उत्पाद विभाग ने उड़ाई नीतीश की शराबबंदी धज्जियां, थाने में दारू पार्टी; SHO समेत 3 गिरफ्तार
उत्पाद विभाग ने उड़ाई नीतीश की शराबबंदी धज्जियां, थाने में दारू पार्टी; SHO समेत 3 गिरफ्तार
बिहार में सीएम नीतीश कुमार के आदेश पर पूर्ण शराबबंदी कानून लागू जिसे सफल बनाने की सबसे बड़ी जिम्मेवारी मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग और बिहार पुलिस की है। लेकिन सारण जिले में जो कांड किया गया है उससे पूरा विभाग शर्मसार हो गया है। उत्पाद विभाग के पदाधिकारी और सिपाही ही शराबबंदी कानून की धज्जिांया उड़ाई गई। मामला मशरक थाना इलाके का है जहां एक्साइज थाने में दारू पार्टी की गयी। इस मामले में तीन पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किया गया है जिसमें थानाध्यक्ष, एक दारोगा और एक सिपाही शामिल है। मशरक थाने में तीनों को रखा गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत बिहार में शराब का उत्पादन, भंडारण, लाना-ले जाना, बेचना, खरीदना, पीना या पिलाना सब गैरकानून है। नीतीश कुमार की पहल पर 2016 में इसे लागू किया गया। बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग अब तक लाखों लीटर शराब जब्त कर चुकी हैं। लाखों लोगों पर केस हुए और हजारों गाड़ियां जब्त हैं। छपरा में जिनके उपर शराब पीने वालों को पकड़ने की जिम्मेवारी थी वे लोग ही शराब के नशे में टल्ली पकड़े गए।
जानकारी के मुताबिक छपरा के मशरक उत्पाद थाने में शराब पार्टी की गुप्त सूचना सारण एसपी कुमार आशीष को मिल गई। उन्हें जांच और कार्रवाई के लिए टीम बनाई। सारण एसपी के निर्देश पर बुधवार के रात्रि 11 बजे मशरक डीएसपी अमरनाथ के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारी मशरक चंदेश्वर मोड़ के पास एन एच 227 ए मुख्य मार्ग पर अवस्थित उत्पाद थाना पर पहुंचे । जहां उत्पाद थानाध्यक्ष सुनील कुमार , पुअनि कुंदन कुमार एवं आरक्षी संतोष कुमार को शराब पार्टी करते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। छापेमारी दल में डीएसपी के साथ मशरक इंस्पेक्टर अशोक कुमार , मशरक थानाध्यक्ष राजेश कुमार , अपर थानाध्यक्ष अशोक कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मी थे। देर रात सभी तीनों को गिरफ्तार कर सारण एसपी को सूचित कर मशरक थाना में प्राथमिकी कराई गई। उन्हें मशरक थाने पर लाया गया है और पूछताछ की जा रही है। एसपी कुमार आशीष ने इस घटना की पुष्टि की है।
बताते चलें की छपरा में पुलिस वालों की यह आपराधिक लापरवाही तब सामने आई जब मिलावटी शराब पीने से छपरा में मौत की कई घटनाएं हो चुकी हैं। दर्जनों की संख्या में शराब पीकर जान गंवा चुके हैं। इनमें कई सफेदपोशों को भी जेल भेजा गया। लेकिन उत्पाद विभाग के अधिकारी ही शराबी निकले।
Source – Hindustan