आकांक्षा का अर्थ एवं परिभाषा लिखिए।

आकांक्षा का अर्थ एवं परिभाषा लिखिए। 

                          अथवा
आकांक्षा से क्या आशय है ? उचित परिभाषा दीजिए।
उत्तर– आकांक्षा का अर्थ व्यक्ति के भीतर उच्च आदर्श प्राप्त करने की प्रबल इच्छा होती है जिन्हें प्राप्त करने के लिए वे प्रयत्नशील रहते हैं लेकिन वे प्राप्त नहीं हो पाते हैं और ये इच्छा सिद्धान्त रूप में ही रह जाती है। इस रूप को आकांक्षा कहा जाता है। हम चाहते हैं कि ऐसा हो जाए लेकिन व्यवहार रूप में परिणति नहीं कर पाते।
आकांक्षाएँ वे बलवती इच्छाएँ हैं जिनको प्राप्त करने के लिए व्यक्ति और समाज प्रयत्नशील रहता है।
मनोवैज्ञानिक व शिक्षाशास्त्री मानते हैं कि व्यक्ति व समाज हमेशा श्रेष्ठ से श्रेष्ठ खोजने में और उसे पाने में तत्पर रहता है और यह उसकी प्रकृति है। यह श्रेष्ठता की ओर जाने की प्रकृति जब वैचारिक पृष्ठभूमि या अवस्था पर होती है तथा एक शक्तिशाली इच्छा के रूप में होती है तो उसे आकांक्षा कहते हैं। आकांक्षा का अस्तित्व विकास के लिए अत्यन्त आवश्यक है।
आकांक्षा की परिभाषा – निम्नलिखित है—
सोरेन्सन के अनुसार- “आकांक्षा व्यक्ति के लक्ष्यों का निर्धारण करने वाली प्रेरणा शक्ति है। “
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *