शारीरिक शिक्षा में परीक्षण तथा मापन से क्या अभिप्राय है ? समझाइये ।

शारीरिक शिक्षा में परीक्षण तथा मापन से क्या अभिप्राय है ? समझाइये ।

उत्तर—  शारीरिक शिक्षा में परीक्षण तथा मापन से अभिप्रायशारीरिक शिक्षा में परीक्षण तथा मापन वे उपकरण अथवा यंत्र हैं जो छात्रों अथवा खिलाड़ियों की आवश्यकताओं, क्षमताओं, योग्यताओं तथा दृष्टिकोण के विषय में महत्त्वपूर्ण जानकारी जुटाने के लिए आवश्यक हैं। परीक्षणों का प्रयोग किसी विशेष दक्षता, शक्ति, सहन-शक्ति, ज्ञान, व्यवहार अथवा दृष्टिकोण आदि के बारे में सूचना अथवा आँकड़े एकत्र करने हेतु किया जाता है। वस्तुत: परीक्षण से तात्पर्य किसी निर्देशक द्वारा प्रयोग किए जाने वाले विशिष्ट यंत्र, प्रक्रिया अथवा तकनीक से है जिसके द्वारा परीक्षण में भाग ले रहे खिलाड़ी से संबंधित सूचना एकत्र की जाती है। परीक्षण विभिन्न प्रकार के होते हैं; जैसे—जॉनसन बास्केटबॉल योग्यता परीक्षण, आफर्ड, युवा पुष्टि परीक्षण, क्रॉस-वेबर परीक्षण, हारवर्ड स्टेप परीक्षण तथा सिट एवं रीच परीक्षण आदि। मापन, शारीरिक माप; जैसे—आकार, लम्बाई, भार, प्राणवायु क्षमता तथा उपलब्धियाँ इत्यादि मापन से सम्बन्धित हैं। वस्तुतः मापन से तात्पर्य उस प्रक्रिया से है जो संख्यात्मक आँकड़े एकत्र करने हेतु प्रयोग की जाती है। यह भी कहा जा सकता है कि मापन मूल्यांकन प्रक्रिया में सहायता करता है जिसमें आँकड़े इकट्ठे करने के लिए विभिन्न उपकरणों और तकनीकों का प्रयोग किया जाता है। परीक्षणों तथा मापनों के द्वारा अध्यापन अथवा कोचिंग के प्रभावों को निर्धारित किया जा सकता है।
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