प्रकृतिवाद एवं पाठ्यक्रम में तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।

प्रकृतिवाद एवं पाठ्यक्रम में तुलनात्मक अध्ययन कीजिए।

उत्तर—प्रकृतिवाद एवं पाठ्यक्रम में तुलनात्मक अध्ययन पाठ्यक्रम के विषय में प्रकृतिवादी प्रकृति की ओर देखता है, किसी विशेष विषय को पढ़ाने पर जोर नहीं देता।

(1) प्रकृतिवादी शिक्षा का लक्ष्य आत्म अभिव्यक्ति माना जाता है अतः आदर्शवादी पाठ्यक्रम में मानवीय विषयों की प्रधानता रहती है परन्तु प्रकृतिवादी पाठ्यक्रम में वैज्ञानिक विषय; जैसे- भौतिकी, रसायनशास्त्र, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान इत्यादि को विशेष महत्त्व दिया जाता है।
(2) प्रारम्भिक अवस्था में शिशु को कोई विषय न पढ़ाया जाये बल्कि उसके शारीरिक विकास के लिए उसे व्यायाम, खेलकूद, दौड़ना, कूदना इत्यादि क्रियाओं में लगाया जाये । उसके इन्द्रिय प्रशिक्षण एवं खोज प्रवृत्ति पर विशेष ध्यान दिया जाय।
(3) प्रकृतिवादी चूँकि आध्यात्मिकता में विश्वास नहीं करता, अतः इनके पाठ्यक्रम में धार्मिक शिक्षा का कोई स्थान नहीं है। ईश्वर और धर्म की चर्चा नहीं की जाती विवेक व तर्क को ही वे अपना धर्म मानते हैं। अतः प्रकृतिवादी पाठ्यक्रम में धर्म, नीतिशास्त्र एवं अध्यात्म शास्त्र को स्थान नहीं दिया जाता।
(4) प्रकृतिवादी पाठ्यक्रम की मूल प्रवृत्तियों, प्राकृतिक रुचियों, स्वाभाविक क्रियाओं, व्यक्तिगत भिन्नताओं तथा यौन समस्याओं को ध्यान में रखकर तैयार किया जाता है। अतः इस पाठ्यक्रम के अन्तर्गत खेलकूद, स्वास्थ्य – रक्षा, शरीर विज्ञान, पदार्थ विज्ञान, प्रकृति निरीक्षण, भाषा, इतिहास, भूगोल इत्यादि विषय आते हैं।
(5) प्रकृतिवादी पाठ्यक्रम में भाषा एवं गणित को प्रमुख स्थान दिया गया है, क्योंकि वैज्ञानिक समस्याओं के हल के लिए गणित की आवश्यकता है तथा प्राकृतिक विज्ञानों द्वारा प्राप्त अनुभव भाषा के माध्यम से ही व्यक्त किया जायेगा ।
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