अयोग्यता/अक्षमता को परिभाषित कीजिए।

अयोग्यता/अक्षमता को परिभाषित कीजिए।

                              अथवा
अक्षमता का अर्थ बताइये ।
                              अथवा
अयोग्यता पद को समझाइये।
उत्तर— अयोग्यता / अक्षमता – अक्षमता या असमर्थता का अभिप्राय बालक के जीवन के किसी विशेष पहलू के विशिष्ट लक्षणों से है जिसके कारण सामान्य से अपसरण की मात्रा उसे सामान्य बालकों से अलग करती हैं तथा उसे उस पक्ष सम्बन्धी सामान्य बालकों जैसी क्रियाओं को करने में बाधित करती है। इस प्रकार के लक्षणों वाले बालकों को.. विशिष्ट बालक कहा जाता है ।
विशिष्टता से अभिप्राय असाधारण से होता है। विशिष्ट वह है जो अलग है, असामान्य है। अक्षमता का सम्बन्ध विचलन की अपेक्षा अभाव से अधिक होता है यद्यपि सभी विशिष्ट बालक अक्षम नहीं होते जैसे प्रतिभाशाली एवं सृजनात्मक बालक, जबकि सभी अशक्त बालक विशिष्ट अवश्य होते हैं। आशक्त बालकों की बधिता उनके दैहिक, मानसिक तथा बौद्धिक पक्षों से सम्बन्धित होती है। उनकी संवेगात्मक या सामाजिक मूल्यों को मानने की अक्षमता का कारण कई बार उनकी बाधिता के मानसिक प्रतिघात ही होते हैं।
असमर्थता विभेदन अधिनियम, 1995 के अनुसार, “किसी व्यक्ति में असमर्थता है यदि उसकी दैहिक या मानसिक बाधिता उसकी दिनचर्या की क्रियाओं की योग्यता को महत्त्वपूर्ण ढंग से दीर्घकालीन नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।”
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