क्षेत्र भ्रमण से आपका क्या आशय है ? इसके गुण तथा दोष की विवेचना कीजिए।

क्षेत्र भ्रमण से आपका क्या आशय है ? इसके गुण तथा दोष की विवेचना कीजिए।

उत्तर—क्षेत्र भ्रमण से आशय–सामुदायिक साधनों द्वारा विज्ञान विषय का शिक्षण प्रदान करने हेतु प्रयोग किया जाता है। इन सभी साधनों में क्षेत्र पर्यटन अत्यधिक लाभप्रद एवं महत्त्वपूर्ण है। क्षेत्र पर्यटन कक्षाकक्ष से बाहर भ्रमण करने का वह व्यवस्थित रूप है जिसका संचालन विद्यालय द्वारा शिक्षाक्रम का एक आवश्यकीय अंग मान कर किया जाता है। इसके अन्तर्गत हम छोटी-बड़ी अनेक प्रकार की क्रियाएँ सम्मिलित कर सकते हैं। विद्यालय की चाहरदीवारी का भ्रमण, पास में बहने वाली नदी का अवलोकन या आधुनिक उद्योग का अवलोकन आदि सभी क्षेत्रपर्यटन के अन्तर्गत आते हैं ।
क्षेत्र पर्यटन के उद्देश्य–क्षेत्र पर्यटन के अनेक उद्देश्य हो सकते हैं । क्षेत्र पर्यटन के उद्देश्य सामान्यतया इस बात पर निर्भर करते हैं कि इसका संचालन एवं आयोजन किस प्रकार किया जाता है। इनका आयोजन तथा संचालन सूचनाएँ प्राप्त करने, अभिवृत्तियों का परिवर्तन करने, रुचि जाग्रत करने, आदेशों का निर्माण करने, नवीन अनुभवों का अर्जन करने तथा मानसिक व्यवस्था को परिवर्तित करने हेतु किया जा सकता है। फलतः यहाँ क्षेत्र पर्यटन के विभिन्न उद्देश्य का निर्माण करते हैं। क्षेत्र पर्यटन के निम्नांकित उद्देश्य हो सकते हैं—
(1) नवीन सूचनाएँ प्राप्त करना ।
(2) अभिवृत्तियों को परिवर्तित करना ।
(3) रुचि जागृत करना ।
(4) आदर्शों का निर्माण करना ।
(5) नवीन अनुभवों की उपलब्धि ।
(6) मानसिक व्यवस्था को परिवर्तित करना ।
(7) समाज या समुदाय का व्यावहारिक ज्ञान देना ।
पर्यटन के लाभ–क्षेत्र पर्यटन से निम्नांकित लाभों की प्राप्ति सम्भव है—
(1) क्षेत्र पर्यटन छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान प्रदान करते हैं । क्षेत्र पर्यटनों के द्वारा छात्र समाज को उसके वास्तविक रूप में देखते हैं। वे बैंकों में विभिन्न व्यक्तियों को कार्य करते हुए देखते हैं, बैंक की कार्य प्रणाली का प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त करते हैं। इस प्रकार प्राप्त ज्ञान पुस्तकीय एवं सैद्धान्तिक ज्ञान से कहीं अधिक व्यावहारिक ज्ञान है।
(2) क्षेत्र पर्यटन जीवन की अनेक वास्तविकताओं से अवगत कराते हैं। इसके साथ किस प्रकार का जीवन व्यतीत करना चाहिए, रेल-यात्रा में क्या-क्या सुविधाएँ होती हैं, अन्य व्यक्तियों से किस प्रकार सम्पर्क स्थापित करने चाहिए आदि का वास्तविक ज्ञान छात्रों को पर्यटनों से प्राप्त होता है।
(3) मानसिक स्वस्थता के दृष्टिकोण से भी पर्यटन बड़े लाभकारी हैं। छात्र लम्बे समय तक विद्यालय की चहारदीवारी में बन्द रहता है। वह मन में घुटने का अनुभव करता है। फलतः वह बाहर जाना चाहता है। इससे स्वच्छन्दता का अनुभव होता है।
(4) पर्यटन विभिन्न विषयों सम्बन्धी ज्ञान को समन्वित करते हैं। पर्यटन के समय हम विभिन्न वस्तुओं को देखते हैं। वे छात्रों के विभिन्न विषयों से सम्बन्धित होती हैं। अध्यापक उनका ज्ञान प्रदान कर विभिन्न विषयों को समन्वित करता है। रेल में यात्रा करते समय छात्रों को देश की रेल व्यवस्था का ज्ञान दिया जा सकता है, रेल में से दिखने वाली फसलों का ज्ञान प्रदान किया जा सकता है, रास्ते में पड़ने वाले शहरों की विशेषताएँ बतलाई जा सकती हैं, विभिन्न उपजातियों के सम्बन्ध में बतलाया जा सकता है । इस प्रकार विभिन्न विषयों के ज्ञान को समन्वित किया जा सकता है।
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