‘पाठ्यक्रम मूल्यांकन’ पर टिप्पणी लिखिये |
‘पाठ्यक्रम मूल्यांकन’ पर टिप्पणी लिखिये |
उत्तर— पाठ्यक्रम मूल्यांकन–पाठ्यक्रम मूल्यांकन एक युक्ति । सुधार हेतु मूल्यांकन आवश्यक होता है। यदि पाठ्यक्रम शिक्षक, छात्र व समाज तीनों को ध्यान में रखकर बनाया गया है तो वह पाठ्यक्रम निश्चित ही अच्छा होगा और अपने उद्देश्यों को प्राप्त करेगा । पाठ्यक्रम विश्वसनीयता, सत्यता एवं गुणवत्ता के मूल्यांकन द्वारा आँका जा सकता है। पाठ्यक्रम का मूल्यांकन किसके द्वारा हो तथा मूल्यांकन किस आधार पर हो, यह समस्यामूलक प्रश्न है, इसका उत्तर यही है कि छात्र, अभिभावक, शिक्षक एवं शिक्षाविद् ही पाठ्यक्रम के उपभोक्ता हैं, अतः पाठ्यक्रम का मूल्यांकन भी इन्हीं के द्वारा होना चाहिए। इससे उनकी पाठ्यक्रम सम्बन्धी आवश्यकताओं का ज्ञान होगा और पाठ्यक्रम में वांछित सुधार करना संभव होगा।
पाठ्यक्रम का मूल्यांकन निम्न क्षेत्रों को ध्यान में रखकर किया जाता है—
(1) पाठ्यक्रम के लक्ष्य तथा उद्देश्य ।
(2) विषय-वस्तु ।
(3) अध्यापन नीतियाँ ।
(4) पाठ्यक्रम में प्रयुक्त साधन ।
(5) मूल्यांकन |
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