अधिगम प्रतिपुष्टि में स्कोर एवं ग्रेड की भूमिका समझाइए।

अधिगम प्रतिपुष्टि में स्कोर एवं ग्रेड की भूमिका समझाइए।

उत्तर— स्कोर (Score) स्कोर मापन की एक इकाई होता है। एक स्कोर मापन की 20 इकाइयों के बराबर माप की एक स्कोर मापन की एक इकाई है। इस शब्द की उत्पत्ति के बारे में ये विश्वास किया जाता है कि ये शब्द प्राचीन नार्वे भाषा के “Skor” शब्द से हुई है, जिसका अर्थ खरोंच या निशान (Notch or Scratch) होता है। प्राचीन काल में इस शब्द का प्रयोग वस्तुओं को समय पर वापस लेने के लिए किया जाता था। व्यक्ति गणना के लिए एक छड़ी या एक बोर्ड को प्रत्येक 20 इकाई की अन्तिम रकम को जोड़ने की सुविधा के लिए प्रयोग करता था। स्कोर शब्द का प्रयोग राजा जेम्स ने बाइबिल के अनुवाद में कई बार उन चरित्रों के लिए प्रयोग किया, जिन चरित्रों की आयु 60 वर्ष या उससे अधिक थी। शेक्सपीयर ने भी मैकबेथ में थ्रीस्कोर एण्ड टेन (Three score and ten) का प्रयोग 70 वर्ष की आयु वाले लोगों के लिए किया है। इसी प्रकार संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन ने भी “Four score and seven years) शब्द का प्रयोग अपने भाषण में किया था। इस प्रकार स्कोर शब्द का प्रयोग विभिन्न लोगों ने विभिन्न शब्दों के साथ जोड़कर किया है। प्रत्येक बार इसका प्रयोग संख्यात्मक रूप को प्रदर्शित करने हेतु किया गया।

आंकलन एवं मूल्यांकन के सन्दर्भ में स्कोर का प्रयोग छात्रों की क्रियाओं एवं प्रदर्शन को संख्यात्मक रूप में प्रदर्शित करने के लिए किया जाता है। प्रदर्शन के लिए शिक्षक द्वारा पूर्व में ही कुछ अंक निर्धारित होते हैं जिन्हें छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर ये अंक प्रदान किए जाते हैं इन प्राप्त अंकों को ही स्कोर कहते हैं।
ग्रेड्स (Grades)—प्रशिक्षकों द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम की समाप्ति पर प्रत्येक छात्र की उपलब्धि के स्तर को व्यक्त करने के उद्देश्य से उन्हें ग्रेड प्रदान किए जाते हैं। ये ग्रेड छात्रों, अन्य संकायों, विश्वविद्यालय प्रशासकों एवं सम्भावित नियोक्ताओं द्वारा विभिन्न समयों पर प्रदान किया जाता है। इससे भीड़ के मध्य में से उच्च ग्रेड के छात्रों को अलग करने में सरलता रहती है। जब तक प्रशिक्षक सामान्य रूप से स्वीकार नीतियों एवं प्रथाओं को ग्रेड प्रदान करने के लिए अपनाएगा तब तक सम्भव है कि प्रशिक्षक को गलत सूचनाएँ प्रदान कर दी जाए एवं मूल लक्ष्य से भटकाव हो जाए इसलिए आवश्यक है कि ग्रेडिंग की नीतियों एवं प्रथाओं को सावधानीपूर्वक तैयार किया जाए एवं समय-समय पर समीक्षा की जाए।
ग्रेड्स प्रदान करने के उद्देश्य (Objectives of Providing Grades)– शिक्षक को ग्रेड्स प्रदान करने के उद्देश्यों के बारे में छात्रों से स्पष्ट रूप से चर्चा करनी चाहिए। इसके निम्नलिखित लाभ होते हैं—
(1) ग्रेड उपलब्धि का उद्देश्य क्या होता है ? तथा इसका निर्धारण किस प्रकार से होता है ? इससे छात्र अपने दायित्वों को समझते हैं और उच्च ग्रेडिंग प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित होते हैं।
(2) अन्य छात्रों से तुलना करके छात्रों के अधिगम प्राप्त करने के स्तर का पता लगाना तथा उसी के अनुरूप उन्हें अनुदेशन प्रदान करना ।
(3) ग्रेडिंग या ग्रेड के मानकों की तुलना एक निरपेक्ष मानक से करके, ग्रेड के मानकों में सुधार करना।
(4) छात्रों को जो ग्रेडिंग या पृष्ठपोषण प्रदान किया जाता है, छात्र उसे भविष्य में किस प्रकार से प्रयोग करेगा, इस तथ्य का ज्ञान उन्हें प्रदान करना ।
(5) पृष्ठपोषण का उपयोग छात्रों द्वारा परीक्षा में किस प्रकार से किया जाए। इस तथ्य का ज्ञान छात्रों को प्रदान करना
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