कला को परिभाषित कीजिए।

कला को परिभाषित कीजिए।  

उत्तर— कला की परिभाषाएँ–विभिन्न विद्वानों द्वारा दी गई कला की परिभाषाएँ निम्न हैं—

(1) हर्बर्ट रीड के अनुसार, “आर्ट उन सब वस्तुओं में से है, जिन्हें हम अपनी इन्द्रियों की तृप्ति हेतु प्रयोग करते हैं। सभी कलाओं और कलाकारों का एक ही उद्देश्य है— आनन्द प्राप्त करना और कराना।”
(2) क्रोचे के अनुसार, “कला सहजानुभूति है और उसकी अभिव्यक्ति की कला है । “
(3) श्लेगन के अनुसार, “सभी महान कलाएँ निश्चित रूप से दिव्य तथा पवित्र होती हैं। “
(4) दांते के अनुसार, ‘‘कला प्रकृति का उसी प्रकार अनुसरण करती है, जिस प्रकार शिष्य अपने गुरु का । “
(5) टॉलस्टाय के अनुसार, “कला वह माध्यम है जिसके द्वारा कलाकार अपनी अनुभूत भावना से दूसरे को प्रभावित करता है।”
(6) माइकेल ऐंजलो के अनुसार, “सच्ची कलाकृति को ईश्वरीय पूर्णता की प्रतिकृति कहते हैं। “
(7) टक्वेल के अनुसार, “जिस प्रकार ब्रह्म की आत्मा का व्यक्तिकरण यह सृष्टि है उसी प्रकार कलाकार की आत्मा उसकी कलाकृति से अभिव्यक्ति पाती है। “
(8) रस्किन के अनुसार, “प्रत्येक महान कला को ईश्वरीय कृति के प्रति मानव के आह्लाद की अभिव्यक्ति कहा जा सकता है। अर्थात् ईश्वर की कृति ‘सृष्टि’ को देखकर मानव के हृदय में जो आह्लादपूर्ण अनुभूतियाँ उत्पन्न होती हैं, कला उसी का परिणाम है। “
(9) अरस्तू के अनुसार, “कला प्रकृति है और उसमें कल्पना भी है। “
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