गरीबी के दुश्चक्र का क्या अभिप्राय है ?

गरीबी के दुश्चक्र का क्या अभिप्राय है ?

उत्तर :- गरीबी, गरीबी को जन्म देती है जिसे प्रसिद्ध अर्थशास्त्री रैगनर नम ने गरीबी के दुश्चक्र के रूप में परिभाषित किया है। इनके अनुसार लोग गरीब इसलिए हैं कि उनमें गरीवी है और गरीव इसलिए गरीव होते हैं क्योंकि उन्हें अपनी न्यूनतम आवश्यकताओं को भी पूरा करने के लिए उनकी आय कम होती है। पुनः अगली पीढ़ी में भी स्थिति बनी रहती है और गरीवी का कुचक्र चलता रहता है।

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