झारखंड लोक सेवा आयोग – तृतीय झारखण्ड संयुक्त प्रतियोगिता प्रारम्भिक परीक्षा – 2008

झारखंड लोक सेवा आयोग – तृतीय झारखण्ड संयुक्त प्रतियोगिता प्रारम्भिक परीक्षा – 2008

1. निम्नलिखित ऋग्वैदिक देवताओं में से किसे अक्सर ‘अतिथि’ की उपाधि देकर संबोधित किया जाता था ?

(1) इन्द्र
(2) वरूण
(3) अग्नि
(4) सोम
2. स्तूप से सम्बन्धित सही है –
(1) महापरिनिर्वाण
(2) धर्मचक्र
(3) सांड
(4) महाभिनिष्क्रमण
3. जातक से सम्बन्धित वर्णन सही है –
(1) बुद्ध के निर्वाण
(2) बुद्ध के जन्म
(3) बुद्ध के पूर्व जन्म की कथन
(4) धर्मचक्रप्रवर्तन
4. शक् सम्वत् कब से माना जाता है ?
(1) 57 बी.सी.
(2) 78 ए.डी.
(3) 248 बी.सी.
(4) 319 ए.डी.
5. निम्न में किसे रानी अभिलेख कहा जाता है ?
(1) पाँचवाँ वृहत् स्तम्भ लेख
(2) तीसरा लघु स्तम्भ लेख
(3) पहला लघु स्तम्भ लेख
(4) दूसरा वृहद् स्तम्भ लेख
6. वह कौन-सा गहड़वाल राजा था, जिसने एक नये प्रकार का कर ‘तुरुष्क दंड’ लगाया ?
(1) जयचन्द्र
(2) गोविन्द चन्द्र
(3) चन्द्रदेव
(4) विजय चंद्र
7. किस सल्तनत शासक ने सीमा विस्तार की नीति नहीं अपनाई ?
(1) इल्तुतमिश
(2) बलबन
(3) गयासुद्दीन तुगलक
(4) फिरोजशाह तुगलक
8. दशमलव प्रणाली के आधार पर सेना का गठन किया था
(1) मोहम्मद बिन तुगलक ने
(2) अलाउद्दीन खिलजी ने
(3) अकबर ने
(4) बलवन ने
9. जहाँगीर ने किस कलाकार को ‘नादिरुज्जमा’ की उपाधि प्रदान की ?
(1) मंसूर
(2) दौलत
(3) अबुल हसन
(4) बिशन दास
10. किसने कहा कि __ “हमें जर्जर वृक्ष के तने पर प्रहार करना चाहिए, शाखाएँ तो स्वतः गिर जायेंगी…….. इसलिए मराठा ध्वज कृष्णा से सिंधु तक लहराना चाहिए”।
(1) शिवाजी
(2) बालाजी विश्वनाथ
(3) बालाजी बाजीराव
(4) बाजीराव प्रथम
11. सर्वप्रथम भारत में व्यापारिक सम्बन्ध रखने वाला यूरोपीय था
(1) डच
(2) पुर्तगाली
(3) फ्रांसीसी
(4) अंग्रेज
12. कौन-सी वस्तु का उत्पादन अंग्रेजी काल में नहीं होता था ?
(1) चाय
(2) अफीम
(3) कॉफी
(4) शोरा
13. कांग्रेस की स्थापना की थी –
(1) ए.ओ.ह्यूम ने
(2) डब्ल्यू.सी. बनर्जी ने
(3) एस. एन. बनर्जी ने
(4) फिरोज शाह मेहता ने
14. गाँधीजी ने दाण्डी समुद्र तट पर नमक कानून का उल्लंघन किया था
(1) 6 मार्च, 1930 को
(2) 6 अप्रैल, 1930 को
(3) 12 मार्च, 1930 को
(4) 12 अप्रैल, 1930 को
15. हिमालय की श्रेणी में कौन प्राचीनतम है ?
(1) वृहत् हिमालय श्रेणी
(2) निम्न हिमालय
(3) धौलाधर श्रेणी
(4) शिवालिक श्रेणी
16. कौन-सी नदी ‘बंगाल का दुःख’ कहलाती है ?
(1) दामोदर
(2) गण्डक
(3) कोसी
(4) सोन
17. भारत में कौन-सा मृदा प्रारूप लोहे का अतिरेक होने के कारण बंजर होता जा रहा है ?
(1) मरुस्थलीय बालू
(2) जलोढ़
(3) राख (पॉडजोल)
(4) लैटेराइट मिट्टी
18. मासिनराम जो सर्वाधिक वर्षा वाला क्षेत्र है, किस राज्य में अवस्थित है ?
(1) मेघालय
(2) मिजोरम
(3) मणिपुर
(4) सिक्किम
19. भारत में आप्लावी वन (Diluvial Forest) कहाँ पाए जाते हैं ?
(1) अण्डमान
(2) हिमालय के दक्षिणी ढाल
(3) सुन्दरवन
(4) अरावली
20. किसी शुष्क प्रदेश में वृहत सारे जलोढ़ शंकुओं के सम्मिलित होने से बना निरक्षेपण लक्षण कहलाता है
(i) पेडिमेट
(2) बॉल्सोन
(3) अपवहन द्रोणी
(4) बाजादा
21. निम्नलिखित बाँधों में एक सिंचाई के लिए नहीं है?
(1) भवानी सागर
(2) शिव समुद्रम्
(3) कृष्णराज सागर
(4) भाखड़ा नांगल
22. भारत में मृदा अपक्षय की समस्या सम्बंधित हैं
(a) वनोन्मूलन से
(b) अतिशय वर्षा से
(c) अतिचारण से
कूट:
(1) a, b एवं c
(2) b, c एवं d
(3) a, c एवं d
(4) b एवं c
23. भारत का प्रथम उर्वरक संयंत्र कहाँ लगा था ?
(1) सिंदरी
(2) करनपुरा
(3) कोडरमा
(4) पलामू
24. पृथ्वी तल की आयु लगभग कितनी पुरानी मानी जाती है ?
(1) 300 बिलियन वर्ष
(2) 4.6 बिलियन वर्ष
(3) 150 बिलियन वर्ष
(4) 100 बिलियन वर्ष
25. सूर्यग्रहण में होता है
(1) सूर्य और पृथ्वी के बीच चन्द्रमा
(2) पृथ्वी और चन्द्रमा के बीच सूर्य
(3) तीनों समकोण बनाते हैं
(4) तीनों सीधी रेखा में होते हैं
26. विली – विली है
(1) मानसूनी हवा
(2) ऑस्ट्रेलिया में चलने वाला उष्ण कटिबन्धीय चक्रवात
(3) जनजाति
(4) ठण्डी धारा
27. अपनति और अभिनति सम्बन्धित हैं
(1) मोड
(2) भ्रंश
(3) परिघटन
(4) मेगापोलियन कास्ट
28. पर्थ से लन्दन तक लघुतम वायुमार्ग है
(1) पर्थ, मुम्बई, रोम, लन्दन
(2) पर्थ, अंकारा, पेरिस, लन्दन
(3) पर्थ, अदन, पेरिस, लन्दन
(4) पर्थ, मोम्बासा, रोम, लन्दन
29. बेंगई क्या है ?
(1) पश्चिम एशिया की जनजाति
(2) मध्य एशिया में बहने वाला तूफान
(3) अमेरिका में चलने वाला चक्रवात
(4) व्यापारिक पवन
30. संविधान सभा ने भारतीय संविधान में निम्न में से कौन-सा अनुच्छेद अंतर्राष्ट्रीय शान्ति और सुरक्षा की अभिवृद्धि के लिए समाविष्ट किया ?
(1) अनुच्छेद 51
(2) अनुच्छेद 39
(3) अनुच्छेद 44
(4) अनुच्छेद 265
31. लोक सभा द्वारा पारित धन विधेयक को राज्य सभा को प्राप्त होने के बाद कितने दिनों के भीतर वापस लोक सभा को लौटाना पड़ता है ?
(1) 5 दिन
(2) 11 दिन
(3) 14 दिन
(4) 30 दिन
32. भारत एक संघीय राज्य है, कैसे ?
(1) स्वतन्त्र न्यायपालिक
(2) शक्ति का केन्द्र और राज्यों में वितरण
(3) केन्द्र की अवशिष्ट शक्ति
(4) वित्त आयोग का गठन
33. भारत के संविधान के निम्नलिखित प्रावधानों में से किसमें मंत्रिपरिषद के सामूकि उत्तरदायित्व का सिद्धांत प्रतिष्ठापित है ?
(1) अनुच्छेद 75 (3)
(2) अनुच्छेद 75 (1)
(3) अनुच्छेद 171 (4)
(4) अनुच्छेद 118 (4)
34. यदि भारत का प्रधानमंत्री संसद के उच्च सदन का सदस्य है, तो :
(1) वह अविश्वास प्रस्ताव की स्थिति में अपने पक्ष में वोट नहीं दे सकेगा।
(2) यह निम्नसदन में बजट पर नहीं बोल सकेगा।
(3) यह केवल उच्च सदन में ही, वक्तव्य दे सकेगा।
(4) वह प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने के बाद 6 मास के अन्दर निम्न सदन का सदस्य बनेगा।
35. केन्द्र राज्य सम्बन्ध में राज्यों की स्थिति नगरपालिका की तरह होती है –
(1) एकल नागरिकता
(2) केन्द्र एवं राज्यों की शक्तियों का वितरण
(3) स्वतंत्र न्यायपालिका
(4) वित्तीय रूप से राज्य को केन्द्र पर निर्भरता
36. निम्नलिखित में से कौन-सा/से प्रावधान भारत के संविधान के अनुच्छेद 249 द्वारा प्रदत्त हैं ?
(a) विधान की अवशिष्ट शक्तियाँ।
(b) राज्य सूची के विषय के सम्बन्ध में, राष्ट्रीय हित में, विधि बनाने की संसद की शक्तियाँ |
(c) अंतर्राष्ट्रीय करारों को प्रभावी करने के लिए विधान |
> नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए:
(1) केवल a
(2) a और b
(3) b और c
(4) केवल b
37. डाक द्वारा मतदान को कहते हैं
(1) बहु मतदान
(2) गुप्त मतदान
(3) भारित मतदान
(4) परोक्ष मतदान
38. पाँचवीं पंचवर्षीय योजना के दो मुख्य उद्देश्यों में एक गरीबी निवारण था, दूसरा मुख्य उद्देश्य क्या था?
(1) आत्मनिर्भरता की प्राप्ति
(2) कृषि विकास की उच्च दर की प्राप्ति
(3) विकास के लाभों का समान वितरण
(4) आय व सम्पत्ति का समान वितरण
39. रोजगार गारंटी योजना सबसे पहले लागू की गई थी-
(1) उड़ीसा में
(2) महाराष्ट्र में
(3) पंजाब में
(4) उत्तर प्रदेश में
40. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिएभारत में, सार्वजनिक क्षेत्र के विकासेत्तर उद्यम सर्वाधिक है–
(a) आधारिक संरचना के उद्योगों में
(b) उपभोक्ता वस्तुओं के उद्योगों में
(c) बुनियादी उद्योगों में
उपर्युक्त कथनों में से
(1) a, b और c सही हैं।
(2) a और c सही हैं।
(3) a और b सही हैं।
(4) केवल a सही है।
41. किसी वाणिज्यिक बैंक और अबैंकीय वित्तीय संस्था (NBFI) के बीच अन्तर यह है कि –
(1) बैंक अपने ग्राहकों के साथ सीधा व्यवहार करता है, जबकि NBFI बैकों और सरकार से साथ आदान-प्रदान करती है।
(2) बैंक अपने ग्राहकों को पूरी श्रृंखला के साथ वित्त सम्बन्धी अनेक क्रियाकलापों में संलग्न रहता है, जबकि NBFI का मुख्यतः बड़े उद्यमों की आवधिक Long Term ऋण की पूर्ति करता है।
(3) बैंक राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय दोनों ही प्रकार के ग्राहकों से लेन-देन करता है, जबकि NBFI का मुख्यतः विदेशी कम्पनियों के वित्त से होता है।
(4) बैंक के मुख्य सूची केवल व्यापारिक लेन-देन और बचत / निवेश तक सीमित होता है, जबकि NBFI की मुख्य सूची मुद्रा के स्थिरीकरण में होती है।
42. राजस्व के साधनों के निम्नलिखित समूहों में से कौन-सा समूह केवल संघ सरकार से संबंधित है ?
(1) ब्याज कर, उपहार कर, धृति कर
(2) धन कर, भू-राजस्व, चुंगी
(3) आय कर, बिक्री कर, संघ उत्पाद शुल्क
(4) निगम कर सीमा शुल्क
43. निम्नलिखित में से किस कर का आयोजन केन्द्र करता है, किन्तु संग्रह और विनियोजित राज्य करता है?
(1) स्टाम्प शुल्क
(2) यात्री और माल कर
(3) सम्पदा शुल्क
(4) समाचार पत्रों पर कर
44. किसी इलेक्ट्रॉनिक घड़ी में लोलक घड़ी के समतुल्य पुर्जा होता है
(1) ट्रांजिस्टर
(2) क्रिस्टलीय दोलित्र
(3) डायोड
(4) सन्तोलक चक्र
45. तारे का रंग सूचक है
(1) सूर्य की दूरी का
(2) ज्योति का
(3) पृथ्वी से दूरी का
(4) उसके ताप का
46. बादल और वायुमण्डल का तैरना किस कारण होता है?
(1) ताप
(2) दाब
(3) समुद्र से दूरी
(4) श्यानता
47. न्यूनतापमानों के अध्ययन (क्रायोजेनिक्स) का अनुप्रयोग होता है
(1) अन्तरिक्ष यात्रा शल्यकर्म एवं चुम्बकीय प्रोस्थापन में
(2) शल्यकर्म, चुम्बकीय प्रोस्थापन एवं दूरमिति में
(3) अंतरिक्ष यात्रा, शल्य कर्म एवं दूरमिति में
(4) अंतरिक्ष यात्रा, चुम्बकीय प्रोस्थापन एवं दूरमिति में
48. वायु के प्रमुख अवयवों को बहुतायत में सही वृद्धिक्रम है
(1) ऑक्सीजन, नाइट्रोजन, आर्गन
(2) आर्गन, ऑक्सीजन, नाइट्रोजन
(3) नाइट्रोजन, आर्गन, ऑक्सीजन
(4) नाइट्रोजन, ऑक्सीजन, आर्गन
49. मोती के मुख्य अवयव हैं
(1) कैल्सियम कार्बोनेट
(2) एरागोनाइट और कांचियोलिन
(3) अमोनियम सल्फेट और सोडियम कार्बोनेट
(4) कैल्सियम ऑक्साइड और अमोनियम क्लोराइड
50. लोहे में जंग को रोकने के लिए उपयोग किया जाता है
(1) जिंक
(2) मैग्नीशियम
(3) क्लोरीन
(4) ताँबा
51. विश्व में उपयोग में लाई जाने वाली प्रथम धातु थी
(1) ताँबा
(2) सोना
(3) चाँदी
(4) लोहा
52. निम्न में से कौन-सा पायसी कारक है
(1) साबुन
(2) जल
(3) तेल
(4) सोडियम क्लोराइड
53. बोतल का दूध पीने वाले बच्चे की तुलना में माँ का दूध पीने वाले बच्चे में निम्नलिखित में से कौन-से विशिष्ट लक्षण होते हैं ?
(a) वह दीर्घकाय नहीं होगा।
(b) उसमें रोगों की प्रतिरोधक क्षमता अधिक होगी।
(c) उसे विटामिन और प्रोटीन अधिक मिलते हैं।
(d) उसकी लम्बाई में असामान्य वृद्धि होगी।
कूट:
(1) a, b एवं c
(2) a, b एवं d
(3) a, c एवं d
(4) b, c एवं d
54. किस प्राणी के प्लाज्मा में हीमोग्लोबिन का विलय हो जाता है ?
(1) मेंढक
(2) मत्स्य
(3) मानक
(4) केंचुआ
55. किस प्राणी के प्लाज्मा में ब्लड ससपेन्डेड होता अथवा बनाता है ?
(1) मानव
(2) मेंढक
(3) इनसेक्ट
(4) स्यूडोमोनास
56. पक्षी उड़ने के समय इधर-उधर करने के समय गिरने लगता है जिसे रोकता है
(1) पंखों को सिकुड़ाकर
(2) पंखों को फैलाकर
(3) पंखों को ऊपर-नीचे कर
(4) हवा के साथ उड़कर
57. मनुष्य के शरीर में रक्त का कौन-सा भाग रोगों का प्रतिरोध करता है ?
(1) आर.बी.सी.
(2) डब्ल्यू.बी.सी.
(3) प्लाज्मा
(4) वसा
58. श्वसनांग से सम्बन्धित बीमारी सही है –
(1) बेरी-बेरी
(2) कोलाइन
(3) अर्थराइटिस
(4) इन्फ्लुएंजा
59. निम्नलिखित प्राणियों में से कौन-सा अपने शरीर में जल का संग्रह कर लेता है ?
(1) मोलॉक
(2) ऊँट
(3) जेब्रा
(4) यूरोमैष्टिम्स
60. यदि खाद्यान्नों को सुरक्षित संग्रह सुनिश्चित करना हो तो कटाई के समय उसका आर्द्रता अंश कितने प्रतिशत से अधिक नहीं होना चाहिए ?
(1) 12%
(2) 16%
(3) 18%
(4) 20%
61. निम्नलिखित में से कौन-सी फसल मृदा को नाइट्रोजन से भरपूर कर देती है ?
(1) आलू
(2) सूरजमुखी
(3) सोरघम
(4) मटर
62. सर्वाधिक दूध देने वाली बकरी है
(1) थारपारकर
(2) मेरीनो
(3) जमनापारी
(4) पश्मीना
63. निम्नलिखित में से कौन कम्प्यूटर की चतुर्थ पीढ़ी की भाषाएँ हैं ?
(1) रेमीस II, फोकस, अल्गोल, पास्कल
(2) प्रोलॉग, लिस्प, नोमाड, ओरेकल
(3) कोबोल, बेसिक, लोगो, पायलट
(4) रेमीस II, फोकस, नोमाड, ओरेकल
64. थुम्बा में विक्रम साराभाई अन्तरिक्ष केन्द्र की स्थापना के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण कारण निम्नलिखित में से कौन था ?
(1) उस स्थान से पूर्व, पश्चिम, और दक्षिण समुद्र निकट है।
(2) वह भारत के ऐसे नगर के निकट है जो भौगोलिक विषुवत् रेखा के निकटतम है।
(3) वह भू-चुम्बकीय विषुवत् रेखा पर स्थित है।
(4) थुम्बा के निकट वाम अन्तरिक्ष विचित्र वायुमण्डलीय परिघटना प्रस्तुत करना ।
65. करेरा अभ्यारण्य है
(1) उत्तर प्रदेश में
(2) मध्य प्रदेश में
(3) राजस्थान में
(4) महाराष्ट्र में
66. न्यून पोषक सांद्रता वाले जलाशय हैं
(1) वेलांचल क्षेत्र में
(2) अल्पपोषी क्षेत्र में
(3) नेरिटांचली क्षेत्र में
(4) नितल क्षेत्र में
67. भारत में प्राकृतिक वनस्पति प्रकार, इनमें से किसके परिवर्तन के साथ बदलता है ?
(a) वर्षा की मात्रा
(b) मृदा प्रकार
(c) वार्षिक माध्यतापक्रम
(d) ऊँचाई
> इन कथनों में से –
(1) 1 तथा 2 सही हैं।
(2) 1, 2 तथा 4 सही हैं।
(3) 2, 3 तथा 4 सही हैं।
(4) 1, 3 तथा 4 सही हैं।
68. पारिस्थितिक अनुक्रमण के चार महत्त्वपूर्ण चरण हैं
(a) आक्रमण
(b) क्षीणता
(c) प्रतिस्पर्धा
(d) स्थानांतरण
प्राथमिक अनुक्रमण के दौरान इन चरणों का सही अनुक्रम होता है
(1) b, a, c, d
(2) a, b, c, d
(3) b, a, d, c
(4) a, b, d, c
69. झारखंड में कुल भूमि का कितना भाग वनों में आच्छादित है ?
(1) 22.4%
(2) 29.74%
(3) 35.2%
(4) 46.4%
70. 9 नवम्बर, 1967 को हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड की स्थापना कहाँ की गई ?
(1) राँची
(2) बोकारो
(3) घटशिला
(4) दुर्गाई
72. ‘स्थलाकृति’ ‘पट्स’ (PATS) कहलाती है –
(1) सपाट चोटी के पठार
(2) बाढ़ की विशेष आकृति
(3) लैटेराइड मिट्टी का क्षेत्र
(4) पहाड़ी क्षेत्र
73. संथाल जनजाति का पर्व नहीं है
(1) सोहर
(2) सकरात
(3) कामा
(4) ब्रह्म
74. झारखण्ड से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्गों में सर्वाधिक लम्बा है ?
(1) राष्ट्रीय राजमार्ग 6
(2) राष्ट्रीय राजमार्ग 23
(3) राष्ट्रीय राजमार्ग 32
(4) राष्ट्रीय राजमार्ग 33
75. रजरप्पा जलप्रपात किस प्रकार के जल प्रपात का उदाहरण है
(1) निक प्वाइंट
(2) क्षिप्रिका
(3) लटकती घाटी
(4) दैत्याकार सोपान
76. राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यतः आधारित है –
(1) कृषि पर
(2) उद्योगों पर
(3) वन पर
(4) खनिजों पर
77. निम्नलिखित में से कौन-कौन से खनिज झारखण्ड में मिलते हैं ?
(a) लौह-अयस्क
(b) अभ्रक
(c) कोयला
(d) पेट्रोलियम
निम्नलिखित में से अपना उत्तर चुनिए
(1) केवल a
(2) a, b व c केवल
(3) a व d केवल
(4) c व d केवल
78. बॉक्साइट से संबंधित है
(1) मुसाबनी
(2) करनपुरा
(3) कोडरमा
(4) पलामू
79. झारखंड भारत का कौन-सा राज्य है ?
(1) 23वाँ
(3) 28वाँ
(2) 27वाँ
(4) 29वाँ
80.462, 420, 380, x, 306 में x का मूल्य है
(1) 352
(2) 342
(3) 332
(4) 322
82. दो- दो दराजों वाली तीन मेजें हैं। एक मेज के दोनों दराजों में एक- एक चाँदी का सिक्का है। दूसरी मेज की दोनों दराजों में एक-एक सोने का सिक्का और तीसरी मेज के दराज में सोने ओर दूसरी दराज में चाँदी का सिक्का है। अगर उसमें से चाँदी के तीन सिक्के निकाल दिए जाएँ तो दराज में से एक सोने के सिक्के होने की संभावना कितनी है ?
(1) 1
(2) 0.5
(3) 0.25
(4) 0.75
84. दिए गए विकल्पों में से वह शब्द ढूंढिए जो निम्नलिखित अक्षरों से नहीं बन सकता है –
SUPERIMPOSABLE
(1) POSSIBLE
(2) RESPOSURE
(3) SPIRE
(4) REPTILE
85. रहीम सीधा बिन्दु A से B तक 5km दूर गया । B से वह बाएँ मुड़कर 6km दूर बिन्दु तक C पहुँचा, वहाँ बाएँ मुड़कर 5km दूर बिन्दु D तक गया, वह फिर बाएँ मुडा और 2km चलकर बिन्दु E पर पहुँचा अब वह प्रारंभिक बिन्दु से कितनी दूर है ?
(1) 3km
(2) 4km
(3)5km
(4)7km
86. क्रमश: L, M, N, O, P, Q, R, S, T अक्षरों के स्थानान्न 1 से 9 तक के पूर्णांक हैं, परन्तु, उसी क्रम में नहीं। P के लिए 4 निर्धारित है, P और T का अन्तर, 5 N और T का अन्तर 3 है, N के लिए निर्धारित पूर्णांक क्या है ?
(1) 7
(2) 5
(3) 6
(4) 4
87. एक मनुष्य स्थितर नाव से पाँच मी. प्रति सेकण्ड की चाल से कूदा और नाव 0. 5 मी. प्रति सेकण्ड की चाल से खिसकी। बताएँ कि नाव का द्रव्यमान मनुष्य के द्रव्यमान का कितना गुणा है ?
(1) 5.5 गुणा
(2) 4.5 गुणा
(3) 2.5 गुणा
(4) 10 गुणा
88. निम्नलिखित में से किस आकृति को उसके किसी एक सीधे किनारे पर घुमाया जाए तो वह एक शंकु बन जाएगी?
(1) समबाहु त्रिभुज
(2) वृत्त का त्रिज्याखण्ड
(3) वृत्त का खण्ड
(4) समकोणीय त्रिभुज
89. दो संख्याएँ 28 : 39 के अनुपात में हैं। यदि उनका लघुत्तम समापवर्त्य 2,814 हो, तो संख्याएँ ज्ञात कीजिए ?
(1) 28, 39
(2) 56, 78
(3) 74, 117
(4) 112, 156
90. किसी घन के पृष्ठ का क्षेत्रफल 216 वर्ग मी. है तो उसका आयतन क्या होगा ?
(1) 100 घन मीटर
(2) 216 घन मीटर
(3) 480 घन मीटर
(4) 512 घन मीटर
91. राम और श्याम किसी कार्य को 60 प्रतिशत करने के लिए 4 दिन लेते हैं। तब राम चला जाता है और श्याम शेष काम को पूरा करने में 8 दिन लगाता है। यदि राम अकेला सारा काम करता है तो उसे कितना समय लगेगा ?
(1) 6 दिन
(2) 8 दिन
(3) 10 दिन
(4) 11 दिन
92. झारखण्ड राज्य में यूरेनियम उत्पादक क्षेत्र है
(1) सिंहभूम
(2) गढ़वा
(3) दुमका
(4) लोहरदग्गा
93. वर्ल्ड बैंक द्वारा चलाया गया शिक्षा का वह अभियान, जो काफी सफल रहा –
(1) सर्व शिक्षा अभियान
(2) बालिका शिक्षा योजना
(3) गोकुल शिक्षा योजना
(4) सर्वधारा शिक्षा योजना
94. नफीसा अली प्रसिद्ध हैं
(1) बाल फिल्म सोसाइटी की अध्यक्ष
(2) सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष
(3) सी.आर.वाई की अध्यक्ष
(4) उपरोक्त में से कोई नहीं
95. किस कम्पनी के साथ टेक्नोलॉजी जुड़ा हुआ है?
(1) सत्यम और विप्रो
(2) विप्रो और इन्फोसिस
(3) ……… और ब्लू स्टार
(4) सत्यम और ब्लू स्टार
96. तैंतीसवें राष्ट्रीय खेल असोम का शुभंकर क्या था?
(1) ड्रैगन
(2) चीता
(3) रोंगमोन
(4) कबूतर
97. फ्रांस में राष्ट्रपति और सरकार के बीच सम्बंधों की जटिलता का क्या कारण है ?
(1) राष्ट्रपति का प्रत्यक्ष चुनाव
(2) शक्तियों का केंद्रीकरण
(3) सरकार का अध्यक्षात्मक व संसदीय प्रणालियों का मिश्रण
(4) सरकार पर नियंत्रण की संसद की अन्य शक्तियाँ
98. निम्नलिखित में से किस आयोग द्वारा राज्यपाल के पद की समाप्ति का सुझाव दिया गया ?
(1) प्रशासनिक सुधार आयोग
(2) सरकारिया आयोग
(3) संविधान समीक्षा आयोग
(4) राजमन्नार आयोग
99. साउथ एशियन कैरम चैम्पियनशिप जीती –
(1) भारत ने
(2) श्रीलंका ने
(3) बांग्लादेश ने
(4) पाकिस्तान ने
100. विश्व बैंक की ‘उदार ऋण प्रदान करने वाली खिड़की’ किसे कहा जाता है
(1) अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC)
(2) अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (IDA)
(3) अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF)
(4) भारत सहायता क्लब

संक्षिप्त उत्तर व्याख्यासहित 

1. (3) ऋग्वैदिक देवताओं में ‘अग्नि’ को अतिथि की उपाधि देकर बुलाया जाता है । अग्नि को ऋग्वेद में दूसरा महत्त्वपूर्ण देवता माना जाता है, जिसका काम मनुष्य तथा देवताओं के मध्य मध्यस्थता की भूमिका निभाना था। इसलिए अग्नि को ‘अतिथि’ की तरह बुलाया जाता है, जिससे देवताओं की आहुतियां दी जाती है। ऋग्वेद के 200 सूक्तों में अग्नि का जिक्र किया गया है।
> इन्द्र ऋग्वेद में इन्द्र का वर्णन सर्वाधिक प्रतापी देवता के रूप में किया गया है।
इन्द्र का ऋग्वेद में 250 सूक्तों में वर्णन किया गया है। इन्हें आर्य युद्ध का नेता ( पुरन्दर) एवं वर्षा का देवता मानते है ।
> वरुण – इन्हें समुद्र का देवता, विश्व के नियामक, ऋतु परिवर्त्तन एवं दिन-रात का कर्ता-धर्ता, आकाश, पृथ्वी एवं सूर्य का निर्माता माना जाता है।
> सोम यह वनस्पति का देवता है।
2. (1) महात्मा बुद्ध अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर कुशीनगर पहुँचे, जहाँ पर 483 ई. पू में 80 वर्ष की उम्र में उनकी मृत्यु हुई, जिसे बौद्ध ग्रंथ में महापरिनिर्वाण की संज्ञा दी गई। मृत्यु के बाद बुद्ध के शरीर के अवशेष को आठ (8) भागों में बाँटकर उस पर आठ स्तूपों का निर्माण करवाया गया। अतः महापरिनिर्वाण का संबंध स्तूप से माना जाता है। ‘धर्मचक्र’ प्रवर्तन, बोध गया से बुद्ध सारनाथ आए, जहाँ पर उन्होंने सर्वप्रथम 5 ब्राह्मण सन्यासियों को अपना प्रथम उपदेश दिया, जिसे बौद्ध साहित्य में ‘ध र्मचक्र प्रवर्तन’ कहा गया। सांसारिक दुःखों से द्रवित होकर, दुःखो से मुक्ति हेतु 29 वर्ष की आयु में सत्य की खोज के लिए ने (सिद्धार्थ) गृह त्याग कर दिया। बुद्ध इस घटना को बौद्ध ग्रंथ में ‘महाभिनिष्क्रमण’ कहा गया है। ‘सांड़’ जैन धर्म के प्रथम तीर्थकर ‘ऋषभदेव’ का प्रतीक चिन्ह माना जाता है।
3. (3) महात्मा बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाओं को ‘जातक’ माना जाता है। जातक कथाओं में के शाक्य वंश में उत्पन्न बुद्ध होने से पूर्व के जन्मों का वृत्तांत है। जातक कथाओं का वर्णन धर्मग्रंथों में गुफा चित्रकला जैसे अंजता गुफा (महाराष्ट्र) आदि में किया गया है। जातक कथाओं का बुद्ध धर्म के प्राथमिक ग्रंथ महापादन तथा अचारियाभुत सुत्त में विस्तृत वर्णन जो बोधिसत्व से संबंधित है। की मृत्यु को निर्वाण या महापरिनिर्वाण कहा गया। (निर्वाण मतलब मोक्ष) । बुद्ध के उपदेशों का बखान करना या संसार में फैलाना ‘धर्मचक्र प्रवर्तन’ कहलाता है।
4 (2) शक् सम्वत् 78 (A.D) में प्रारंभ हुआ। इस संवत् को कुषाणों के महान राजा कनिष्क ने शुरू किया। कुषाण राज्य दक्षिण में सांची तथा पूर्व में मगध तक विस्तृत था कनिष्क ने पुरुषपुर (पेशावर) को अपनी राजधानी बनाया, जबकि इसके राज्य की दूसरी राजधानी मथुरा थी। कनिष्क बौद्ध धर्म की महायन शाखा का अनुयायी था। 57 ई.पू (B.C) मे उज्जैन के शासक विक्रमादित्य ने शकों को हराया तथा इस विजय के उपलक्ष्य में ‘विक्रम संवत्’ का शुभारंभ हुआ। 319 ई. (A.D.) में गुप्त शासक चंद्रगुप्त प्रथम ने अपने राज्यारोहण के स्मारक के रूप में ‘गुप्त संवत्’ चालू किया।
नोट: भारत सरकार शक् संवत् को ग्रिगेरियन कैलेंडर से जोड़कर उपयोग / लागू (संपूर्ण भारत में) करती है। यह भारत सरकार का अधिकारिक कैलेंडर है। शक् संवत् को 22 मार्च, 1957 में भारत सरकार ने अधिकारिक कैलेंडर के रूप में उपयोग करना शुरू किया। जबकि विक्रम संवत् को भारतीय संविधान की प्रस्तावना ‘मे’ उपयोग किया गया है।
5. (2) अशोक के स्तम्भ लेखों में मुख्यतः ब्राह्मी लिपि एवं प्राकृत भाषा का ही प्रयोग किया गया है। तीसरे लघु सतम्भ लेख को जारी करने वाली रानी कारूवाकी थी।
अशोक राजकीय घोषणाओं को स्तंभों पर उत्कीर्ण करवाते थे। जिससे राहगीरों को राष्ट्रीय / राजकीय घोषणाओं और नियमकानून के बारे में पता चल सके। इसलिए इन अभिलेखों को भारत का या विश्व का ‘प्रथम लिखित संविधान’ भी कहा जाता है। कुल सात (7) बृहत् स्तभं लेख तथा पाँच (5) लघु स्तंभ लेख निर्मित / खड़े किये गये थे।
> पाँचवां वृहत् स्तंभ लेख-रामपुरवा (चंपारण, बिहार) दूसरा वृहत् स्तम्भ लेखमेरठ – दिल्ली (यह मूलतः मेरठ में था परन्तु फिरोजशाह तुगलक द्वारा दिल्ली लाया गया ) । पहला लघु स्तम्भ लेखसाँची (रायसेन, मध्य प्रदेश) तीसरा लघुस्तम्भ लेख रूम्मिनदेई (नेपाल की तराई में ) ।
6. (3) चन्द्रदेव ने 1089 ई. के आस-पास गोपाल को हराकर अपना आधिपत्य कन्नौज पर स्थपित कर लिया। चन्द्रदेव ने ही गहड़वाल वंश की स्वतंत्र सत्ता की स्थापना की और ‘तुरुष्क दण्ड’ नामक नया कर लगाया।
7. (2) इल्बरी जाति के गयासुद्दीन बलबन ने सीमा विस्तार की नीति नही अपनाई।
बलबन ही पहला शासक था जिसने राजव के सिद्धांत का प्रतिपादन किया। जिये बरनी ने अभिव्यक्त किया था। उसने राजत्व को ‘नियावत-ए-खुदाई’ अर्थात ईश्वर द्वारा प्रदत्त तथा राजा को ‘जिल्ले-इलाही’ अर्थात् ईश्वर की छाया कहाँ। बलवन ने दिल्ली की सत्ता 1265-1287 ई. तक संभाली तथा इसके बाद गुलाम वंश ( मामूलक वंश) का अंत हुआ।
इल्तुतमिश (1210-1236 ई.) गुलाम वंश का तीसरा शासक था। जिसने कुतुबमीनार बनवाने का कार्य पूरा किया तथा इक्ता व्यवस्था चलायी। गयासुद्दीन तुगलक, तुगलक वंश (1320-1414) का संस्थापक था। इसकी ‘रस्मे मियानी नीति’ (सभी वर्गों के मध्य संतुलन) बहुत प्रसिद्ध हुई। फिरोजशाह तुगलक, तुगलक वंश का सबसे प्रसिद्ध शासक हुआ जिसने मेरठ तथा टोपरा के अशोक स्तम्भों को दिल्ली में स्थापित किया। इसकी मृत्यु 1388 में हुई।
8. (2) सर्वप्रथम अलाउद्दीन खिलजी ने दशमलव प्रणाली के आधार पर सेना को संगठित किया था। एक सुसंगठित सेना अलाउद्दीन की विजय आकांक्षाओं की पूर्ति एवं उसकी निरंकुशता को बनाये रखने के लिए आवश्यक थी। अतः अलाउद्दीन खिलजी ने सेना के पुनर्गठन में विशेष दिलचस्पी ली। उसने सत्ता का केन्द्रीकरण किया तथा सेना को स्थाई बनाया। अलाउद्दीन का शासन दिल्ली सल्तनत पर (1296-1316 ई.) तक रहा। यह खिलजी वंश (1290-1320) का तीसरा शासक था। इसके शासक काल मे ही अमीर खुसरो ने राजस्व सिद्धांत प्रतिपदित किया जो कि धर्म निरपेक्ष माना जाता है।
9. (3) जहाँगीर के समय में अबुल हसन को ‘नादिरुज्जमा’ और उस्ताद मंसूर को ‘नादिर – उर – अस्त्र’ की उपाधियाँ दी गयी। विशनदास इस युग का एक बहुत कुशल चित्रकार था । जहाँगीर के समय के प्रमुख चित्रकारों में उस्ताद मंसूर, विसनदास, फारुखबेग, मनोहर तथा अबुल हसन थे। उस्ताद मंसूर प्रसिद्ध ‘पक्षी विशेषज्ञ’ चित्रकार था। जबकि अबुल हसन को व्यक्ति चित्रों में महारथ हासिल थी जहांगीर का काल मुगल चित्रकला की दृष्टि से स्वर्णकाल कहा जाता है। मुगलकालीन स्थापत्य की मुख्य विशेषता संगमरमर के पत्थरों पर हीरे जवाहरात से की गयी जड़ावत ‘पित्रादुरा’ एंव महलों तथा विलास भवनों में बहते पानी का उपयोग हैं।
10. (4) बाजीराव प्रथम (1720-1740 ई) ने मुगल साम्राज्य के भावी पतन से मराठों के लिए लाभ उठाने का निश्चय किया और शाहू को इन शब्दों में ललकारा अब समय आ गया है कि हम विदेशियों को भारत से निकाल दें और हिंदुओं के लिए अमर कीर्ति प्राप्त कर लें। हमारे पताकाओं में मराठा पताका कृष्णा नदी से अटक तक फहराने लगेगी।
बाजीराव प्रथम ही ऐसा पेशवा था जो अपने जीवन काल मे कभी भी युद्ध नही हारा तथा 40 युद्धों में विजय पायी। शिवाजी (1627-80) ने मराठा साम्राज्य की नींव रखी। बालाजी विश्वनाथ (1713-20) ने ही पेशवा का पद महत्वपूर्ण बनाया इसी के बाद से पेशवा न केवल प्रधानमंत्री रहे बल्कि पेशवा वास्तविक शासन प्रमुख बन गये। बालाजी बाजीराव (1740-61) या नाना साहब बाजीराव प्रथम के भाई थे।
11. (2) सर्वप्रथम भारत से व्यापारिक संबंध रखने वाले यूरोपीय वास्को-डि-गामा (पुर्तगाली नाविक) थे। इन्होंने 7 मई 1498 को भारत के पश्चिमीतट पर स्थित कालीकट बंदरगाह पहुँचकर भारत के नए समुद्री मार्ग की खोज की, उन्होंने यह मार्ग दक्षिण अफ्रिका के ‘केप ऑफ गुड होप’ से लेकर अफ्रिका के पश्चिम से होकर बनाया। उसके भारत आगमन से पुर्तगालियों एंव भारत के मध्य व्यापार क्षेत्र में नए युग का प्रारंभ हुआ। भारत पहुँचने पर वास्को-डि-गामा की एक गुजराती नाविक अब्दुल मनीक ने सहायता की।
12. (2) अंग्रेजी शासन काल में अफीम की खेती को सरकारी बढ़ावा नही दिया गया यद्यपि इसका प्रचलन राजस्थान में बहुत पहले से ही था। अंग्रेजों ने उन्ही चीजों के उत्पादन पर जोर दिया जिनका संबंध उनके विदेशी व्यापार की संवृद्धि से था। अफीम का व्यापार अंग्रेज चीन से करते थे चाय, कॉफी, शोरा, कपास, नील, रेशम तथा अन्य वाणिज्यिक फसलों को अंग्रेजो ने राजस्व और व्यापार की दृष्टि से बढ़ावा दिया तथा परंपरागत भारतीय कृषि का अंत किया।
13. (1) भारतीय कांग्रेस की स्थापना 28 दिसंबर, 1885 को एक ब्रिटिश सिविल सेवक ए ओ ह्यूम के प्रयास से बंबई में की गई। राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अध्यक्ष व्योमेशचन्द्र बनर्जी थे। इस प्रथम अधि वेशन में कुल 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था तथा यह अधिवेशन बंबई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में अयोजित हुआ। अधिकतर नेता वकील और पत्रकार थे। भारतीय कांग्रेस का प्रारंभ मे नाम- ‘भारतीय राष्ट्रीय संघ’ था, दादाभाई नौरोजी के सुझाव पर इसका नाम बदलकर ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ रखा गया। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का मुख्य उद्धेश्य देशहित की दिशा में प्रयत्नशील भारतीयों के बीच परस्पर समन्वय स्थापित कर मित्रता को प्रोत्साहित करना। प्रथम अधिवेशन में कुल 9 प्रस्तावों के द्वारा कांग्रेस ने अपनी मांगे सरकार के सम्मुख रखी।
14. (2) सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान 12 मार्च, 1930 को महात्मा गाँधी ने अपने 78 अनुयायियों के साथ साबरमती आश्रम (अहमदाबाद) से अपना ऐतिहासिक दाण्डी (नौसारी जिला, गुजरात) मार्च प्रारंभ किया।
5 अप्रैल, 1930 को 241 मील (385 किमी.) लम्बी पद यात्रा के बाद दाण्ड़ी पहुँचे और 6 अप्रैल, 1930 को दाण्ड़ी में अवैध रूप से नमक बनाकर नमक कानून तोड़ा। इसके बाद संपूर्ण देश मे यह आंदोलन व्यापक रूप से फैल गया। इस आंदोलन के संदर्भ में गाँधी जी ने कहा था, कि “हमने रोटी मांगी थी, लेकिन पत्थर मिला । “
15. (1) वृहत् हिमालय श्रेणी हिमालय की सबसे प्राचीन श्रेणी है, जिसका विस्तार सिंधु नदी से लेकर ( नंगापर्वत) ब्रह्मपुत्र नदी तक (नामचा वर्वापर्वत) है, इसका संपूर्ण विस्तार 2500 किमी. तक है तथा चौड़ाई 120 से 190 किमी. है। वृहत् हिमालय में अत्यधिक वलन के कारण यह असममित है। हिमालय एक वलित पर्वत है जिसमें तीन श्रेणियाँ है। हिमालय का निर्माण मायोसीन काल से माना जाता है। हिमालय की तीन श्रेणीयों वृहत् हिमालय, मध्य हिमालय (इसी हिमालय की उप श्रृंखला है धौलाधर श्रेणी) तथा निम्न हिमालय लधु हिमालय / शिवालिक श्रेणी’ आदि में बाँटा गया हैं सबसे नवीन हिमालय निम्न हिमालय है।
16. (1) हुगली की सहायक नदी दामोदर बंगाल का शोक कहलाती है। यह नदी झारखण्ड के हजारीबाग पठार से निकलकर बंगाल में 240 किमी तक प्रवाहित होती है। जिसमें अत्यधिक जल संग्रहण के कारण वर्षा ऋतु में 18000 वर्ग किमी. तक तबाही मच जाती है। वृहत् दामोदर घाटी परियोजना के बाद (अमेरिका के टैनिसी घाटी परियोजना से अभिप्रेरित) इस समस्या को काफी हद तक कंट्रोल कर लिया गया है।
गण्डक, कोसी दोनो नेपाल से निकलकर गंगा में मिल जाती हैं जबकि सोन भी गंगा की सहायक नदी है यह नदी मैकाल पर्वत (अमरकंटक के पास से ) से निकलकर उत्तरवत बहती हुई गंगा में छपरा (बिहार) के पास मिल जाती है।
17. (4) लैटेराइट मिट्टी उन क्षेत्रों में पाई जाती हैं जहाँ पर भारी मात्रा में वर्षा होती है। ऐसे क्षेत्र में भारी वर्षा तथा उच्च तापमान के कारण निछालन की प्रक्रिया तीव्र होती है। जिसके कारण मिट्टी का रंग लाल हो जाता है जिससे इसमे पानी सोखने की क्षमता कम हो जाती है और यह मिट्टी उर्वराहीन हो जाती है। अगर अपवहन तंत्र तीव्र हो तो यही मिट्टी लाल पीली मिट्टी में बदल जाती है। यह मिट्टी भारत के उन पर्वतीय सतहों पर पाई जाती है जहाँ वर्षा 200 सेमी. से ज्यादा होती है। जैसे पूर्वी घाट, पश्चिमी घाट आदि ।
मरुस्थलीय बालू शुष्क और वर्षाविहीन क्षेत्रों में पाई जाती है। जलोढ़ मृदा सबसे उपजाऊ होती है यह नदियों द्वारा, लाये गये बाढ़ के कारण पूरे क्षेत्र में बिखरने से प्राप्त होती है।
18. (1) विश्व तथा भारत का सर्वाधिक वर्षा वाला स्थान मासिनराम, मेघालय राज्य (उत्तर-पूर्वी भारत) में अवस्थित है। मासिनराम में प्रतिवर्ष औसत वर्षा 1100 सेमी. से भी ज्यादा होती है जबकि चेरापूंजी में प्रतिदिन औसत वर्षा मासिनराम से ज्यादा होती है। ये दोनो स्थान खासी पहाड़ी पर स्थित है। यहां ज्यादा वर्षा होने के पीछे सबसे महत्वपूर्ण कारण यह है कि यहां पहाड़ियों की संरचना इस प्रकार बनी हुई है कि हवा एक कीपनुमा संरचना के छोटे मुंह वाले से अन्दर घुसकर तथा उस कीप में घूम-घूमकर लगातार वर्षा कराती रहती है यहां वर्षा दक्षिण-पश्चिम मॉनसून से ही ज्यादा होती है। इसलिए पास ही स्थित राजधानी नगर शिलाँग मे अपेक्षाकृत बहुत कम वर्षा होती है।
मिजोरम तथा मणिपुर में भी लगभग 200 सेमी. वर्षा मानसून काल में होती है जबकि सिक्किम में अपेक्षाकृत कम वर्षा होती है।
19. (3) भारत के सुंदर वन (पश्चिम बंगाल का डेल्टा क्षेत्र) में आप्लावी या मैंग्रोव वन पायें जाते हैं। इस प्रकार के वन दलदली मिट्टी में पैदा होने के कारण जल सहन करने की क्षमता अधिक रखते हैं तथा ऐसे वन चूंकि संक्रमण क्षेत्र (समुद्री+नदीय जल) में होने के कारण खारे जल को भी सहन करने में सक्षम होते हैं तथा इन वनों की जैव विविधता बहुत उच्च होती है। इन वनों को ज्वारीय वन, अनूप वन या कच्छ वन भी कहा जाता है ये वन तटवर्ती क्षेत्र को कटाव से तो बचाते ही है बल्कि समुद्री तूफानों या चक्रवातों को विध्वसंक बनने से भी रोकते हैं। सुंदरवन क्षेत्र में भारत के लगभग 50% आप्लावी वन पाये जाते हैं। अन्य स्थान, डेलटाई क्षेत्र जैसे महानदी, कृष्णा, कावेरी, गोदावरी तथा गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रो में भी पाये जाते हैं।
अण्डमान में मुख्यतः सदाहरित वन पाये जाते हैं, हिमालय की दक्षिणी ढाल पर पर्णपाती वन पाए जाते हैं अरावली पर शुष्क पर्णपाती वन पाए जाते हैं।
20. (2) पेडिमेन्ट शुष्क प्रदेशों में जलोढ़ शंकुओं के पाद प्रदेशों में निक्षेपित गोलाश्म क्षेत्र है। बॉलसोनशुष्क प्रदेश में जलोढ़ शंकुओं के मध्य निक्षेपित समस्त क्षेत्र जिसमें पेडिमेंट, बजादा तथा प्लाया (झीलीय क्षेत्र) मिलते हैं।
> पेडीमेन्ट पर्वत पादीय ढालों पर तीव्र अपवहन के कारण होने वाले अपरदन से बचे क्षेत्र को कहते हैं जबकि
> बजादा ऐसी प्रक्रियागत में होने से बनती है। यहां शुष्क अपरदित शंक्वाकार संरचना मिलती है। ऐसे शंकु शुष्क भांवर क्षेत्रों में मिलते हैं।
> वॉलसोन ऐसा मरुस्थलीय वेसिन क्षेत्र होता है। जहाँ जल के बाहर निकलने की जगह नही होती है जो पहाड़ियों से घिरा होता है।
> अपवहन द्रोणी को जल संग्रहण क्षेत्र भी कहते हैं यह ऐसा क्षेत्र होता है जहाँ नदियाँ अपना जल ग्रहण करती है इस क्षेत्र की एक निश्चित ढाल होती है।
21. (2) शिव समुद्रम बाँध का मुख्य उद्देश्य जल विद्युत उत्पादन करना है यह कावेरी नदी पर स्थित एक जल प्रपात है। यह कर्नाटक के मांड्या जिले में स्थित है यहाँ से कावेरी नदी की दो जलधाराएँ गगनचुक्की एवं भारचुक्की जलधाराओं में बँट जाती है। इस जलप्रपात पर एशिया का पहला जलविद्युत पावर स्टेशन बनाया गया (1905 में ) । यह विद्युत सोने की कोलार खानों को दी जाती है।
भवानी सागर बाँध तमिलनाडु के इरोड़ जिले की भवानी नदी पर स्थित विश्व का सबसे बड़ा मिट्टी का बाँध है | कृष्णराज सागर भी कावेरी नदी पर ( मांड्या जिला, कर्नाटक) स्थित बाँध है। भांखड़ा-बाँध हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले में स्थित दो लगातर बाँधों की श्रृंखला है। यह भारत का तीसरा सबसे बड़ा (जल भंडारण क्षमता क्षेत्र में ) जलाशय है पहला इंदिरा सागर (मध्य प्रदेश) तथा दूसरा नागार्जुन सागर ( आंध्र प्रदेश) में हैं।
22. (4) अपक्षय ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी चट्टान का ताप, दाब, जलवायु, वनोन्मूलन, अतिचारण, तथा भीमकाय जीवों की उपस्थिति के कारण चट्टानों का छोटे-छोटे टुकड़ों में टूटना जिसके बाद मृदा का निर्माण होता है मृदा में उर्वरा शक्ति होती है जो पादप समूह को पैदा करने की क्षमता रखती है। अपक्षय में अगर परिवहन जोड़ दिया जाएँ तो यह मृदा अपरदन कहलाता है अतिशय वर्षा के कारण मृदा अपरदन होता है न कि अपक्षय के कारण तथा इसी प्रकार अतिशय कृषि के कारण मृदा उर्वरता नष्ट होती है न कि मृदा अपक्षय के कारण अतिचारण के कारण तथा वनोन्मूलन के कारण मृदा अपक्षय की प्रक्रिया तेज हो जाती है और मृदा में स्थिरता नहीं रहती है। भारत जैसे देश में पशुओं की संख्या विश्व में सबसे ज्यादा है अतः यहाँ अतिचारण से मृदा अपक्षय अधिक होता है।
23. (1) झारखण्ड के धनबाद जिले के सिंदरी नगर में 1951 में सार्वजनिक क्षेत्र के अंतर्गत सिंदरी रासायनिक उर्वरक कारखाने की स्थापना की गई जो भारत सरकार का उर्वरक क्षेत्र में सार्वजनिक क्षेत्र का पहला कारखाना है। इसमें नाइट्रोजन, फॉस्फेट तथा अमोनियम सल्फेट का उत्पादन होता है। करनपुरा में (NTPC) का तापीय विद्युत केन्द्र स्थित है (चतरा जिले में)। पलामू जिले में सीमेंट प्लांट एंव बॉक्साइट का खनन केन्द्र है। कोडरमा में अभ्रक एंव एल्युमीनियम उत्पादन केन्द्र है।
24. (2) कार्बन डेटिंग (C-14) के लिए अर्द्ध आयु 5730 साल है जबकि रेडियो आइसोटोप डेटिंग विधि से प्राचीन अर्द्ध चट्टानों की डेटिंग की जाती है क्योंकि इसकी अर्द्ध आयु बहुत ज्यादा होती है ( 48.6 विलियन साल तक अलग-अलग पदार्थों की अलग-अलग अर्द्ध आयु के कारण आयु गणना जैसे- यूरेनियम, शीशा, ऑर्गन तथा स्ट्रोंटियम आदि) इसलिए पृथ्वीतल की आयु गणना रेडियोमेट्रिक/रेडियम विधि से की जाती है। जिसके अनुसार पृथ्वी की आयु 4.6 विलियन वर्ष मानी जाती है। खगोलीय प्रमाणों के आधार पर पृथ्वी की आयु 4500 करोड़ वर्ष आंकलित की गई जबकि प्राचीन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पृथ्वी की आयु लगभग दो अरब वर्ष है।
25. (1) सूर्य ग्रहण तब होता है जब सूर्य तथा पृथ्वी के बीच चन्द्रमा एक सीध में आ जाता है तो चंद्रमा की छाया पृथ्वी पर पड़ती है और उस भाग में सूर्य नही दिखाई देता है ऐसी स्थिति केवल अमावस्या के दिन ही आ सकती है। ऐसे समय में दीर्घ ज्वार भी आते हैं। जब तीनों समकोण की स्थिति में होते हैं तो लघु ज्वार आते हैं। ऐसी स्थिति सप्तमी के दिन होता है। जब चन्द्रमा तथा सूर्य के बीच पृथ्वी एक सीधी रेखा में होते है तो चंद्रग्रहण पड़ता हैं। ऐसा पूर्णिमा के दिन होता है। सूर्य ग्रहण के समय बड़ी मात्रा में पराबैंगनी किरणें उत्सर्जित होती है। इसलिए नंगी आँखों से सूर्य ग्रहण देखने से मना किया जाता है। पूर्ण सूर्य ग्रहण के समय सूर्य के परिधीय क्षेत्र में हीरक वलय की स्थिति बनती हैं।
26. ( 2 ) विली – विली एक ऑस्ट्रेलियाई शब्द है जिसका मतलब होता है ‘भीषण तूफान’। ऑस्ट्रेलिया में चलने वाला यह उष्ण कटिबंधीय तूफान या चक्रवात ऑस्ट्रेलिया के पश्चिमी तट पर आता हैं।
27. (1) अपनति (Anticline) एंव अभिनति (Syncline) नवीन वलित पर्वत माला में पाए जाते है जो क्रमश: उत्तल एंव अवतल होती है। जो चट्टानों की मोड़ से संबंधित है। क्षैतिज तथा स्पर्श रेखीय बलों के प्रभाव से चट्टानों पर दबाव पड़ता हैं जिससे चट्टानों में वलन की प्रक्रिया होती है। जिससे शिखरों एंव द्रोणियों या गर्तौ का निर्माण होता हैं इस प्रकार बने शिखरों को अपनति एंव गर्यो को अभिनति कहा जाता है।
भ्रंशन की प्रक्रिया किसी चट्टान में स्पर्श रेखीय तनावमूलक बल के कारण होती है यह भी अंतर्जात बल हैं।
28. (2) अगर आपको वायुमार्ग का सही आंकलन करना है तो आप मानचित्र (MAP) देखें। तब आपको मालूम पड़ेगा कि सबसे छोटा वायुमार्ग पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) से लन्दन (इंग्लैण्ड) तक क्या होना चाहिए। पर्थ अंकारा (टर्की)- पेरिस (फ्रांस) – लंदन (यह मार्ग एक सीधी रेखा मे है इसलिए छोटा है।
29. (1) बेंगई पश्चिम एशिया में पाई जाने वाली एक जनजाति है जो अरब प्रायद्वीप पर पाई जाती है।
मध्य एशिया में तूफान, मध्य अंक्षाशीय क्षेत्रों में चलने वाली पछुआ पवनों और ध्रुवीय पूर्वा पवनों के मिलन से बनने वाले वाताग्रजनन के कारण उत्पन्न होते हैं। अमेरिका में चलने वाले चक्रवात हरिकेन कहलाते हैं। तथा वैश्विक पवन तंत्र में दोनों गोलार्थों में 30° 10° अक्षांशों के मध्य चलने वाले, पवन तंत्र को व्यापारिक पवन कहते है प्राचीन काल में इस पवन तंत्र के कारण व्यापार संभव हो सका।
30. (1) भारतीय संविधान के भाग – 4, कि राज्य के नीति निर्देशक तत्त्वों (DPSP) के अंतर्गत आता है। इस भाग में अनुच्छेद 36 से 51 तक आते हैं। अनुच्छेद 51 के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा की अभिवृद्धि को समाहित किया गया है। अनुच्छेद 39 में राज्य द्वारा अनुसरणीय कुछ नीति तत्त्व जैसे स्त्री तथा पुरुष का समान वेतन, संसाधनों का सामूहिक एवं न्यायसंगत बटवारा, जीविका के लिए स्त्री एंव पुरुष के लिए पर्याप्त साधन उपलब्ध कराना आदि आते है। अनुच्छेद-44 नागरिकों के लिए एक समान नागरिक सिविल संहिता तथा अनुच्छेद- 265; विधि के प्राधिकारों के बिना करों का अधिरोपण न किया जाना आदि अनुच्छेद संविधान में विदित हैं।
31 (3) कोई विधेयक धन विधेयक है या नहीं इसका निर्णय या विनिश्चय लोक सभा अध्यक्ष द्वारा किया जाता है। राज्य सभा धन विधेयक को अपने यहां 14 दिन से अधिक नहीं रोक सकती है यदि वह इससे अधिक समय तक रोकती है तो विधेयक को उस रूप में पारित माना जाएगा जिस रूप में लोक सभा में पारित हुआ था।
यदि राज्य सभा 14 दिन के अंदर धन विधेयक से संबंधित कुछ संशोधन की सिफारिश करती है तो लोक सभा द्वारा उसे मानना बाध्यकारी नही है। धन विधेयक पर पूरा अधिकार लोक सभा का है। धन विधेयक संविधान के अनुच्छेद 110 में परिभाषित हैं। इस पर राष्ट्रपति की पूर्व अनुशंसा की जरूरत होती है परन्तु पारित होने के बाद राष्ट्रपति को अनिवार्य रूप से सहमति देनी होती है। इस विधेयक में संयुक्त बैठक का प्रावधान नही हैं।
32. (2) भारत विखण्डनीय राज्यों का अविखण्डनीय संघ है इसलिए भारत को राज्यों का संघ कहा जाता है। जिससे यह सिद्ध होता है कि भारत एक संघीय राज्य है क्योंकि शक्तियों का वितरण केन्द्र और राज्यों के मध्य अनुसूचीयों के रूप में किया गया है। जिसमें केन्द्र को प्रधानता दी गई है। इसलिए अवशिष्ट सूची पर केन्द्र को अधिकार दिया गया है। जबकि एकात्मक स्वतंत्र न्यायपालिका, केन्द्र की अवशिष्ट शक्ति तथा वित्त आयोग का गठन आदि भारतीय संविधान को एकात्मक राज्य की तरफ ले जाते है ।
33. (1) संविधान के अनुच्छेद 75 (3) के अनुसार मंत्रिपरिषद लोक सभा के प्रति सामूहिक रूप से उत्तरदायी होगी। अनुच्छेद 75(1) के अनुसार प्रधानमंत्री की नियुक्ति राष्ट्रपति करेगा तथा अन्य मंत्रियों की नियुक्ति राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री की सलाह पर करेगा।
अनुच्छेद 118 (4) दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में लोक सभा का अध्यक्ष पीठासीन अधिकारी होगा, अगर लोक सभा अध्यक्ष अनुपस्थित है तो राष्ट्रपति 118 (3) के तहत लोकसभा अध्यक्ष तथा राज्य सभा के सभापति (उपराष्ट्रपति) से परामर्श लेकर पीठासीन अधिकारी तथा अन्य नियम तय कर सकेगा। अनुच्छेद 171 विधान परिषदों की संरचना से संबंधित है।
34. (1) भारत की संसद के किसी भी सदन का सदस्य प्रधानमंत्री पद पर नियुक्त किया जा सकता है तथा वह दोनों में से किसी भी सदन की कार्यवाही में भाग ले सकता है लेकिन वह किसी भी विषय पर मतदान उसी सदन में करेगा, जिसका वह सदस्य है। अविश्वास प्रस्ताव केवल निम्न सदन (लोक सभा) में ही लाया जा सकता है।
अविश्वास प्रस्ताव विपक्ष के द्वारा लाया जाता है। जब इसे लोक सभा अध्यक्ष द्वारा स्वीकर किया जाता है, तो इसे सदन की अन्य कार्यवाहियों के ऊपर प्राथमिकता दी जाती है इसको स्वीकार करने के लिए न्यूनतम 50 सदस्यों द्वारा इसकी माँग किये जाने की आवश्यकता है। परन्तु यह प्रस्ताव संवैधानिक नहीं हैं।
35. (4) जिस प्रकार नगरपालिका वित्तीय रूप से राज्य पर निर्भर रहती है उसी प्रकार राज्य, केन्द्र के ऊपर निर्भर रहते है। भारत में केन्द्र राज्य संबंध संघवाद पर आधारित है जो कनाडा के संविधान से लिया गया है (शक्तियां केन्द्र को ज्यादा दी गई है)। भारतीय संविधान में केन्द्र तथा राज्य के मध्य विधायी, प्रशासनिक तथा वित्तीय शक्तियों का विभाजन किया गया है।
एकल स्वतंत्र न्यायपालिका तथा एकल नागरिकता एकात्मक संविधान की पहचान है। भारतीय संविधान वास्तव में संघीय एंव एकात्मक संविधान का मिश्रण हैं।
36. (4) व्याख्या – संविधान के अनुच्छेद 249 में राज्यसूची के विषय के संबंध में राष्ट्रीय हित में विधि बनाने की संसद में शक्ति है। अनु. 248 में अवशिष्ट शक्तियाँ प्रदान की गयी है। अनुच्छेद 253 में अंतर्राष्ट्रीय करारों को प्रभावी बनाने के लिए विधान की शक्ति केन्द्र के पास स्थित है, से संबंधित प्रावधान एकात्मक संविधान की पहचान है।
37. (4) डाक द्वारा जो मतदान किया जाता है उसे परोक्ष/अप्रत्यक्ष मतदान कहा जाता है। मतदान करने की यह सुविधा निर्वाचन आयोग ने दी है जिसके अंतर्गत भारतीय सेना के कर्मचारी एंव अर्द्ध सैनिक बल आते है।
बहु मतदान में प्राथमिकता के आधार पर वोटिंग में रेंकिंग दी जाती है भारत में राष्ट्रपति चुनाव इसी आधार पर होते है । गुप्त मतदान भारत में आम चुनाव इसी आधार पर होते है तथा भारित मतदान गुरुभार पर आधारित होते है जिसमें अल्पसंख्यकों को समानता देने के लिए यह मतदान व्यवस्था अपनाई जाती है भारत में 1909 मार्ले-मिण्टों सुधार में मुसलमानों के लिए यही व्यवस्था (पृथक निर्वाचन प्रणाली) अपनाई गई थी।
38. (1) 1 अप्रैल 1974 को पाँचवी पंचवर्षीय योजना प्रारंभ हुई तथा 31 मार्च, 1979 को समाप्त होनी थी परन्तु यह योजना जनता सरकार द्वारा एक वर्ष पूर्व ही समाप्त कर दी गई थी, इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीबी उन्मूलन तथा आत्मनिर्भरता प्राप्त करना था। इस योजना को योजना आयोग द्वारा बनाया गया था।
39. (2) रोजगार गारंटी योजना सबसे पहले महाराष्ट्र में लागू की गई इसका उद्देश्य आर्थिक दृष्टि से पिछड़े लोगों की सहायता करना। यह योजना माँग आधारित है। जिसमें लाभार्थी की माँग पर 15 दिन के भीतर रोजगार उपलब्ध कराने की व्यवस्था है। रोजगार उपलब्ध न होने पर बेरोजगारी भत्ता भी दिया जाता है। योजना पर व्यय केन्द्र तथा राज्य को 75:25 अनुपात के आधार पर उठाना होगा।
यह योजना NREG अधिनियम 2005 के अंतर्गत 2006 में लागू की गई। 2006 में 200 जिलों में इसे लागू किया गया। वर्तमान में यह समस्त ग्रामीण जिलों (69) में लागू है। यह योजना ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को वर्ष में 100 दिन के अकुशल रोजगार की गांरटी देती है। तथा कम से कम कुल रोजगार का 1/3 महिलाओं के लिए आरक्षित होगा।
40. (2) भारत में मिश्रित अर्थव्यवस्था होने के कारण आजादी के बाद से ही सार्वजनिक क्षेत्रों के विकासेत्तर उद्योग सर्वाधिक आधारिक संरचना के उद्योग तथा बुनियादी उद्योग है क्योंकि अन्य उद्योगों के विकास के लिए इन उद्योगों का पहले विकास होना आवश्यक हैं। भारत सरकार ने द्वितीय पंचवर्षीय योजना (1956-61) से ही सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगों के विकास पर जोर देना शुरु कर दिया परन्तु 1991 में उदारीकरण के बाद भारत में उपभोक्ता वस्तुओं के उद्योग ज्यादा विकसित हुए है। अब स्थिति ये बन गई है ।
41. (2) बैंक अपने ग्रहकों को पूरी श्रृंखला के साथ वित्त संबंधी अनेक क्रिया-कलापों में संलग्न रहता है। जबकि NBFI का मुख्यतः ध्यान बडे उद्यमों की आवधिक Long term ऋण की पूर्ती करना है । बैंक एक ऐसी संस्था (सरकारी/निजी) है, जो ग्राहकों का धन जमा करती है तथा वित्तीय सेवाएँ जैसे बैंक अकाउंट, ऋणें, शेयर ट्रेडिंग खाता तथा म्यूच्युअल फंडस आदि देती है। जबकि NBFI एक ऐसी संस्था है, जो कभी भी ग्राहकों का धन जमा नही करती है परन्तु ज्यादा ब्याज दर (लगभग 26% ) पर ऋण देना तथा अन्य सभी वित्तीय सेवाएँ देना ( अपवाद – बैंक खाता नही होता है) आदि क्रियाएँ करती है। बैंक समाज के हर वर्ग तक पहुँचने में असमर्थ है। इसलिए NBF’S की अवधारणा अपनाई गई।
42. (4) निगम कर तथा सीमा शुल्क ऐसे कर है, जिनसे प्राप्त आय को केंद्र सरकार राज्यों में नहीं बाँटती है। तथा बिक्री करों, राज्य उत्पाद शुल्क या, VAT मनोरंजन कर, भू-राजस्व कर, कृषि आय पर कर आदि पर कर राज्य, केन्द्र को नही देते है। अन्य कर जैसे आयकर, सेवाकर, केन्द्रीय उत्पाद शुल्क आदि पर केन्द्र तथा राज्य आपस में करो का बँटवारा करते हैं।
43. (1) कुछ कर तथा शुल्क केन्द्र द्वारा लगाये जाते हैं किन्तु उनको एकत्रित करने का दायित्व राज्य सरकारों का होता है और राज्य ही इससे एकत्रित राजस्व का उपयोग करते हैं। ऐसे कर है, स्टाम्प शुल्क एवं दवाओं व प्रसाधन सामग्री पर आबकारी कर आदि। यात्री और माल कर, सम्पदा शुल्क तथा समाचार पत्रों पर कर आदि केन्द्र आरोपण व संग्रहण करता है परन्तु राज्यों में वितरित करता है।
44. (2) क्रिस्टलीय दोलित्र, इलेक्ट्रोनिक घड़ी में लोलक घड़ी के समतुल्य पुर्जा है। क्रिस्टलीय दोलित्र एक इलेक्ट्रॉनिक दोलित्र सर्किट होता है। स्पंदित क्रिस्टल जो पीजोइलेक्ट्रिक पदार्थ का बना होता है। इसको यांत्रिकीय अनुनाद की तरह उपयोग करके सटीक आवृत्ति के साथ इलेक्ट्रिक संकेत निर्मित करता है।
ट्रांजिस्टर एक तीन टर्मिनल का बाहरी कनेक्सन सर्किट होता है जो एक सेमीकण्डक्टर डिवाइस होता है इसका उपयोग विधुत शक्ति तथा इलेक्ट्रोनिक सिग्नल को बदलने या बढ़ाने में होता है। डायोड़ दो इलेक्ट्रोड़ ( एनोड़ व केथोड़) का एक विशिष्ट इलेक्ट्रोनिक भाग या अंग होता है अधिकतर डायोड़ सेमीकण्डक्टर पदार्थ जैसे सिलिकन, जर्मेनियम या सेलेनियम के बने होते हैं। संतोलक चक्र घड़ियों की विनियमित डिवाइस होती है।
45. (4) तारे के रंग का सूचक उसका ताप होता है वस्तुतः तारे स्वतः चमकते गैसों के पिण्ड होते हैं जो गुरुत्वाकर्षण बल के कारण एक-दूसरे से बंधे रहते हैं। जो तारा जितना अधिक चमकीला होता है उसका जीवन काल उतना ही कम होता है इसलिए अधिकतर चमकीले तारे लाल रंग के होते हैं यह माना जाता है कि अगर तारे का रंग भूरा (ब्राउन) होता है तो उसके ग्रह मण्डल में कोई न कोई पृथ्वी सदृश्य जीवनदायक ग्रह अवश्य होगा।
46. (4) बादल तथा वायुमण्डल गैस जलवाष्प, धूलकण तथा अन्य हल्के पदार्थों से बने होते हैं बादल तथा वायुमण्डल आकाश में श्यानता के कारण तैरते हुए प्रतीत होते हैं।
ताप, दाब तथा समुद्र से दूरी बादलों या वायुमण्डल की सघनता तथा ऊँचाई व आर्द्रता को प्रभावित करते हैं।
47. (1) क्रायोजेनिक्स विज्ञान की वह शाखा है जिसमें निम्नताप उत्पन्न करने की विधियों का तथा निम्नताप पर पदार्थों के गुणों का अध्ययन किया जाता है निम्नताप प्रायः द्रवित गैसे (जैसे हाइड्रोजन, हीलियम, नाइट्रोजन एंव ऑक्सीजन) के उपयोग द्वारा प्राप्त किया जाता है। अंतरिक्षयान में किसी भारी उपग्रह को दूर तक भेजने के लिए तथा शल्यकर्म एंव चुम्बकीय प्रयोगशाला में किसी अंग या स्थित को प्रयोगिक स्तर पर आंकलित करने में या लम्बे समय तक उपयोगी बनाये रखने के लिए क्रायोजेनिक तकनीकि का उपयोग किया जाता है। इस तकनीकि में तापमान सामान्यत :- 150°C से नीचे रखा जाता है। दुरमिति (Telemetry) एक स्व. संचारित व संचलित प्रक्रिया है। जिसमें मापन तथा डेटा संग्रहण स्वतः ही प्राप्त होता रहता है इसमे विशिष्ट तकनीकि की जरूरत पड़ती है।
48. (4) वायु के संघटन में सर्वाधिक अंश नाइट्रोजन (78.09% ) तथा उसके बाद ऑक्सीजन अंश (20.95%), ऑर्गन (0. 94% ), कार्बन (0.04% ) तथा अन्य गैसें होती है। तथा वायुमण्डल में जलवाष्प भी लगभग 1% (परिवर्तनशील अवस्था में ) होती है।
49. (1) मोती का आवरण मुख्यतया कैल्शियम कार्बोनेट का बना होता है। कैल्शियम कार्बोनेट प्रकृति में चूनापत्थर, संगमरमर, खड़िया आदि रूपों में काफी मात्रा में मिलता है। मोती मुख्यतः सीपी के जीवों द्वारा छोड़ा गया एक तरल पदार्थ होता है। यह बहुमूल्य रत्न होता है। मोती एक कठोर, चमकीला गोलाकार पदार्थ या पिण्ड होता है जिसकी कीमत बहुत होती है।
50. (1) लोहे के ऊपर जस्ते की परत चढ़ाई जाती है। जिसे गैल्वेनाइजेशन (यशदीकरण) कहा जाता है जिससे लोहे का संपर्क ऑक्सीजन से नहीं हो पाता है। और उसमें जंग नही लग पाती है। सिलिकन तत्वों से बना पदार्थ लोहे की जंग को रोकता है।
51. (1) मानव द्वारा पत्थर के बाद सर्वप्रथम अपने जीवन यापन हेतु ताँबे का उपयोग किया गया। सर्वप्रथम इसका उपयोग करीब 5 हजार ई.पू. में किया गया। जिसका उपयोग पाषाणकालीन मानव ने कुल्हाड़ी बनाने, दरेती बनाने इत्यादि में किया। इसके बाद काँसा का उपयोग होने लगा तथा सबसे बाद में सोना एंव चाँदी का उपयोग कीमती चीजों एवं सिक्के बनाने में होने लगा।
52. (1) सबसे बड़े पैमाने पर पायसी कारक के रूप में साबुन में बतौर डिटर्जेंट का प्रयोग किया जाता है। इनकी पायसीकरण की प्रकृति कपड़ों को धोने में सहायता करती है। पायसी कारकों का प्रयोग उद्योगों में अयस्कों के सांद्रण के लिए भी किया जाता हैं। पायसीकरण ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें किसी तरह औषध या घोल को ऐसा रूप देना कि उसमें कुछ पदार्थों के कण तैरते रहें, नीचे न बैठ पायें। सोडियम क्लोराइड (नमक) एक घुलनशील पदार्थ है।
53 (1) माँ का दूध संपूर्ण आहार माना जाता इसमें प्रोटीन पाया जाता है जिसें इम्मूनोग्लोबुलिन A(IGA) कहते हैं जो शिशु के शारीरिक विकास के लिए महत्त्वपूर्ण होता है जबकि बोतल का दूध इस तत्त्व से रहित होता है। मां के दूध में वसा, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, खनिज तथा विटामिन सब का ऐसा मिश्रण होता है जो एक शिशु का हर प्रकार से संतुलित पोषण करे।
54. (4) केंचुआ एनीलिडा समूह का प्राणी है जिसका प्लाज्मा हीमोग्लोबिन में विलयित हो जाता है। केंचुआ को किसान का मित्र भी कहा जाता है क्योंकि यह मिट्टी को उर्वर बना देता है।
55. (2) मेंढक के एनीलिडा में ब्लड ससपेंडेड होता अथवा बनता है। मेंढक एक उभयचर प्राणी है, जो एम्फीबिया समूह से संबंध रखता है।
56. (2) पक्षी उड़ने के समय इधर-उधर करने के कारण गिरने लगता है किन्तु वह अपने पंख फैलाकर संतुलन बना लेता है। जिससे उसका गिरना रुक जाता है। पक्षियों में सामंजस्य होता है जिसके कारण झुण्ड उड़ने पर टकराते नही है और टकराने की स्थिति मे पक्षी एकाएक अपने को बांई ओर मोड़ लेते हैं।
57. (2) मनुष्य की श्वेत रुधिर कोशिकाओं (WBC) में हीमोग्लोबिन नही होता है इसलिए यह रंगहीन होती है तथा इनकी संख्या कम होती है। एक स्वस्थ मनुष्य के रुधिर में इनकी संख्या 6 हजार से 9 हजार प्रति क्यूबिक मिली मीटर तक होती है। परंतु रोग की अवस्था में इनकी संख्या अधिक हो जाती है जिससे श्वेत रक्त कोशिकायें शरीर में उत्पन्न रोगों का प्रतिरोध करती है इसलिए इन्हे मानव शरीर की सेना कहा जाता है। लाल रक्त कोशिकाओं में (RBC) हीमोग्लोबिन होता है जो प्रोटीन तथा अन्य आवश्यक खनिजों का पूरे शरीर में संचरण करता है। तथा ऑक्सीजन को ऊतको / अंगो तक पहुँचाती है WBC को ल्यूकोसाइट्स भी कहते हैं सारी WBC मेरुरज्जू में पाये जाने वाले मल्टीपोटेंट कोशिकाओं (हिमेटोपोइटिक स्टेम सेल्स) से बनाई और प्राप्त की जाती है जो मानव के तंत्रिका तंत्र को सुदृढ़ करती हैं।
वसा शरीर में ऊर्जा का पुनर्संचरण करता है (जब कार्बोहाइड्रेट नही होते हैं) तथा शरीर का तापमान स्थिर बनाये रखने मे भी सहायता करता है। प्लाज्मा, कोशिकाओं के चारों तरफ तरल रूप में उपस्थित रहता है। यह शरीर का ताप तथा दाब स्थिर बनाये रखने में मदद करता है।
58. (4) इनफ्लूएंजा वायरस संक्रमण से होने वाला संक्रामक रोग है इसे फ्लू भी कहते हैं। यह श्वसनांग से संबंधित बीमारी है। इससे सारे शरीर में दर्द के साथ जुकाम भी होता है गले में सूजन, छींक, बैचेनी से भी दर्द होता है। विटामिन B (थायमिन) की कमी के कारण बेरी-बेरी रोग होता है। कोलाइन भी विटामिन की कमी संबंधी रोग है, जो यकृत संबंधी रोग उत्पन्न करता है। अर्थराइटिस कोई एक रोग नही है ये तो सिर्फ ये बताता है कि जोंड़ो मे दर्द तथा रोग है इसके बारे में आज तक सही जानकारी प्राप्त नहीं हुई है।
59. (2) ऊँट के पीठ पर उठा हुआ कूबड़ वसा का संचित भण्डार होता है। जब ऊँट को भोजन या पानी की कमी होती है तो वही वसा विघटित होकर ऊर्जा एंव पानी में बदल जाती है। जिससे ऊँट लगभग बिना पानी भोजन के 15 दिन तक जीवित रह सकते हैं।
60. (1) खाद्य पदार्थों के संरक्षण के लिए उपयुक्त आर्द्रता अंश 12% – 15% के बीच माना गया है। इससे अधिक आर्द्रता होने पर उसमें विभिन्न प्रकार के कीटाणु लगने की संभावना रहती है। क्योंकि 12% आर्द्रता पर श्वसन की क्रिया संतुलित व स्थिर होती है।
61. (4) दलहनी फसलों की जड़ों में अनेक छोटी-छोटी ग्रंथियां होती है, इन ग्रंथियों में वायुमण्डल से मृदा में नाइट्रोजन स्थिर करने वाले जीवाणु राइजोवियम निवास करते हैं जो मृदा में नाइट्रोजन की मात्रा को पूर्ण कर देते हैं। इसलिए लगभग सभी दलहनी फसलों से मृदा में नाइट्रोजन स्थिरीकरण होता है इसलिए कृषि संयोजकता मृदा की उर्वरता में सहायक होता है। ऐसा अन्य फसलों में नहीं होता है।
62. (3) जमनापारी सर्वाधिक दूध देने वाली बकरी की नस्ल है जो उत्तर प्रदेश के इटावा और चम्बल के क्षेत्र में पाई जाती है इस नस्ल की बकरियाँ एक बार में डेढ़ से दो लीटर तक दूध देती है।
थारपारकर बकरी थार क्षेत्र (राजस्थान) में पाई जाती है। मेरीनो एक भेड़ प्रजाति है जिससे सर्वाधिक मात्रा में ऊन प्राप्त होता है, यह ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में पाई जाती है। पश्मीना कश्मीरी बकरी (ऊन+दूध) है।
64. (3) केरल के तिरुवनन्तपुरम् के निकट विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केन्द्र थुम्बा में स्थित है। यहाँ SLV, PSLV तथा GSLV जैसी परियोजनाओं पर कार्य हो रहा है जो उपग्रह रॉकेट प्रक्षेपण निर्माण की इकाई है। इस केन्द्र की स्थापना के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण कारण उसका भू-चुम्बकीय विषुवत रेखा पर स्थित होना है। इस रेखा पर स्थित होने के कारण यहां चुम्बकीय पदार्थ अपनी आधारिक व्यवहारिकता निभाते हैं जिससे किसी रॉकेट प्रक्षेपण के 100% सफल होने के संभावना रहते हैं।
65. (2) भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य के शिवपुरी जिलें में करेरा अभ्यारण्य स्थित है यह अभ्यारण्य 1981 में बनाया गया था यहां पर ग्रेट इंडियन बस्टर्ड संरक्षण क्षेत्र है। यहाँ अन्य पक्षी संरक्षण प्रक्रियाएँ भी होती है जैसे सोन चिरैया, गोल्डन चिड़ियाँ तथा ब्लैकबक तथा यहां प्रवासी पक्षी संरक्षण केन्द्र भी स्थित है। परन्तु तत्कालीन रूप से इस संरक्षण क्षेत्र को खत्म कर दिया गया है क्योंकि पक्षियों का संरक्षण सही से न हो पाने के कारण यहाँ के स्थानीय लोगों ने इसका विरोध किया।
66. (4) सर्वाधिक पोषक तत्वों की प्राप्ति अवरोही क्रम में क्रमश: है- वेलांचली क्षेत्र – अल्पपोषी क्षेत्र – नरीताचली क्षेत्र – नितल क्षेत्र वेलांचली क्षेत्र को संक्रमण क्षेत्र भी कहते हैं क्योंकि यहां महाद्वीपीय एंव महासागरीय तल आपस में मिलते हैं इसलिए यहां पोषक तत्व ज्यादा होते हैं ऐसे क्षेत्र एश्चुअरी, कोरलरीफ तथा जलडमरुमध्य होते हैं जिससे ज्यादा जैव विविधता की उत्पत्ति होती है।
67. (2) मृदा भी वनस्पति की भांति वर्षा एवं तापमान पर निर्भर करती है। यद्यपि ऊँचाई में भी मुख्य कारक तापमान ही होता है। वर्षा अधिक होने पर वनस्पति अधिक सघन, इसलिए उत्तर पूर्वी भारत तथा पश्चिमी घाट में ज्यादा सघन वनस्पति पाई जाती है। पर्वतों की ऊँचाई ज्यादा होने के कारण तापमान तथा वर्षा कम होने से वनस्पति भी कम पाई जाती है। मृदा की उर्वरता ज्यादा वर्षा वाले क्षेत्रों में कम होती है क्योंकि पोषक तत्व बह जाते हैं ।
68. (1) प्राथमिक अनुकरण के समय केवल मॉस व लाइकेन पाया जाता है धीरे-धीरे छोटे-छोटे पौधें या घास उगने लगती है फिर झाड़ियां फिर छोटे पेड़ व घास स्थल तथा अंतिम अवस्था उष्ण कटिबंधीय सघन वन जैसी स्थिति निर्मित होती है इसे ही मेक्सिमा कहा जाता है। यह किसी अनुक्रमण चक्र का जीवन काल है। ( प्रारंभ में चट्टानें नग्न होती है। ) इसलिए सही क्रम होगा।
क्षीणता → आक्रमण प्रतिस्पर्धा → स्थानांतरण
69. (2) झारखण्ड प्रांत के अधिकांश जंगल पठारी क्षेत्रों में उपलब्ध है। सम्पूर्ण झारखण्ड का 29.74% भाग वन से आच्छादित है। इस राज्य का झारखण्ड नामकरण वनों की अधिकता के कारण ही हुआ है झारखण्ड राज्य के अधिकांश वनाच्छादित क्षेत्र दक्षिणी पठारी भागों (छोटानागपुर पठार) में पाए जाते हैं। चूंकि झारखण्ड में संसाधनों की अधि कता ज्यादा है इसलिए खनन क्रियाएं ज्यादा होती है इसलिए जरूरी है कि कम से कम संम्पूर्ण भूमि का 1/3 क्षेत्र वनों से आच्छादित हो जिससे प्रदूषण को संतुलित किया जा सके।
70. (3) 1967 में हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड की स्थापना राज्य के सिंहभूम जिले के ‘घाटशिला’ नामक स्थान पर की गई जहाँ ताँबे की चादरें, तार तथा अन्य कॉपर उत्पाद बनाये जाते हैं। यह एक सार्वजनिक उपक्रम है। इस स्थिति पर उपक्रम लगाने के पीछे कारण यह है कि सिहभूम जिले में कॉपर के अपार भण्डार है (सुर्दा खनन केन्द्र) जो लगभग 19.30 मिलियन टन भण्डारित है। यहां से कॉपर उत्पादन लगभग हर साल 16500 टन प्रतिवर्ष होता है। तथा इस उपक्रम से सह उत्पाद के रूप में सल्फ्यूरिक एसिड, सोना, चाँदी तथा टेलुरियम जैसे उत्पादों का भी उत्पादन होता है। इस उपक्रम का नाम ‘भारतीय कॉपर कॉम्प्लेक्स (ICC)’ है।
72. (1) छोटानागपुर के पठारी भाग के उच्च भाग को पाट प्रदेश कहा जाता है क्योंकि इस भाग की उच्च भूमि शिखर रहित पठारी प्रदेश की भूमि है जिसे स्थानीय भाषा में पाट कहते हैं ।
पाट प्रदेश की स्थलाकृतियाँ कठोर और मृदुल चट्टानी संरचना के लगातार मिलने से नदी द्वारा मृदुल चट्टानों का लगातार अपरदन करने से प्राप्त होती है इसलिए मेसा और बूटी स्थलाकृतियाँ प्राप्त होती है।
73. (3) संथालों का मुख्य पर्व कर्मा (करमा ) है जो सितम्बर और अक्टूबर में मनाया जाता हैं इसके अतिरिक्त अन्य संथाल पर्व है माधे, बांबां बोंगा, सोहरई, इरो, असरिया, सकरात तथा नमह आदि। संथाल जनजाति झारखण्ड के उत्तर-पूर्व क्षेत्र में पाई जाती है। तथा इनका डिसुम सेन्द्रा त्यौहार बार-बार बैसाखी पूर्णिमा पर मनाया जाता है ।
74. (4) झारखण्ड राज्य से गुजरने वाला सबसे बड़ा राष्ट्रीय राजमार्ग 33 है जो झारखण्ड के हजारीबाग, रामगढ़, लोहाघाट जिलों को जोड़ता हुआ आगे बिहार को जोड़ता है। इसकी कुल लम्बाई झारखण्ड में किमी.) है।
झारखण्ड राज्य से गुजरने वाले अन्य राष्ट्रीय राजमार्ग लम्बाई के घटते क्रम में – NH-23, NH-2, NH-75, NH-31, NH-32, तथा NH-6 है।
75. (3) झारखण्ड राज्य के ‘हजारीबाग जिले में ‘रजरप्पा जल प्रपात’ स्थित है। यह एक प्राकृतिक मनोरम दृश्य स्थल है जो भैरवी नदी के 30 मीटर ऊँचाई से दामोदर नदी में गिरने से निर्मित होता है इसलिए इसे लटकती घाटी कहते हैं।
झारखण्ड राज्य में क्वेस्टा स्थलाकृतिक संरचना ज्यादा मिलाती है क्योंकि यहाँ कठोर चट्टानों तथा मृदु चट्टानों का एक अनुक्रम मिलता है इसलिए यहाँ जलप्रपातों की ऊँचाई का क्रम (बढ़ते क्रम में) क्षिप्रिकाएँ → निकपॉइट → दैत्याकार सोपान-लटकती घाटी आदि ।
76. (4) झारखण्ड राज्य में खनिजों के अपार भण्डार है तथा सम्पूर्ण स्थलाकृति लगभग पठारी है तथा खनन कार्य सबसे ज्यादा होता है। यहाँ खनिज जैसे लौह अयस्क, अभ्रक, कोयला, ताँबा, टिन, शीशा, यूरेनियम, मैग्नीशियम, लीथियम, टंगस्टन, चाँदी आदि मिलते हैं। इसलिए राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्यतः खनिज आधारित है। यहाँ भारत का लगभग 40% खनिज पाया जाता है।
77. (2) झारखण्ड राज्य में पेट्रोलियम नहीं मिलता है अन्य खनिज ऊपर के उत्तर में दिये गये हैं वो सब यहाँ मिलते हैं।
78. (4) झारखण्ड के राँची एंव पलामू जिलों के पाट क्षेत्र में बॉक्साइट के अपार भण्डार है। राँची जिले में एल्यूमीनियम धातु का लगभग 50-60% तथा पलामू जिले में 60-65% तक प्राप्त होता है।
कोडरमा में मुख्यतः अभ्रक, करनपुरा (छतरा जिला) में कॉपर, ग्रेफाइट, शीशा व चाँदी तथा मुसावनी (पूर्वी सिंहभूम जिला) में मुख्यतः कॉपर, शीशा व सिल्वर मिलता है।
79. (3) झारखण्ड राज्य का सृजन बिहार को विभाजित करके 15 नवम्बर, 2000 को हुआ। ये भारत का 28वां राज्य है। नवम्बर, 2000 में भारत में तीन राज्यों का पुनर्गठन हुआ। 2016 में भारत में कुल राज्य 29 है।
1 नवम्बर, 2000- छत्तीसगढ़ ( 26वां )
9 नवम्बर, 2000- उत्तराखण्ड (27वां)
2 जून, 2014 तेलगांना (29वां) (आंध्र प्रदेश से अलग हुआ)
80. (2)
82. (2)
84. (4)
85. (2)
86. (3)
87. (4)
88. (4)
89. (2)
90. (2)
91. (3)
92. (1) झारखण्ड राज्य में यूरेनियम का उत्पादन सिंहभूम जिले में होता है। यहाँ की जादूगोड़ा खान यूरेनियम उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है यहाँ से संपूर्ण भारत के यूरेनियम उत्पादन का 80% उत्पादन होता है। सिंहभूम जिले में ग्रेफाइट, कॉपर, मैगनीज तथा सीमेंट प्लांट आदि का भी उत्पादन होता है। लोहरदगा को लौह खनन का केन्द्र कहा जाता है। तथा एल्यूमीनियम का भी उत्पादन भी होता है। गढ़वा जिले से ग्रेफाइट का उत्पादन होता है। तथा दुमका जिले से कॉपर का उत्पादन होता है।
93. (1) विश्व बैंक द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में सर्वशिक्षा अभियान चलाया गया जो काफी हद तक सफल रहा। देश में 6-14 वर्ष के सभी बच्चों को निःशुल्क और गुणवत्ता पूर्ण प्राथमिक शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से वर्ष 2001 से यह अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान हेतु 9 हजार करोड़ का अतिरिक्त बजट हर साल आवंटित किया जाता है।
94. (1) नफीसा अली भारतीय फिल्म सोसाइटी की तत्कालीन अध्यक्ष थी जो भूतपूर्व (1976) मिस इंडिया भी रह चुकी है।
तथा 1972-74 तक भारत की राष्ट्रीय स्विमिंग चैम्पियन भी रह चुकी है। ये पश्चिम बंगाल मूल की है। इन्होंने कई सारी प्रसिद्ध भारतीय फिल्मों में एक्टिंग की है। जुनुन (1979), मेजरसाव, मेट्रो तथा यमला पगला दिवाना आदि।
95. (2) सत्यम का पूरा नाम कम्प्यूटर सर्विस – सत्यम
> विप्रो का पूरा नाम- वेस्टर्न इंडिया पाम रिफाइंड ऑइल लिमिटेड (विप्रो इंफोरमेशन टेक्नोलॉजी कम्पनी)
> इंफोसिस का पूरा नाम इंफोसिस टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड़ बाद मे नाम बदलकर ‘इंफोसिस लिमिटेड़’ रखा गया।
> ब्लू स्टार का पूरा नाम ब्लूस्टार प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी ( AC बनाने वाली कम्पनी)
96. (3) 33 वें राष्ट्रीय खेल असोम का शुभंकर ‘रोंगमोन’ था। इसमें 30 भारतीय राज्यों की टीमों ने भाग लिया इस खेल का आयोजन गुवाहाटी। (असम) में हुआ था। यह खेल 2007 में हुआ था।
97. (3) फ्रांस के राष्ट्रपति तथा सरकार के बीच संबंधों की जटिलता का कारण सरकार की अध्यक्षात्मक और संसदीय प्रणालियों का मिश्रण है। राष्ट्रपति का चुनाव अध्यक्षात्मक प्रणाली से होता है जो विदेशिक मामलों को देखते हैं तथा देश का प्रधान माना जाता है। जबकि प्रधानमंत्री घरेलू मामलों को देखते है इसका चुनाव संसदीय प्रणाली से होता हैं यह भारत के गृहमंत्रालय की तरह कार्य करता है इसलिए कभी-कभी प्रधानमंत्री तथा राष्ट्रपति दोनों विपक्षी पार्टियों से चुनकर आते हैं इसलिए पूरे तंत्र में गतिरोध उत्पन्न हो जाता है। परन्तु फ्रांस का गणतंत्र आदर्श गणतंत्र है। इसलिए ज्यादातर समय गतिरोध नहीं होता है। जिससे पूरा तंत्र बहुत दक्षता से है।
98. (4) राजमन्नार आयोग का गठन तमिलनाडु सरकार ने किया था। इस आयोग के अध्यक्ष पी. वी. राजमन्नार थे। इसी आयोग ने सबसे पहले राज्यपाल के पद की समाप्ति का सुझाव दिया था। सरकारिया आयोग (1983) केन्द्र सरकार द्वारा गठित किया गया था। जिसका मुख्य उद्देश्य केन्द्र तथा राज्यों के बीच शक्ति संतुलन से संबंधित सुझाव देना था। संविधान समीक्षा आयोग (CRC) 2000 में एम. एन. वेंकटचेलैया की अध्यक्षता में संविधान संशोधन से संबंधित विषयो पर सुझाव देने के लिए गाठित किया गया था। प्रशासनिक सुधार आयोग अब तक दो बार है (1996, 2005) गठित किया जा चुका जिसका मुख्य उद्देश्य प्रशासनिक तंत्र को कैसे सुदृढ़ और दक्ष बनाया जाए? इससे संबंधित सुझाव देना था। यह गृह मंत्रालय द्वारा गठित किया जाता है।
99. (2) 2007 की साउथ एशियन कैरम चैम्पियनशिप श्रीलंका ने जीती थी। इस चैम्पियनशिप में दक्षिणी एशियाई देश (सार्क) भाग लेते हैं।
100. (2) अंतर्राष्ट्रीय विकास संघ (IDA); विश्व बैंक की 5 अनुषंगी संस्थाओं में से एक है। इसे विश्व बैंक की रियायती ऋण देने की खिड़की (सॉफ्ट लोन विण्डो) भी कहते हैं। इसकी स्थापना 24 सितम्बर 1960 को हुई थी जिसमें 173 देश शेयर धारक हैं। भारत भी इसका शेयर धारक देश है इसमें लोन GNP (सकल राष्ट्रीय आय के) आधार पर मिलता है।
अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (IFC) विश्व बैंक की ‘निवेश शाखा’ है जो निजी क्षेत्रों को भी ऋण उपलब्ध कराती है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) – इसकी स्थापना 27 अप्रैल 1945 को हुई जो ‘देशों के भुगतान संतुलन को संतुलित रखने के लिए वित्तीय सहायता करती है इसके 189 शेयर धारक देश है। जबकि विश्व बैंक तथा IMF दोनों ब्रेटनबुड़स (1944) संस्थाएं हैं।
भारत सहायता क्लब (Aid India Club) भारत को उसकी पंचवर्षीय योजनाओं एंव अन्य विकास कार्यक्रमों के लिए विश्व बैंक आर्थिक सहायता के रूप में ऋण प्रदान करता है किन्तु भारत द्वारा मांगे गए ऋण के औचित्य पर पहले भारत सहायता क्लब सदस्य देश विचार करते हैं, सदस्य देश है- अमेरिका (USA), ब्रिटेन, कनाडा, जर्मनी, आस्ट्रिया, बेल्जियम, फ्रांस, इटली और नीदरलैण्ड्स | भारत सहायता क्लब की बैठक प्रतिवर्ष समान्यतः जून में होती है। भारत सहायता क्लब (AIC), विश्व बैंक के अंतर्गत गठित किया गया है। यह 1953 में गठित हुआ था।
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Ajit kumar

Sub Editor-in-Chief at Jaankari Rakho Web Portal

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