लैंगिक पक्षपात की कोई पाँच पहचान बताइये ।

लैंगिक पक्षपात की कोई पाँच पहचान बताइये ।

उत्तर – लैंगिक पक्षपात की पहचान निम्नलिखित प्रकार की जा सकती हैं–
(1) पुत्री जन्म पर उत्साह न होना जबकि पुत्र जन्म पर बधाइयाँ देना ।
(2) पुत्र जन्म पर फूल की थाली बजायी जाती है और उत्तर भारत में जबकि कन्या के जन्म पर नहीं । (2)
(3) जीवित पुत्र का मुख देखने से नरक से मुक्ति तथा पितृऋण से छुटकारा पाने की मान्यता ।
(4) पूर्वजों को पिण्डदान इत्यादि का सम्पादन पुरुष के द्वारा ही होना ।
(5) अन्तिम संस्कार इत्यादि का सम्पादन पुरुष के द्वारा ही होना ।
(6) पूर्वजों को पुत्र ही मुक्ति दिलाते हैं ऐसी मान्यता ।
(7) मनुस्मृति के अनुसार जिस पिता की पुत्रियाँ ही हों, पुत्र न हो वहाँ विवाह न करना ।
(8) पुत्र ही वंश परम्परा को आगे बढ़ायेगा, ऐसी धारणा और केवल पुत्री ही रही हो वंश समाप्त हो जायेगा।
(9) आर्थिक अधिकारों और पैतृक सम्पत्ति का हस्तान्तरण पुत्री की न होकर सदैव पुत्र की ओर होना ।
(10) कन्या को पराया धन मानना अतः उसका विवाह शीघ्रातिशीघ्र सम्पन्न करा देना।
(11) बाल विवाह कर देना जिससे बालिकाओं की शिक्षा आदि का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है ।
(12) दहेज जैसी कुप्रथा के कारण कितनी बेटियाँ और बहनें आग की भेंट चढ़ा दी जाती हैं, परन्तु हमारे समाज में झूठी शान दिखाने के लिए दहेज लेने और देने दोनों की ही होड़ मची हुई है, जिसके कारण बालिकाओं को अभिशाप स्वरूप माना जाता है।
(13) पर्दा प्रथा का शिकार महिलाओं को ही होना पड़ता है और अब इस विषय में कुछ जागरूकता आयी है, परन्तु कुछ वर्षों पूर्व तक धूप भी नहीं देख पाती थी, परिणामस्वरूप टी. बी. जैसी खतरनाक बीमारियों की चपेट में वे आ जाती थी। आज भी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश तथा राजस्थान इत्यादि राज्यों में पर्दा प्रथा बतौर चली आ रही है।
(14) झारखण्ड, छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में महिलाओं को डायन समझकर डायन बिसाही की रूढ़ि के अन्तर्गत अत्यन्त शर्मनाक और दयनीय स्थिति से गुजरना पड़ता है तथा कई मामलों में तो पत्थर मार-मारकर उनकी हत्या भी कर दी जाती है।
(15) मुस्लिम बालकों का खतना यह सुनने में ही भयावह लगता है, परन्तु परम्परा के रूप में शिक्षित और अशिक्षित दोनों ही प्रकार का मुस्लिम समुदाय इसे ढो रहा है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *