वैश्वीकरण को संभव बनाने वाले कारकों का वर्णन करें।
वैश्वीकरण को संभव बनाने वाले कारकों का वर्णन करें।
उत्तर- वैश्वीकरण को संभव बनाने वाले प्रमुख कारक निम्न हैं
(i) तकनीकी प्रगति में परिवर्तन- वैश्वीकरण की प्रक्रिया को तीव्र करने में प्रौद्योगिकी का काफी महत्त्वपूर्ण स्थान है। आज तकनीकी प्रगति के विकास के कारण ही समय, स्थान एवं दूरियाँ नजदीकियाँ में बदल गयी है। विश्व एक वैश्विक गाँव-सा बनकर रह गया है। यातायात एक दूरसंचार के क्षेत्र में तकनीकी प्रगति ने न सिर्फ यातायात के साधनों को सुगम बना दिया है, बल्कि दूरसंचार के माध्यम से समय की बचत हो गयी है, अनेक प्रकार के खर्चों में भी भारी बचत हुई है। टेलीफोन, मोबाइल, फोन, फैक्स आदि के द्वारा आज विश्व के किसी भी स्थान से अविलंब सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है। ई० मेल के द्वारा कम मूल्य पर कम समय में ई-मेल से भेज सकते हैं। कम्प्यूटर का उपयोग काफी तेजी से हो रहा है। इसका प्रयोग आज घर-घर एवं हरेक कोने तक फैल गया है। इस प्रकार हम देखते हैं कि सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी के विकास ने लोगों को नजदीक लाकर वैश्वीकरण की प्रक्रिया को काफी तेज कर दिया है।
(ii) प्रतिस्पर्द्धा – प्रतिस्पर्द्धा के कारण ही कंपनियों को, विदेशों में नये बाजार खोजने की आवश्यकता हुई तथा इसी के फलस्वरूप उत्पादन तथा विक्रय की नयी विधियों का विकास हुआ है।
(iii) उदारवादी नीतियाँ- वैश्वीकरण के विकास का मुख्य कारण विभिन्न देशों द्वारा अपनायी गयी उदारवादी नीतियाँ हैं। इनके फलस्वरूप अन्तर्राष्टीय आर्थिक लेन-देन पर लगी रोकों को हटा दिया गया है। विश्व अर्थव्यवस्था में कई प्रकार की रुकावटें दूर होने से वैश्वीकरण की प्रक्रिया के लिए रास्ता साफ हो गया है।
(iv) विकासशील अर्थव्यवस्था के अनुभव- वैश्वीकरण की प्रक्रिया को अपनाने वाली विकासशील अर्थव्यवस्थाएँ जैसे—कोरिया, थाइलैंड, ताइवान, हांगकांग, सिंगापुर आदि आर्थिक दृष्टि से बहुत ज्यादा सफल रही है। चीन भी वैश्वीकरण की प्रक्रिया को अपनाकर आर्थिक विकास की ऊँची दर प्राप्त करने में अधिक सफल रहा है।
(v) अन्य कारक- अन्य कारकों में प्रमुख रूप से
(i) वितरण प्रणाली एवं विपणन दृष्टिकोण एक समान रूप वाले होते जा रहे हैं।
(ii) पूँजी बाजारों का सार्वभौमिकीकरण होता जा रहा है।
(iii) कम्प्यूटर एवं संबद्ध तकनीकी के विस्तार के परिणामस्वरूप सभी देशों में तकनीकी पुनर्रचना की प्रक्रिया लागू है। इस तरह वैश्वीकरण को प्रोत्साहित करने वाले उपर्युक्त कई कारक हैं।