पूर्वाग्रह निर्माण के सामाजिक-सांस्कृतिक कारकों का उल्लेख कीजिए।

पूर्वाग्रह निर्माण के सामाजिक-सांस्कृतिक कारकों का उल्लेख कीजिए।

                                     अथवा
पूर्वाग्रह निर्माण में सहायक कारकों का उल्लेख कीजिये ।
उत्तर— पूर्वाग्रह निर्माण के सामाजिक-सांस्कृतिक कारकपूर्वाग्रह निर्माण के सामाजिक-सांस्कृतिक कारक निम्नलिखित हैं—
 (1) शिक्षा – शिक्षा का प्रभाव पूर्वाग्रह पर बहुत अधिक पड़ता है। बालक समाज में रहकर दो प्रकार से शिक्षा ग्रहण करता है(1) अनौपचारिक (2) औपचारिक । अनौपचारिक शिक्षा उसे अपने परिवार में माता-पिता तथा अन्य सदस्यों से प्राप्त होती है। जब बालक बड़ा होता है तो माता-पिता उसे समझाते हैं कि उसे किसके साथ खेलना चाहिए एवं किसके साथ नहीं खेलना चाहिए। किस समूह के साथ उठना बैठना चाहिए किसके साथ नहीं। परन्तु जब वह विद्यालय में जाता है तो वहाँ औपचारिक शिक्षा ग्रहण करता है वहाँ उसे सोचने-समझने की शक्ति मिलती है तो ऐसे पूर्वाग्रह में कमी आती हैं।
 (2) रीतिरिवाज– पूर्वाग्रह का निर्माण रीतिरिवाजों, परम्पराओं, जीवन के अन्य ढंगों के कारण भी हो जाता है। हिन्दुओं और मुसलमानों के रीतिरिवाज भिन्न होते हैं। इसी विभिन्नता के कारण बालक उनके प्रति अधिक पूर्वाग्रही हो जाता है।
(3) सामाजिक वर्ग – पूर्वाग्रह पर सामाजिक वर्ग का भी प्रभाव पड़ता है। समाज में मुख्यतः तीन वर्ग पाये जाते हैं : (1) उच्च सामाजिक वर्ग (2) मध्यम सामाजिक वर्ग
(3) निम्न सामाजिक वर्ग । अध्ययनों से मालूम हुआ है कि उच्चवर्गीय गोरे अमेरिकन, यहूदी के प्रति ज्यादा पूर्वाग्रही होते हैं। यही स्थिति भारत में है भारतीय उच्च एवं मध्य वर्गीय स्तर के लोग निम्न सामाजिक-आर्थिक स्तर के लोगों के प्रति नकारात्मक पूर्वाग्रही होते हैं।
(4) मास मीडिया— पूर्वाग्रह के निर्माण में सिनेमा, टेलीविजन, समाचार पत्र, रेडियो, पत्रिकाओं की बहुत भूमिका होती है। उदाहरणार्थटेलीविजन पर आज भी नारी को पुरुषों द्वारा प्रताड़ित किया जाता है। उसकी छवि को नकारात्मक ढंग से दिखाया जाता है फलस्वरूप पुरुषों की नारी के प्रति नकारात्मक मनोवृत्ति बन गयी है।
(5) नगरीकरण –नगरीकरण का प्रभाव भी पूर्वाग्रह पर पड़ता है। आज देश विदेशों में नगरीकरण की समस्या उत्पन्न हो रही है। नगरों में गन्दगी, कोलाहल, असुरक्षा, अनैतिक सम्बन्धों की संख्या बढ़ती जा रही है। अध्ययनों द्वारा ज्ञात हुआ कि अमेरिका में शहरीकरण की समस्या का कारण अधिकांश लोग नीग्रो तथा यहूदियों का छा जाना मानते हैं। अत: उनके मन में नीग्रो एवं यहूदियों के प्रति नकारात्मक मनोवृत्ति पायी जाती है। भारत में भी नगरीकरण की समस्या उत्पन्न हो रही है कई ग्रामीण क्षेत्र के वासी शहरों में बसते जा रहे हैं जिससे रोजगार की समस्या उत्पन्न हो रही है अतः ग्रामीणवासियों के प्रति नकारात्मक मनोवृत्ति रखते हैं।
(6) जाति – भारतीय समाज अनेक जातियों में बँटा है। अध्ययनों से अवगत हुआ है कि उच्च जाति के लोग अन्य पिछड़े, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के प्रति पूर्वाग्रही होते हैं। यह भी पाया गया है कि उच्च वर्ग के लोगों में निम्न वर्ग के प्रति पूर्वाग्रह की मात्रा अपेक्षाकृत अधिक होती है। हिन्दुओं ब्राह्मणों में जातिपूर्वाग्रह की मात्रा सबसे अधिक होती है।
(7) सामाजिक संघर्ष – जब एक राष्ट्र का दूसरे राष्ट्र के साथ सामाजिक संघर्ष उत्पन्न होता है तो उस राष्ट्र के प्रति नकारात्मक मनोवृत्ति उत्पन्न हो जाती है जिससे पूर्वाग्रह का जन्म होता है। जब तक चीन देश के प्रति हमारे सामाजिक संघर्ष पैदा नहीं हुए थे तब तक हम चीनियों को ईमानदार, दोस्त, प्रगतिशील के रूप में देखते थे। लेकिन भारत चीन सीमा पर बढ़ते विवाद के कारण उन्हें साम्राज्यवादी, पिम्पौम (Pimpom) गेन्द, धोखेबाज, चालाक, धूर्त्त आदि के रूप में देखते हैं अर्थात् उनके प्रति नकारात्मक पूर्वाग्रह विकसित हो गया है ।
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा, नागासाकी दो शहरों पर बम डाल दिया था जिसे आज भी जापानी नहीं भुला पाए हैं। उनके प्रति पूर्वाग्रह वर्तमान में भी विश्व खेलों में देखा जा सकता है।
(8) शहरी ग्रामीण क्षेत्र – कई अध्ययनों में पाया गया हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले व्यक्तियों की अपेक्षाकृत शहरी क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों की मनोवृत्ति अधिक उदार होती है। जैसे—हिन्दुओं के प्रति, ग्रामीण ईसाई, शहरी ईसाइयों के प्रति अधिक पूर्वाग्रहित होते हैं।
(9) धार्मिक समूह – व्यक्ति जिस धर्म को मानता है उसी धर्म के प्रति वह अटूट आस्था रखता है। वह सहर्ष उस धर्म के आचार विचार, नीतियों, मान्यताओं, विश्वासों एवं अविश्वासों को स्वीकार कर लेता है। जिससे उसका अन्य धर्मावलम्बियों के प्रति नकारात्मक पूर्वाग्रह स्थापित हो जाता है। अमेरिकी मनोवैज्ञानिकों ने अध्ययन द्वारा पाया कि कैथोलिक धर्म मानने वालों में सबसे ज्यादा पूर्वाग्रह, उससे कम प्रोटेस्टैन्ट धर्म मानने वाले व्यक्तियों में तथा सबसे कम यहूदियों में पाया जाता है।
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