दो वकील दें, बच्चों को कानूनी मदद करें; BPSC छात्रों से राहुल की मुलाकात पर बोले प्रशांत किशोर
दो वकील दें, बच्चों को कानूनी मदद करें; BPSC छात्रों से राहुल की मुलाकात पर बोले प्रशांत किशोर
पटना में एकदिवसीय दौरे पर आए राहुल गांधी ने एक तरफ जहां राजद के नेताओं से मुलाकात की तो वहीं दूसरी तरफ उन्होंने गर्दनीबाग इलाके में धरना दे रह बीपीएससी अभ्यर्थियों से भी मुलाकात की थी। राहुल गांधी के इस दौरे पर अब जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रशांत किशोर ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी को बीपीएससी छात्रों को कानूनी मदद करनी चाहिए।
न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में प्रशांत किशोर ने कहा, ‘बिहार की जो ये दुर्दशा है उसमें कांग्रेस की जो भूमिका रही है खासकर राजद के सहयोगी के तौर पर उसपर भी उनको कहीं ना कहीं आत्मचिंतन करना चाहिए। मैं चाहूंगा कि राहुल गांधी एक बार इस बात को अपने ध्यान में लाएं कि जब उनके पिता राजीव गांधी जी देश के प्रधानमंत्री थे तब सन् 1989 में पहली बार पटना के गांधी मैदान से उन्होंने बिहार के लिए 50 हजार करोड़ रुपये के विशेष पैकेज की बात कही थी। उसके बाद पूरे समय कांग्रेस ने इस वादे की चिंता नहीं की। खैर, वो आएं और बिहार की चिंता करें। बिहार में उनके दल की भागीदारी बढ़े तो हम लोग इसका स्वागत करते हैं।’
बीपीएससी छात्रों से राहुल गांधी के मुलाकात पर पीके ने कहा, ‘जितने लोग वो फिर चाहे वो चिराग पासवान हों, राहुल गांधी हों या तेजस्वी यादव, हर वो व्यक्ति जो बिहार के युवाओं की चिंता कर रहा है उसको बच्चों के साथ अपनी आवाज जोड़नी ही चाहिए। राहुल जी ने थोड़ी देरी कर दी अब तो यह आवाज न्यायालय में पहुंच गया है। उनको पहले आना चाहिए था। खैर, देर आए दुरुस्त आए। आएं हैं तो बच्चों के साथ उन्होंने अपनी आवाज जोड़ी है और वहां धरना स्थल पर गए हैं तो मैं इसका भी स्वागत करता हूं।’
कांग्रेस पार्टी दो वकील दे- पीके
इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने यह भी कहा, ‘कांग्रेस पार्टी को भी अपनी पूरी ताकत से जिन बच्चों के साथ अन्याय हुआ है उनके साथ आवाज देनी चाहिए। हमलोग तो आवाज दे ही रहे हैं। मैंने 14 दिन अनशन किया है। न्यायालय में भी हम लोग गए हैं। कांग्रेस पार्टी में इतने बड़े-बड़े वकील हैं, वो लोग कानून के बड़े जानकार हैं। राहुल गांधी को कम से कम कांग्रेस से दो वकील देना चाहिए जो अपना समय दे बच्चों को। कांग्रेस से अपील है कि वो बच्चों को कानूनी मदद दें। जिन बच्चों पर एफआईआर हुआ है उनकी कानूनी मदद करें ताकि सही में कुछ हो सके।’
Source – Hindustan