विद्वान पुरुष ब्रह्म को किस प्रकार प्राप्त करता है ?
विद्वान पुरुष ब्रह्म को किस प्रकार प्राप्त करता है ?
उत्तर – मुण्डकोपनिषद् में महर्षि वेद-व्यास का कहना है कि जिस प्रकार बहती हुई नदियाँ अपने नाम और रूप अर्थात् व्यक्तित्व को त्यागकर समुद्र में मिल जाती हैं उसी प्रकार महान पुरुष अपने नाम और रूप, अर्थात् अहप को त्यागकर ब्रह्म को प्रात कर लेता है।
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