाद गेंदबाजों ने शानदार वापसी की. मंधाना ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘उन्होंने (गेंदबाजों) ने आज और पिछले मैच में वास्तव में अच्छा काम किया है. पिछले मैच में भी उन्होंने 139 रन के स्कोर का बचाव किया था.

टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम ने कप्तान चामरी अटापट्टू (41 गेंद में 43 रन) और विषमी गुणरत्ने (50 गेंद में 45 रन) की मदद से अच्छी शुरुआत की थी और इस दौरान भारतीय  गेंदबाजों को संघर्ष करना पड़ा था. मंधाना ने कहा, ‘ हमें उन्हें ज्यादा बताने की जरूरत नहीं थी. यह एक गेंदबाजी इकाई के रूप में उन्हें हमारी योजना पर टिके रहना था. हमें यकीन था कि एक या दो विकेट लेने के बाद मैच में हम वापसी करेंगे. हमारे गेंदबाजों ने वास्तव में धैर्य बनाए रखा. हम ने मैदान में कुछ खराब क्षेत्ररक्षण किए लेकिन इस मामले में हम मजबूत वापसी करेंगे.

उप कप्तान मंधाना ने 34 गेंद में 39 रन की पारी खेल टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई. बकौल मंधाना, ‘यह विकेट बल्लेबाजी के लिए आसान नहीं था. मैं और शेफाली वर्मा एक योजना के साथ उतरे थे.  हमें पता था कि किन गेंदबाजों को निशाना बनाना है, हम एक-दूसरे की ताकत और कमजोरियों को जानते हैं.

भारतीय स्टार बैटर स्मृति मंधाना को सभी प्रारूपों में शानदार प्रदर्शन के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) ने साल 2021 की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुना है। उनकी टक्कर इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट, दक्षिण अफ्रीका की लिजेल ली और आयरलैंड की गैबी लुईस से थी। हालांकि, मंधाना ने इस सभी को पीछे छोड़ते हुए अवॉर्ड अपने नाम किया।

मंधाना ने दूसरी बार यह अवॉर्ड अपने नाम किया है। इससे पहले वह 2018 में भी सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर और सर्वश्रेष्ठ महिला वनडे क्रिकेटर भी रह चुकी हैं। मंधाना दो बार यह अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं। इससे पहले झूलन गोस्वामी (2007) ने सिर्फ एक बार यह अवॉर्ड जीता है। वहीं, ओवरऑल मंधाना ऐसा करने वाली दूसरी महिला क्रिकेटर हैं। उनसे पहले ऑस्ट्रेलिया की ऑलराउंडर एलिस पेरी दो बार (2017, 2019) साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर होने का गौरव प्राप्त कर चुकी हैं।

पिछले साल मंधाना का बेहतरीन प्रदर्शन
मंधाना ने पिछले साल शानदार खेल दिखाया। इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के दौरान उन्होंने कई शानदार पारियां खेली थीं। बायें हाथ की 25 साल की इस बैटर ने वर्ष 2021 में 22 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 38.86 की औसत से 855 रन बनाए। साल 2021 में भारत की महिला क्रिकेट टीम कुछ खास नहीं कर पाई, लेकिन स्मृति मंधाना ने इस साल भी कमाल का प्रदर्शन किया।

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू मैदान पर दो अहम पारियां
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू सीरीज में जिसमें टीम इंडिया को टी-20 और वनडे मिलाकर आठ में से सिर्फ दो मैचों में जीत मिली। इन दोनों मैच में मंधाना ने अपने बल्ले से अहम योगदान दिया था। सीरीज के दूसरे वनडे में 158 रन के लक्ष्य का पीछा कर रही टीम इंडिया के लिए मंधाना ने 80 रन की नाबाद पारी खेली।

इंग्लैंड दौरे पर दो बेहतरीन पारियां खेलीं
इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज के आखिरी मैच में मंधाना ने 48 नाबाद रन बनाए थे। मंधाना ने इंग्लैंड के खिलाफ उसके घरेलू मैदान पर खेले गए इकलौते टेस्ट की पहली पारी में 78 रन बनाए थे। इसके बाद वनडे सीरीज के इकलौते मैच, जिसमें टीम इंडिया जीती, उसमें उन्होंने 49 रन की पारी खेली थी। वहीं टी-20 में भी उन्होंने एक अर्धशतक लगाया था और 15 गेंद में 29 रन की तेज पारी भी खेली थी। हालांकि भारत इंग्लैंड के खिलाफ दोनों टी-20 मैच हार गया था।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ किया कमाल 
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी मंधाना शानदार लय में थीं। उन्होंने दूसरे वनडे में 86 रन की बेहतरीन पारी खेली। इसके बाद डे-नाइट टेस्ट में उन्होंने 127 रन की शानदार पारी खेली। हालांकि, यह मैच ड्रॉ हुआ, लेकिन शतकीय पारी के लिए मंधाना को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया।

मंधाना को इन खिलाड़ियों से मिली टक्कर
इस अवॉर्ड के लिए नामित बाकी खिलाड़ियों की बात करें तो टैमी ब्यूमोंट ने साल 2021 में 21 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 48.44 की औसत से 872 रन बनाए। वहीं, दक्षिण अफ्रीका की लिजेल ली ने पिछले साल 19 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 57.6 की औसत से 864 रन बनाए। आयरलैंड की गैबी लुईस ने साल 2021 में 15 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 52 की औसत से 624 रन बनाए। 

सर्वश्रेष्ठ टी-20 क्रिकेटर के लिए भी नामित
मंधाना को आईसीसी ने 2021 की सर्वश्रेष्ठ महिला टी-20 क्रिकेटर के लिए भी नामित किया था, लेकिन यह अवॉर्ड टैमी ब्यूमोंट को गया। मंधाना ने पिछले साल नौ टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 31.87 की औसत और दो अर्धशतकीय पारियों की बदौलत 255 रन बनाए थे। वहीं, ब्यूमोंट ने नौ मैचों में 33.66 की औसत से 303 रन बनाये।

2018 में बेहतरीन रहा मंधाना का प्रदर्शन
साल 2018 में जब मंधाना ने सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर का अवॉर्ड जीता था, तब उन्होंने वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाए थे। तब उन्होंने 66.90 की औसत से 669 रन बनाए थे। वहीं, 2018 में टी-20 में उन्होंने 130.67 के स्ट्राइक रेट से 622 रन बनाए थे। आईसीसी ने साल की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर अवॉर्ड की शुरुआत 2006 में की थी। 2017 में इसका नाम बदलकर रेचेल हेहो फ्लिंट अवॉर्ड कर दिया गया। 

रेचेल इंग्लैंड की पूर्व महिला टेस्ट क्रिकेटर थीं। एलिस पेरी ने नाम बदलने के बाद 2017 में पहली बार यह अवॉर्ड जीता था। इसके बाद 2018 में मंधाना और फिर 2019 में पेरी ने इसे अपने नाम किया। आईसीसी ने 2020 में एलिस पेरी को दशक की सर्वश्रेष्ठ महिला क्रिकेटर चुना था।

 

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