शिक्षण अधिगम वृद्धि में पुस्तकालय की भूमिका की व्याख्या कीजिए।
शिक्षण अधिगम वृद्धि में पुस्तकालय की भूमिका की व्याख्या कीजिए।
उत्तर – शिक्षण अधिगम वृद्धि में पुस्तकालय की भूमिकाशिक्षण अधिगम वृद्धि में पुस्तकालय की भूमिका निम्नलिखित प्रकार 1
(1) शिक्षण अधिगम हेतु उपयुक्त वातावरण निर्माण करने में प्रयोगशाला सहायक है।
(2) प्रयोगशाला में प्रयोग करने से समय की बचत होती क्योंकि प्रत्येक उपकरण यथास्थान प्राप्त हो जाते हैं। (3) प्रयोगशाला में कार्य प्रयोग के उपरान्त प्राप्त ज्ञान स्थाई होता है।
(4) प्रयोगशाला में छात्र सामूहिक रूप से कार्य करते हैं जिससे उनमें सामूहिकता का विकास होता है।
(5) प्रयोगशाला में किया गया कार्य रुचिकर एवं प्रभावशाली होता है।
(6) प्रयोगशाला के प्रयोग से छात्रों में पहलकदमी, आलोचनात्मक दृष्टिकोण, साधन-सम्पन्नता, सहयोग, व्यक्तिगत कार्य करने की क्षमता आदि शक्तियाँ विकसित होती हैं।
(7) प्रयोगशाला के प्रयोग द्वारा छात्रों से प्रेरणा प्रदान करने वाला व्यावहारिक कार्य भी कराया जा सकता है।
(8) प्रयोगशाला से विभिन्न विषयों से सम्बन्धित व्यावहारिक कार्यों व योजनाओं के प्रति छात्रों में रुचि व प्रेरणा उत्पन्न होती है तथा उन्हें प्रोत्साहन भी मिलता है।
(9) प्रयोगशाला में छात्र स्वयं प्रयोग करके विषय से सम्बन्धित ज्ञान की प्राप्ति करते हैं।
(10) इसमें छात्र विभिन्न वस्तुओं का निरीक्षण एवं प्रयोग करते हैं जिससे उन्हें सैद्धान्तिक एवं वास्तविक ज्ञान की प्राप्ति होती है।
(11) प्रयोगशाला के द्वारा विषय विशेष के लिए उपयुक्त एवं अनुकूल वातावरण का निर्माण किया जाता है जो छात्रों के व्यावहारिक एवं प्रभावशाली प्रशिक्षण के लिए अत्यन्त हितकारी सिद्ध होता है।
(12) प्रयोगशाला शिक्षकों को भी विभिन्न क्रिया-प्रधान शिक्षण विधियों के प्रयोग को सफल बनाने में मदद करती है।
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