अक्षमता से आप क्या समझते हैं ?
अक्षमता से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर- अक्षमता व्यक्ति के विकास में बहुत बड़ी बाधा होती है। अक्षमता शारीरिक भी हो सकती है, मानसिक भी और सामाजिक भी। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने यह अनुमान लगाया है कि किसी भी जनसंख्या का 10 प्रतिशत भाग अक्षम हो सकता है। अक्षमता कई प्रकार की होती
( 1 ) शारीरिक क्षमता – इस प्रकार के व्यक्तियों में शरीर का कोई अंग सही प्रकार से काम नहीं करता जैसे— हाथ, पैर, आँख, कान आदि। इसकी वजह से व्यक्ति लंगड़ा (Lame), अन्धा (Blind), गूंगा (Dumb), बहरा (Deaf) आदि हो सकता है। यह अक्षमता जन्मजात भी हो सकती है और बाद में किसी दुर्घटना के कारण भी हो सकती है।
(2) सामाजिक अक्षमता – परिवार में कोई कमी होने, गरीबी, शारीरिक अक्षमता, किसी भी वजह से कुछ बच्चे हीन भावना का शिकार हो जाते हैं। वह अन्य छात्रों से मेलजोल नहीं पाते तथा शिक्षकों से अपनी समस्या भी नहीं पूछ पाते । बच्चा सामाजिक रूप से अपने आपको समायोजित नहीं कर पाता और असन्तोष का शिकार हो जाता है।
( 3 ) मानसिक अक्षमता (Mental disability ) — इस प्रकार की अक्षमता का पता बुद्धिलब्धि परीक्षण (I.Q.) के आधार पर चलता है। बुद्धिलब्धि निम्न सूत्र से ज्ञात की जाती है—
जिन बच्चों की बुद्धिलब्धि अंक 70 से कम आता है उन्हें मंदबुद्धि की श्रेणी में रखा जाता है। इन बालकों की सीखने की गति मन्द होती है जिसकी वजह से यह शिक्षा प्राप्त नहीं कर पाते। इनमें से कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो शिक्षा प्राप्त ही नहीं कर सकते।
( 4 ) मनोवैज्ञानिक कारण (Psychological Factors) — इन सबके अतिरिक्त कुछ अन्य मनोवैज्ञानिक कारण भी होते हैं जिनके कारण बच्चे पूरी तरह से सामान्य रूप से पढ़ नहीं पाते हैं, जैसे- ध्यान केन्द्रित न कर पाना (Attention Deficit Hyperactive Disorder), अक्षरों को न पहचान पाना (Dyslexia), अपनी बात को सही प्रकार से सम्प्रेषित न कर पाना (Autism) आदि ।
इस प्रकार की समस्याओं के चलते बच्चा अन्य बच्चों की भाँति कक्षा में सामान्य रूप से भागीदारी नहीं कर पाता और अन्य बच्चों से पीछे रह जाता है। शिक्षक भी कई बार उनकी समस्या नहीं समझ पाते और इन बच्चों को उपेक्षित कर देते हैं।
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