आत्म छवि का निर्माण किस तरह होता है ?

आत्म छवि का निर्माण किस तरह होता है ?

                         अथवा
आप कैसे स्वछवि (आत्म छवि) का विकास करेंगे ।
उत्तर–आत्म छवि का निर्माण—आत्म छवि तीन प्रकार से बनती है—
(1) व्यक्तिगत रूप से अपने आप को देखने से उत्पन्न
(2) दूसरों के द्वारा अलग-अलग देखने के परिणामस्वरूप
(3) अलग-अलग मानते हुए दूसरों को देखने से उत्पन्न किसी भी आत्म छवि निर्माण में ये तीनों प्रकार हो भी सकते हैं और नहीं भी तथा कोई एक प्रकार प्रभावी हो सकता है। स्वयं की छवि के लिए एक और अधिक तकनीकी शब्द आत्म-स्कीमा है जो कि सामाजिक और संज्ञानात्मक मनोवैज्ञानिकों द्वारा प्रयोग में लिया जाता है। व्यक्ति की आत्म छवि सकारात्मक भी हो सकती है तथा नकारात्मक भी हो सकती है। यह व्यक्ति की स्वयं की इच्छा शक्ति आवश्यकता, परिस्थितियों, संस्कार पर निर्भर करता है कि वह अपनी छवि को किस प्रकार निर्मित कर रहा है।
एक शिक्षक का यह कर्त्तव्य है कि वह स्वयं की आत्म छवि या पहचान को तो आदर्श एवं सकारात्मक रूप में बनाए रखे तथा साथ ही छात्रों को भी सकारात्मक एवं आदर्श छवि बनाने के लिए प्रेरित करें, शिक्षित करें। नकारात्मक विचारों वाले छात्रों को सही एवं उपयुक्त मार्ग दर्शन कर उनकी सकारात्मक छवि का निर्माण करने में उनकी सहायता करें क्योंकि शिक्षक छात्र के लिए सर्वज्ञ होता है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *