लोकतंत्र किस प्रकार आर्थिक संवृद्धि एवं विकास में सहायक बनता है ?

लोकतंत्र किस प्रकार आर्थिक संवृद्धि एवं विकास में सहायक बनता है ?

उत्तर :- आर्थिक समृद्धि एवं विकास के आधार पर भी लोकतांत्रिक व्यवस्था की उपलब्धियों का मूल्यांकन किया जा सकता है। हालाँकि आर्थिक समृद्धि के मामले में तानाशाही देशों का रिकॉर्ड थोड़ा बेहतर अवश्य रहा है। किसी देश की आर्थिक विकास की दर केवल शासन पर निर्भर नहीं करता है। आर्थिक विकास कई कारकों द्वारा निधारित होते हैं, यथा-देश की जनसंख्या, वैश्विक स्थिति, आर्थिक प्राथमिकताएँ, भौगोलिक परिस्थिति, शिक्षा, आर्थिक एवं सामाजिक स्थिति इत्यादि। तानाशाही शासन वाले गरीब देश और लोकतांत्रिक शासन वाले गरीब देश में विकास की दर में मामूली अंतर है। लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था की विकास दरें 3.95 हैं वहीं तानाशाही शासन वाले देश की विकास दरें 4.42 हैं। इस आधार पर हम समझ सकते हैं कि लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था तानाशाही था। अन्य गैर लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था से पिछड़ा नहीं है। इसलिए अन्य तरह के शासन व्यवस्था में लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था को ही बेहतर शासन व्यवस्था के रूप में चुनाव किया जाता है।

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