विद्यालयी संस्कृति में ज्ञान की भूमिका स्पष्ट कीजिये ।

विद्यालयी संस्कृति में ज्ञान की भूमिका स्पष्ट कीजिये ।

उत्तर – विद्यालयी संस्कृति में ज्ञान की भूमिका—
(1) ज्ञान परम्परा, अनुभव, सामाजिक मूल्यों तथा समाज के जीवन को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपते हुए सामाजिक जीवन की निरन्तरता को बनाए रखता है।
(2) ज्ञान न केवल युवा पीढ़ी को सांस्कृतिक विरासत देता है, बल्कि बच्चों को भी इस तरह प्रशिक्षित भी करता है कि वे अपने प्रयास से उस विरासत को समृद्ध एवं रूपांतरित भी कर सकें।
(3) बच्चे के भौतिक, नैतिक, बौद्धिक, सामाजिक, अध्यात्म से परिपूर्ण व्यक्तित्व का विकास करने में ज्ञान की अहम् भूमिका है।
(4) स्कूली शिक्षा पूर्ण होने के बाद छात्र को अपनी श्रेष्ठ क्षमता एवं योग्यता के अनुसार स्कूल से बाहर के समाज के साथ अनुकूलन करने में ज्ञान की भूमिका महत्त्वपूर्ण है।
(5) ज्ञान सही-गलत, अच्छाई-बुराई में विभेद करना सिखाता है।
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