जेण्डर समानता तथा शिक्षा के उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।

जेण्डर समानता तथा शिक्षा के उद्देश्यों की व्याख्या कीजिए।

उत्तर – जेण्डर समानता व शिक्षा के उद्देश्य-जेण्डर समानता को ध्यान में रखते हुए शिक्षा योजना तैयार की जाए। शिक्षा के निम्नलिखित उद्देश्य जेण्डर समानता लाने में सहायक सिद्ध हो सकते हैं–
( 1 ) प्रजातांत्रिक मूल्यों का विकास- सामाजिक न्याय व समानता प्रजातंत्र के आधारभूत मूल्य हैं। अतः यदि छात्रों में इन मूल्यों का विकास होता है तो जेण्डर समानता का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
(2) व्यक्तित्व का विकास–शिक्षा का उद्देश्य है—सभी नागरिकों के व्यक्तित्व का विकास हो । अतः महिलाओं के व्यक्तित्व का भी विकास हो, ताकि वे अपनी योग्यता अनुसार आगे बढ़ सकें।
( 3 ) आधुनिकीकरण- जेण्डर समानता लाने के लिए महिलाओं के प्रति समाज की रूढ़िवादी सोच को बदलने की आवश्यकता है। वे लड़कियों को बोझ न समझें। राष्ट्रीय विकास में महिलाओं की भागीदारी हो, ऐसा तभी सम्भव है, जब आधुनिकीकरण को शिक्षा का उद्देश्य माना जाए।
(4) महिला सशक्तिकरण —महिलाओं को सशक्त बनाना शिक्षा का मुख्य उद्देश्य होना चाहिए। सशक्त महिलाएँ स्वयं में ही जेण्डर भेद को समाप्त कर लेंगी तथा उन क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा प्रदर्शित कर पाएँगी, जिनमें पुरुषों को अनुकूल समझा जाता है।
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