अनुशासनात्मक ज्ञान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। अथवा अनुशासनिक ज्ञान से आप क्या समझते हैं ?

अनुशासनात्मक ज्ञान पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। अथवा अनुशासनिक ज्ञान से आप क्या समझते हैं ?

उत्तर- अनुशासनिक ज्ञान की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द ‘disciplus’ से हुई है, जिसका शाब्दिक अर्थ है शिक्षार्थी तथा ‘disciplina’ अर्थात् शिक्षण।
अनुशासनिक ज्ञान, व्यवस्थित ज्ञान के अंगों का वह पुंज है जिसे अधिगम, मानसिक प्रशिक्षण तथा उच्च स्तरीय अध्ययन एवं अनुसंधान हेतु उपयुक्त ढंग से नियमित एवं समूहित कर लिया गया हो।”
अनुशासनिक ज्ञान में सूचनाओं के समूहीकरण का एक निश्चित आधार होता है। प्रत्येक अनुशासनिक ज्ञान की कुछ आधारभूत संकल्पनाएँ होती हैं, जिनकी प्ररिधि में ज्ञान का समूहीकरण किया जाता है, इन आधारभूत संकल्पनाओं से ही किसी अनुशासनिक ज्ञान की संरचना बनती है ।
किसी भी अनुशासनिक ज्ञान में समय के साथ-साथ परिवर्तन आते रहते हैं ।
चूँकि इस प्रकार के ज्ञान में एक से अधिक अवधारणाएँ होती हैं। अतः इनको स्पष्ट करने के लिए अध्यापक प्रायः प्रयोगों या गतिविधियों की मदद लेते हैं, इनके परिणामों को दैनिक जीवन की विषय-वस्तु से अन्तर्सम्बन्धित किया जाता है, इसके अन्तर्गत विद्यार्थी विभिन्न प्रकार के अभ्यास करते हैं जिससे उनमें तर्क शक्ति विकसित होती है ।
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