महिलाओं के प्रति हिंसा एवं अपराध के विभिन्न रूप कौनसे है ?

महिलाओं के प्रति हिंसा एवं अपराध के विभिन्न रूप कौनसे है ?

उत्तर— महिलाओं के प्रति हिंसा एवं अपराध के विभिन्न रूप निम्न हैं—

( 1 ) छेड़छाड़—  स्कूल-कॉलेज के बाहर लड़कियों के साथ छेड़छाड़ के प्रकरण अधिक सामने आते हैं। वहाँ पुलिस का तैनात न होना इसका मुख्य कारण है। इससे असामाजिक तत्वों को बढ़ावा मिलता है। 24 वर्ष से कम उम्र की युवतियाँ छेड़छाड़ की शिकार अधिक होती है
( 2 ) अपहरण— नाबालिग लड़कियों के अपहरण के मामले ज्यादा हो रहे हैं। साथ ही शादीशुदा महिलाओं का भी बहला-फुसलाकर अपहरण कर लिया जाता है। सामान्यतः 12 से 38 वर्ष तक की लड़कियाँ युवतियाँ तथा महिलाओं के अपहरण के मामले अधिक हो रहे हैं।
( 3 ) प्रताड़ना— पुलिस थानों में मानसिक तथा शारीरिक प्रताड़ना देने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गरीब तथा अशिक्षित वर्गों में प्रताड़ना के मामले अधिक होते हैं। शराब की लत, जुआ तथा आवारगी इसके प्रमुख कारण हैं।
(4) महिलाओं की खरीदी बिक्री —  महिलाओं तथा युवतियों का अपहरण कर उन्हें बेचने का कृत्य बढ़ रहा है। गरीबी के कारण भी यह घिनौना कृत्य बढ़ रहा है। 14 से 30 वर्ष की उम्र की युवतियों तथा महिलाओं को बेचने का घृणित धंधा तेजी से बढ़ा है। –
( 5 ) हत्या — महिलाओं की हत्या के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। चरित्र पर संदेह, दहेज की माँग तथा पारिवारिक कलह के कारण महिला की हत्या करने के मामले अधिक प्रकाश में आ रहे हैं। कुछ मामलों में जमीन-जायदाद को लेकर भी महिलाओं को मार दिया जाता है। हत्या के अधिकांश मामले 15 से 40 वर्ष की उम्र के मध्य होते हैं।
( 6 ) मारपीट — घर-परिवार में ही महिलाएँ सुरक्षित नहीं है। अक्सर छोटी-छोटी बातों पर उन्हें मारपीट का शिकार होना पड़ता है। विशेषत: मध्यमवर्गीय तथा निम्नवर्गीय परिवारों में महिलाओं से मारपीट अधिक होती है। पति की शराब की लत इसके लिए प्रमुख रूप से जिम्मेदार हैं। 20 से 45 वर्ष तक की उम्र की महिलाएँ अधिकतर मारपीट की शिकार हो जाती है।
( 7 ) आत्महत्या— अधिकतर मामले फाँसी लगाने के होते हैं। इसका मुख्य कारण पति द्वारा शराब पीकर पत्नी के साथ मारपीट करना अथवा ससुराल वालों द्वारा प्रताड़ना है। दहेज की माँग भी इसका प्रमुख कारण है। 16 से 30 वर्ष की युवतियों तथा महिलाओं द्वारा आत्महत्या करने के मामले अधिक देखे जाते हैं।
(8) दहेज हत्या— भौतिक सुख-सुविधाएँ बढ़ने के साथ-साथ दहेज लोभियों की माँगें भी बढ़ती जा रही हैं। निम्न मध्यमवर्गीय तथा अशिक्षित वर्ग ही नहीं बल्कि उच्चवर्गीय परिवारों में भी दहेज हत्या के मामले अधिक हो रहे हैं।
(9) बलात्कार—  परिवार के सदस्यों तथा रिश्तेदारों के द्वारा ही बलात्कार करने के मामले अधिक हो रहे हैं। नाबालिग लड़कियों से लेकर अधेड़ावस्था की महिलाओं को बलात्कार का शिकार बनाया जा रहा है। बच्चियों के साथ बलात्कार के मामले पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ रहे हैं। बलात्कार के एक तिहाई मामले 10 से 30 की उम्र की लड़कियों तथा महिलाओं के साथ अधिक होते हैं।
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