झारखंड लोक सेवा आयोग – छठी झारखण्ड संयुक्त प्रतियोगिता प्रारम्भिक परीक्षा (पेपर-II)

झारखंड लोक सेवा आयोग – छठी झारखण्ड संयुक्त प्रतियोगिता प्रारम्भिक परीक्षा (पेपर-II)

1. जलवायु के प्रमुख घटक, जो झारखण्ड राज्य के वन के क्षेत्र के जलवायु को प्रभावित कर रहे हैं

(1) आधारभूत संरचना के विकास की कमी
(2) जंगल की आग
(3) सिंचाई की कमी
(4) इनमें से कोई नहीं
2. झारखण्ड राज्य में, जंगलों के ‘सुरक्षित वन’ के रूप में वर्गीकृत करने का उद्देश्य
(1) बिना अनुमति सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध
(2) सभी गतिविधियों की छूट
(3) सभी गतिविधियों पर प्रतिबंध
(4) इनमें से कोई नहीं
3. NIDM रिपोर्ट के अनुसार झारखण्ड राज्य में कितने प्रकार के जलवायु क्षेत्र मौजूद हैं ?
(1) 4
(2) 3
(3) 5
(4) 1
4. झारखण्ड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (JSDMA) वर्ष में गठित की गई है।
(1) 2009
(2) 2011
(3) 2008
(4) 2010
5. जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) का नेतृत्व कौन करता है ?
(1) जिला दंडाधिकारी
(2) जिला समाहर्ता
(3) इनमें से कोई भी एक
(4) इनमें से कोई नहीं
6. झारखण्ड के स्वतंत्रता सेनानियों से प्रथम शहीद होने का गौरव किस सेनानी को प्राप्त है ?
(1) बिरसा मुंडा
(2) तेलंगा खड़ीया
(3) तिलका माँझी
(4) सिद्धू और कान्हु
7. झारखण्ड में प्रथम परमवीर चक्र की उपाधि से गौरवान्वित किया गया था
(1) अलबर्ट एक्का
(2) बिरसा मुन्डा
(3) तिलका माँझी
(4) जतरा उराँव
8. स्वतंत्रता सेनानी पोटो सरदार था
(1) उराँव
(2) गोण्ड
(3) मुंडा
(4) नागबंशी
9. ‘मारंग गोमके’ किसे कहा जाता है ?
(1) जयपाल सिंह
(2) के.एस. सिंह
(3) सिबु सोरेन
(4) बिरसा मुण्डा
10. 1954 के छोटानागपुर संयुक्त संघ का अध्यक्ष कौन था ?
(1) सत्यदेव साहु
(2) सुखदेव महतो
(3) राम नारायण खलको
(4) एम. एल. अग्रवाल
11. वर्ष 2016 का पद्मश्री अवॉर्ड से झारखण्ड के किस पर्यावरणविद् को सम्मानित किया गया है ?
(1) शिवलाल सागर
(2) डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद
(3) सिमोन उराँव
(4) अशोक भगत
12. सन् 2016 में झारखण्ड विधान सभा के द्वारा किस विधायक को उत्कृष्ट विधायक के रूप में सम्मानित किया गया ?
(1) प्रदीप यादव
(2) बिरंची नारायण
(3) स्टीफन मरांडी
(4) जोबा मांझी
13. सन् 2015 के गणतंत्र दिवस समारोह में जिस झाँकी को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ वह था
(1) मलूटी मंदिर
(2) राजरप्पा मंदिर
(3) देवघर मंदिर
(4) बासुकीनाथ मंदिर
14. किस वस्तु के सीधा लाभ स्थानांतरण में झारखण्ड देश का पहला राज्य बना है ?
(1) चीनी
(2) दाल
(3) खाद्य तेल
(4) केरोसिन तेल
15. ऊर्जा गंगा जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइप लाइन झारखण्ड के किस जिले से नहीं गुजरेगी ?
(1) धनबाद
(2) बोकारो
(3) पूर्वी सिंहभूम
(4) प. सिंहभूम
16. ‘गायब होता हुआ देश’ उपन्यास के लेखक हैं
(1) निर्मला पुतुल
(2) रजत वर्मा
(3) श्रवण कुमार गोस्वामी
(4) रणेन्द्र
17. ‘कोचे कड़बा’ नाटक के रचनाकार हैं
(1) सोलेमान मुरमू
(2) नारायण सोरेन
(3) पंचानन मारडी
(4) रघुनाथ मुरमू
18. ‘खेरवाल बांशो धोरोम पुथी’ के रचयिता हैं
(1) फादर पीटरलाल एक्का
(2) स्टेफन हिकिम मुरमू
(3) माँझी रामदास टुडू
(4) डोमन हाँसदा
19. ‘आदि धर्म’ पुस्तक के रचनाकार है
(1) रघुनाथ मुरमू
(2) गुरबचन सिंह
(3) रामदयाल मुंडा
(4) निर्मल मिंझ
20. किस साहित्यकार की जन्मशती 2016 में है ?
(1) वंदना टेटे
(2) रामस्वार्थ सिंह
(3) दिनेश्वर प्रसाद
(4) राधाकृष्ण
21. बिहार स्पाँजर, आयरन संयंत्र, अवस्थित है
(1) आदित्यपुर
(2) सोनारी
(3) चांडिल
(4) तमाड
22. भारत के किस राज्य में सर्वप्रथम ‘मुख्यमंत्री जन वन योजना’ का प्रारंभ किया गया ?
(1) बिहार
(2) झारखंड
(3) छत्तीसगढ़
(4) केरल
23. झारखंड में विधवाओं के लिए लागू भीमराव अम्बेडकर आवास योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 में कुल निर्मित किए जाने वाले आवासों की संख्या है
(1) 8,000
(2) 9,000
(3) 10,000
(4) 11,000
24. झारखंड सरकार द्वारा योजना बनाओ’ प्रयास की शुरुआत कब की गई ?
(1) 2011
(2) 2013
(3) 2014
(4) 2016
25. झारखंड सरकार ने विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों के लाभ के लिए ‘सरस्वती योजना’ की शुरुआत किस वर्ष में की ?
(1) 2011
(2) 2012
(3) 2013
(4) 2014
26. संथाली का प्रथम छोटी कहानी का संग्रह था
(1) हैण्डमावक अटो
(2) कुकमु
(3) महिला चेचेत दाई
(4) समीर
27. लाँगड़े क्या है ?
(1) वाद्य यंत्र
(2) एक प्रकार का नृत्य
(3) जादू का प्रकार
(4) (1) और (3) दोनों
28. कजली कब गाया जाता है ?
(1) रबी फसल के समय
(2) होली में
(3) वर्षा ऋतु
(4) चैत्र मास में
29. टाँगीनाथ केन्द्र था
(1) वैष्णव धर्म
(2) पशुपता सम्प्रदाय
(3) बौद्ध धर्म
(4) जैन धर्म
30. ‘धुमकरिया’ किस जनजाति की सामाजिक संस्था है ?
(1) उराँव
(2) हो
(3) गोण्ड
(4) कोल
31. वर्ष 2016 में विश्व बैंक एवं DIPP के अनुसार व्यापार सुगमीकरण में भारतीय राज्यों में झारखंड का स्थान है
(1) प्रथम
(2) पंचम
(3) सप्तम
(4) तृतीय
32. झारखंड सरकार की नई औद्योगिक नीति (2016) ने ग्रामीण विद्युतीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए विद्युतीकरण का लक्ष्य
(1) 70% विद्युतीकरण 2017 तक
(2) 80% विद्युतीकरण 2017 तक
(3) 90% विद्युतीकरण 2017 तक
(4) 100% विद्युतीकरण 2017 तक
33. झारखंड सरकार की 2016 औद्योगिक नीति के लागू रहने की अवधि है
(1) 5 वर्ष
(2) 10 वर्ष
(3) 15 वर्ष
(4) 1 वर्ष
34. नई औद्योगिक नीति (2016) के अंतर्गत सीमेंट क्षेत्र में बृहत परियोजना के लिए न्यूनतम पूंजी निवेश की आवश्यकता है।
(1) 100 करोड़ रु.
(2) 200 करोड़ रु.
(3) 300 करोड़ रु.
(4) 500 करोड़ रु.
35. 2008 को पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास नीति के अनुसार राज्य स्तरीय पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास परिषद् की बैठक कम से कम ………. एक वर्ष में होगी।
(1) एक बार
(2) दो बार
(3) तीन बार
(4) चार बार
36. निम्नलिखित में से कौन से जलप्रपात – नदी युग्म सम्मिलित नहीं है ?
(1) हुंडरु-स्वर्णरेखा
(2) जोन्हा – राहु
(3) दसोंग-काँची
(4) लोध-बराकर
37. तिलैया बाँध यह नदी पर निर्मित है।
(1) दामोदर
(2) बराकर
(3) कोनार
(4) उसरी
38. पारसनाथ पहाड़ी की ऊँचाई क्या है ?
(1) 1600 मीटर
(2) 1565 मीटर
(3) 1365 मीटर
(4) 1260 मीटर
39. तुरामडीह में किस खनिज का खनन होता है ?
(1) कायनाइड
(2) आस्बेस्टोस
(3) अबरख
(4) यूरेनियम
40. बैंटोनाइट निक्षेप झारखंड में पाया जाता है
(1) प. सिंहभूम
(2) लोहरदगा
(3) साहिबगंज
(4) जायंतारा
41. संथाल परगना अधिनियम, 1949 की धारा ………… के तहत, जमीन जो किसी भी रूप में दर्ज नहीं किया गया है वो मूल रैयत का जोत (निजी जोत) या मूल रैयती जोत (अधिकृत जोत) माना जाएगा।
(1) 9
(2) 8
(3) 7
(4) 10
42. संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, 1949 की धारा 33 के अंतर्गत कोई भी बंजर भूमि की बंदोबस्ती रद्द करने के योग्य है अगर उसमें……..कृषि न किया गया हो। वर्ष तक
(1) 4
(2) 6
(3) 5
(4) 8
43. संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, रैयत 1949 की धारा 22 के तहत, किस परिस्थिति में अपने जोत भूमि को एसडीओ और मुखियाजी या मूल रैयत को सूचना देकर अस्थायी रूप से कृषि हेतु न्यास में रख सकता है ?
(1) गाँव से अस्थायी अनुपस्थिति की स्थिति में
(2) हल चलाने लायक बैलों की कमी की स्थिति में
(3) रैयत के विधवा या नाबालिक होने की स्थिति में
(4) इनमें से सभी
44. पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप परियोजना के लिए जमीन के अधिग्रहण के वास्ते कितने प्रतिशत लोगों की स्वेच्छा का प्रावधान भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 के तहत
(1) 50 प्रतिशत
(2) 60 प्रतिशत
(3) 70 प्रतिशत
(4) 80 प्रतिशत
45. भूमि का स्वामी भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 के तहत किसको माना जाता है ?
(1) भूमि रिकॉर्ड में स्वामी देण हो
(2) जंगल अधिकार को जंगल अधिकार अधिनियम, 2006 में मान्यता
(3) पट्टा अधिकार का मालिक
(4) ऊपर के सभी
46. प. सिंहभूम में अवस्थित चिड़िया प्रसिद्ध है
(1) पक्षी अभयारण्य
(2) भेड़िया अभयारण्य
(3) लौह अयस्क खनन
(4) खरकई पर बाँध
47. झारखंड के किस जिले में लाह का सबसे अधिक उत्पादन होता है ?
(1) रांची
(2) खुंटी
(3) प. सिंहभूम
(4) गुमला
48. झारखंड में प्रतिव्यक्ति वन एवं पेड़ों का आच्छादन है
(1) 0.08 हेक्टेयर
(2) 1.08 हेक्टेयर
(3) 2.08 हेक्टेयर
(4) 3.08 हेक्टेयर
49. शहीद निर्मल महतो पार्क जिसे झारखंड के झारपार्क प्रोग्राम में सम्मिलित किया गया जिले ये है
(1) रांची
(2) पूर्वी सिंहभूम
(3) हजारीबाग
(4) पलामु
50. राजरप्पा किन नदियों के संगम पर अवस्थित है ?
(1) दामोदर – भेरा
(2) दामोदर – शेरभूखी
(3) दामोदर – बराकर
(4) दामोदर – कोनार
51. छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1908 की धारा 71A, जो अनुसूचित जनजातियों के गैरकानूनी रूप से अंतरण किए गए जमीन में अनुसूचित जनजाति के सदस्यों का अधिकार बहाल करने की शक्ति प्रदान करता है, इसे ……….. कानून द्वारा डाला गया है।
(1) सिविल प्रक्रिया संहिता (1859 का सप्तम अधिनियम)
(2) बिहार अनुसूचित क्षेत्र नियम, 1969
(3) दोनों
(4) इनमें से कोई नहीं
52. छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1908 के अंतर्गत एक कन्या खुंट-कट्टीदार को
(1) पैतृक संपत्ति पर उत्तराधिकार के अधिकार अपवर्जित है
(2) पुरुषों के समान अधिकार प्राप्त है
(3) खुंट-कट्टीदार अधिकार प्राप्त है
(4) इनमें से कोई नहीं
53. छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1869 के अंतर्गत पद ‘भूईंहारी रैयती’ की परिभाषा में सम्मिलित किया गया है
(1) मुंडा को
(2) भूतखेत को
(3) उराँव को
(4) इनमें से सभी को
54. संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, 1949 के तहत, खास गाँव से तात्पर्य एक ऐसे गाँव से है जहाँ
(1) कोई मूल रैयत न हो
(2) कोई मुखिया न हो
(3) (1) और (2) दोनों
(4) इनमें से कोई नहीं
55. संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, 1949 के तहत गाँव के मुखिया का पद
(1) हस्तांतरणीय
(2) अहस्तांतरणीय
(3) वंशानुगत
(4) इनमें से कोई नहीं
56. सन् 2011 में संपन्न 34वें राष्ट्रीय खेलों का शुभंकर छउआ था
(1) शिशु हिरण
(2) शिशु हाथी
(3) शिशु भालू नहीं
(4) उपरोक्त में कोई
57. झारखंड की सबसे पहली महिला जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की
(1) बचेन्द्री पाल
(2) प्रेमलता अग्रवाल
(3) अरुणा मिश्रा
(4) उपरोक्त में से कोई नहीं
58. मोहन कुमारमंगलम स्टेडियम अवस्थित है
(1) जमशेदपुर
(3) सिमडेगा
(2) धनबाद
(4) बोकारो
59. छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1908 की धारा ……….. के तहत अनुसूचित जनजाति/पिछड़ा वर्ग/अनुसूचित जाति भूमि के हस्तांतरण पर प्रतिबंध प्रदान की गई है।
(1) 46
(2) 72
(3) 48
(4) 42
60. धारा 46 के तहत बेदखली के समय ………… वर्ष है, जिसके तहत इस अवधि के समाप्ति के बाद प्रतिकूल कब्जे में रही भूमि का हस्तांतरण परिपूर्ण होगा।
(1) 10
(2) 8
(3) 5
(4) 12
61. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंडियन स्कूल ऑफ माईंस) की स्थापना हुई थी सन्
(1) 1926
(2) 1925
(3) 1927
(4) उपरोक्त में से कोई नहीं
62. रांची विश्वविद्यालय की स्थापना किस विश्वविद्यालय से अलग करके हुई थी ?
(1) बिहार विश्वविद्यालय
(2) पटना विश्वविद्यालय
(3) मगध विश्वविद्यालय
(4) उपरोक्त में कोई नहीं
63. एक्स. एल. आर. आई. जमशेदपुर की स्थापना की थी
(1) टाटा संस
(2) मेरी सोसायटी
(3) सोसायटी ऑफ जीसस
(4) सर रतन टाटा ट्रस्ट
64. झारखंड की पहली महिला हॉकी खिलाड़ी जिसने ओलंपिक खेला
(1) असुंता लकड़ा
(2) निक्की प्रधान
(3) सावित्री पूर्ती
(4) सुमराई टेटे
65. सन् 2016 में किस खिलाड़ी को पद्मश्री से सम्मानित किया गया ?
(1) एम. एस. धोनी
(2) झानु हांसदा
(3) दीपिका कुमारी
(4) सिलवानिस डुंगडुंग
66. मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना की शुरुआत झारखंड में किस वर्ष में की गई ?
(1) 2012
(2) 2013
(3) 2014
(4) 2015
67. सी. ए. एम. पी. ए. (CAMPA) से क्या तात्पर्य है?
(1) झारखंड प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण
(2) झारखंड अवनीकरण कोष प्रबंधन और नीति प्राधिकरण
(3) झारखंड प्रतिपूरक संघ कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण
(4) इनमें से कोई नहीं
68. झारखंड सरकार ने राज्य के विभिन्न वन्यजीव अभयारण्यों में  ………… वर्ष की अवधि के लिए वन्यजीव प्रबंधन योजना शुरू की है ?
(1) 5 वर्ष
(2) 6 वर्ष
(3) 4 वर्ष
(4) 10 वर्ष
69. राष्ट्रीय हरित मिशन, भारत निम्नलिखित में से किस राज्यों में मौजूदा वनों का घनत्व में सुधार करने के उद्देश्य से भारत सरकार द्वारा शुरू की गई है ?
(1) झारखण्ड
(2) मध्य प्रदेश
(3) दोनों राज्यों में
(4) इनमें से कोई नहीं
70. झारखंड राज्य गंगा नदी संरक्षण प्राधिकरण …………. में गणित की है।
(1) 2008
(2) 2010
(3) 2009
(4) 2011
71. झारखण्ड के किस जिले में आदिवासी जनसंख्या सबसे अधिक है ?
(1) पश्चिम सिंहभूम
(2) पूर्वी सिंहभूम
(3) दुमका
(4) लोहारदागा
72. सोहराई त्योहार दीपावली के दूसरे दिन झारखण्ड में किसके महिमा में मनाई जाती है ?
(1) खेती धन
(3) खन्न धन
(2) जंगल धन
(4) जानवर धन
73. बाबू लाल मरान्डी झारखण्ड के मुख्यमंत्री पद संभालते हैं, कौन से जिले को उप-राजधानी के रूप में विकसित करने का एलान किया ?
(1) लोहारदागा
(2) सिमदेगा
(3) दुमका
(4) सराईकेला
74. ‘हिल एसेंबली प्लान’ किसके द्वारा आदिवासी उन्नति के लिए किया गया था ?
(1) टी. विलकिंसन
(2) क्लीवलैंड
(3) लॉर्ड विलियम बेंटिंक
(4) लॉर्ड मैकाले
75. संथालों में विवाह का सबसे सामान्य रूप कौन सा है?
(1) इतूत
(2) सांगा
(3) निर-बलोक
(4) बापला
76. झारखंड सिंगल विंडो क्लेयरेंस कानून लागू हुआ सन्
(1) 2016
(2) 2014
(3) 2013
(4) 2015
77. बोकारो इस्पात संयंत्र का निर्माण हुआ था …….. के सहयोग से।
(1) संयुक्त राज्य अमेरिका
(2) जर्मनी
(3) इंग्लैंड
(4) रूस
78. जेएसएमडीसी द्वारा स्थापित ग्रेनाइट पॉलिशिंग उद्योग अवस्थित है।
(1) तुपुदाना (रांची)
(2) मधुपुर
(3) पाकुड
(4) सरायकेला
79. गार्डेन रिच शिप बिल्स एंड इंजीनियर लिमिटेड का डीजल इंजन संयंत्र, अवस्थित है
(1) बोकारो
(2) आदित्यपुर
(3) कांड्रा
(4) रांची
80. भारत सरकार ने इलेक्ट्रोनिक निर्माण क्लस्टर की स्वीकृति की है ……… में |
(1) आदित्यपुर
(2) तुपुदाना
(3) जसीडीह
(4) बोकारो
81. कौन-सा कथन डोकलो सोहर महा समिति के लिए सही नहीं है ?
(1) पंचायती राज एलेक्सन का विरोध किया
(2) पंचायती राज का समर्थन किया
(3) जातीय प्रथा का समर्थन किया
(4) मुन्डा- मान्की व्यवस्था को स्वीकार करना
82. जिसने जंगल को साफ किया और खेती के लिए तैयार किया उस परिवार को क्या कहते हैं ?
(1) भूइन्हारस्
(2) चलो पच्चो
(3) बैगा
(4) पुजार
83. ग्रामीण शासकीय व्यवस्था में बैगा का क्या कार्य है?
(1) ग्रामीण देवताओं को शांत करना
(2) ग्राम सेवक का काम करना
(3) बढ़ई का काम करना
(4) लोहार का काम करना
84. झारखण्ड के सदान का मुख्य व्यवसाय क्या है ?
(1) शिकार
(2) खेती
(3) व्यापार
(4) बुनाई करना
85. निम्नलिखित भाषाओं में से कौन सी झारखण्ड के आदिवासी समुदाय से विलुप्त हो गई है ?
(1) मुंढारी
(2) कुरुख
(3) खरीया
(4) असुरी
86. आपदा प्रबंधन के ज्ञान – सह-प्रदर्शन केन्द्र (सृजन) का मुख्य कार्य है
(1) ज्ञान-सह-प्रदर्शन केन्द्र
(2) जागरूकता फैलाना
(3) स्थानीय आवश्यकता के आधार पर जानकारी प्रदान करना
(4) इनमें से सभी
87. इनमें से किस वर्ष में झारखण्ड राज्य ने वर्षा की कमी के कारण गंभीर सूखे का अनुभव किया ?
(1) 2001
(2) 2005
(3) 2010
(4) 2006
88. आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की कौन सी धारा………… राज्य के राज्यपाल को राज्य में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) की स्थापना करने की शक्ति प्रदान करता है?
(1) धारा 14 (1)
(2) धारा 15
(3) धारा 16
(4) इनमें से कोई नहीं
89. झारखण्ड का पहला वाई-फाई ग्राम निम्नलिखित में से किस प्रखंड में स्थित है ?
(1) इचाक
(2) कसमार
(3) चौपारण
(4) गोविंदपुर
90. हाल ही में देश के पहले खेल विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए झारखण्ड राज्य एवं निम्नलिखित में से किसके बीच एम.ओ. यू. (M.O.U.) सम्पन्न हुआ है?
(1) सी.सी.एल.
(2) सेल
(3) एन.टी.पी.सी.
(4) टिस्को
91. प्रारंभिक काल में इनमें से कौन मुण्डा जनजाति के भूईहरी- पहरा के अधिकारी नहीं थे ?
(1) कुवर
(2) लाल
(3) कार्तो
(4) पाट-मुण्डा
92. नागबंशी शासक राजा दुर्जन शाल 1628 में मुगल सम्राट जहाँगीर को वार्षिक कर देना स्वीकार किया था। वार्षिक कर की राशि थी
(1) 7,000 रुपया
(2) 9,000 रुपया
(3) 6,000 रुपया
(4) 5,000 रुपया
93. प्रारंभिक काल में महतो के कार्यभार से पहले उराँव ग्रामों का पुरोहिती एवं लौकिक प्रधान कौन था ?
(1) पुजार
(2) बैगा
(3) गौरेत
(4) इनमें से कोई नहीं
94. संथालों के सामुदायिक व्यवस्था में माँझी का उपप्रधान कौन था ?
(1) प्रधान
(2) मुस्तन्जीर
(3) पारानिक
(4) गौरेत
95. मुन्डा मानकी व्यवस्था को किस अंग्रेज पदाधिकारी ने मंजूरी दी थी ?
(1) थोमासन
(2) कारलाएल
(3) क्लीवलैंड
(4) थोमस विलकिंसन
96. भारतीय कृषि में जलवायु परिवर्तन नॉलेज नेटवर्क (CCKNIA) महाराष्ट्र, झारखण्ड और ओडिशा तीन राज्यों में वर्ष …….. में शुरू किया गया था।
(1) 2012
(2) 2011
(3) 2013
(4) 2014
97. झारखण्ड राज्य मुख्यतः किस जलवायु क्षेत्र के तहत आता है ?
(1) उष्णकटिबंधीय मानसून
(2) उष्णकटिबंधीय नमी
(3) दोनों
(4) इनमें से कोई नहीं
98. किसके सहयोग से झारखण्ड राज्य जलवायु केन्द्र स्थापित कर दिया गया है ?
(1) विश्व व्यापार संघटन (डब्ल्यू टी ओ)
(2) अम्नेस्टी इंटरनेशनल
(3) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू एन डी पी)
(4) इनमें से कोई नहीं
99. जलवायु परिवर्तन पर झारखंड कार्य योजना किस वर्ष प्रकाशित हुई ?
(1) 2013
(2) 2014
(3) 2015
(4) 2011
100. झारखंड जलवायु परिवर्तन कार्य योजना रिपोर्ट (2014) के अनुसार सबसे संवेदनशील जिला कौन सा है?
(1) पूर्वी सिंहभूम
(2) सरायकेला खरसांवान
(3) रांची
(4) बोकारो

उत्तर व्याख्यासहित

1. (2) जंगल की आग या ‘दावानल जलवायु के प्रमुख घटक हैं, जो झारखंड राज्य के वन के क्षेत्र के जलवायु को प्रभावित कर रहे हैं। जंगल की आग के कारण प्राकृतिक कारकों जैसे आकाशीय बिजली गिरने से या प्राकृतिक रूप से वन में उत्पन्न घर्षण से होता है। कभी-कभी यह मानव गतिविधियों जैसे सुलगते बीड़ी, सिगरेट एवं जलते हुए माचिस की तीली फेंक देने से भी लगता है। झारखंड में हजारीबाग, जमशेदपुर, पलामू आदि क्षेत्रों के वन इससे गहरे स्तर पर प्रभावित हो रहे हैं साथ ही वनों की जैवविविधता पर भी असर पड़ा है।
इस दावानल की रोकथाम के लिए सरकारी एवं संस्थागत प्रयास हो रहे हैं। जेवियर कुजुर’ ने ‘झारखंड जंगल बचाओ’ अभियान चलाया है।
2. (1) झारखंड में पाए जाने वाले वनों की 3 श्रेणियाँ हैं- रक्षित वन, संरक्षित वन एवं अवर्गीकृत वन । रक्षित वन वैसे वन होते हैं जिसमें मनुष्यों को पशु चराने एवं लकड़ी काटने की अनुमति होती है। सुरक्षित / संरक्षित वनों में मनुष्यों को अपने पशुओं को चराने एवं लकड़ी काटने की इजाजत नहीं होती है क्योंकि इन वनों को पूर्णत: सरकारी संपत्ति माना जाता है।
3. (2) NIDM रिपोर्ट के अनुसार झारखंड राज्य में 3 प्रकार के जलवायु क्षेत्र मौजूद है। सामान्यतः झारखंड को 7 जलवायु प्रदेशों में बाँटा जाता है- उत्तरी व उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र (महाद्वीपीय प्रकार), मध्यवर्ती क्षेत्र (उपमहाद्वीपीय प्रकार), पश्चिमी परगना क्षेत्र (डेल्टा प्रकार), पूर्वी सिंहभूम क्षेत्र ( सागर प्रभावित प्रकार), पश्चिमी सिंहभूम का पश्चिमी क्षेत्र (आर्द्र वर्षा प्रकार), रांची- हजारीबाग पठार क्षेत्र (तीव्र एवं सुखद प्रकार) एवं पाट क्षेत्र (शीत वर्षा क्षेत्र) ।
4. (4) झारखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (JSDMA) वर्ष 2010 में गठित की गई है। यह प्राधिकरण जलवायु, बाढ़, भौगोलिक, औद्योगिक, नाभिकीय आदि आपदाओं संबंधी प्रबंधन करता है। इस प्राधिकरण के अध्यक्ष मुख्यमंत्री है। ध्यातव्य है कि 28 नवम्बर, 2005 को संसद ने प्राकृतिक आपदा विधेयक को सर्वसम्मति से पारित कर दिया।
5. (3) जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) का नेतृत्व जिला दंडाधिकारी या जिला समाहर्ता में से कोई एक करता है। प्राकृतिक आपदाओं तथा दुर्घटनाओं के बाद राहत एवं पुनर्वास के लिए तैयारी को पूर्ण स्वरूप प्रदान करने के लिए आपदा प्रबंधन का तीन स्तरीय ढाँचा हैराष्ट्रीय स्तर (अध्यक्ष, प्रधानमंत्री), राज्य स्तर (अध्यक्ष- मुख्यमंत्री) तथा जिला स्तर (अध्यक्ष, जिलाधिकारी ) ।
6. (3) झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों से प्रथम शहीद होने का गौरव ‘तिलका माँझी को है। तिलका माँझी (जबरा पहाड़ियां) ने 1784 ई. में अंग्रेजों के विरुद्ध आंदोलन प्रारंभ किया था। ये अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह करने वाले प्रथम आदिवासी थे। तिलका मांझी ने छापामार युद्ध का प्रयोग किया तथा क्लोक्लैंड की हत्या कर दी। पहाड़ियां सरदार ‘जउराह’ ने तिलका माँझी को पकड़वाने में सहयोग किया। इन्हें भागलपुर में बरगद के पेड़ से फाँसी पर लटका दिया गया।
7. (1) झारखंड में प्रथम परमवीर चक्र की उपाधि से गौरवान्वित ‘अल्बर्ट एक्का’ को किया गया था। अल्बर्ट एक्का का जन्म झारखंड के गुमला जिले के डुमरी ब्लॉक के जरी गाँव में हुआ था। 1962 ई. के भारत चीन युद्ध एवं 1971 ई. के पाकिस्तान के विरुद्ध युद्ध में इनके साहसिक योगदान हेतु भारत सरकार ने मरणोपरांत इन्हें सर्वोच्च वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया।
8. (3) पोटो सरदार झारखंड के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी थे। ये ‘मुंडा’ जनजाति से संबंधित थे। इन्होंने मुण्डाओं को एकजुट कर अंग्रेजों के विरुद्ध विद्रोह किया था।
9. (1) ‘मारंग गोमके’ (बड़े गुरुजी) की उपाधि जयपाल सिंह की थी। जयपाल सिंह 1928 में एम्सटर्डम (नीदरलैंड) में हुए नौवें ओलंपिक खेलों में हॉकी टीम के कप्तान थे। भारत को ओलंपिक हॉकी में पहला स्वर्ण पदक इसी टीम ने दिलाया था। इन्होंने 1939 में ‘आदिवासी महासभा’ के गठन का सहयोग किया, 1950 ई. में पृथक् झारखंड राज्य की माँग हेतु ‘झारखंड पार्टी का गठन किया। लोग इन्हें ‘मुण्डा राजा’ की संज्ञा भी देते थे।
10. (2) 1954 के छोटानागपुर संयुक्त संघ का अध्यक्ष ‘सुखदेव महतो’ था। बाद में राम नारायण सिंह को इस संघ का अध्यक्ष बनाया गया। राम नारायण सिंह का उपनाम ‘छोटानागपुर केशरी’ (गाँधीजी ने दिया) है। इस संघ से जुड़े प्रमुख नेता – राम नारायण खलको, सत्यदेव साहु, मधुसूदन अग्रवाल थे।
11. (3) वर्ष 2016 में पद्म श्री अवॉर्ड से झारखंड के पर्यावरणविद् ‘सिमोन उराँव’ को सम्मानित किया गया। 2016 में ही झारखंड की प्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय महिला तीरंदाज दीपिका कुमारी को भी पद्म श्री से नवाजा गया।
12. (3) झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता व झारखंड विधान सभा के सदस्य स्टीफन मरांडी को वर्ष 2016 का उत्कृष्ट विधायक के रूप में पुरस्कृत किया गया है। वे चौथे झारखंड विधान सभा में प्रोटेम स्पीकर की भी भूमिका निभा चुके हैं। वर्ष 2015 में उन्होंने झारखंड विका मोर्चा का गठन भी किया था।
13. (1) सन् 2015 के गणतंत्र दिवस समारोह में झारखंड के झाँकी मलूटी मंदिर को द्वितीय पुरस्कार प्राप्त हुआ था। इन झांकियों में प्रथम पुरस्कार महाराष्ट्र की झाँकी ‘वारी टू पंढरपुर’ को प्राप्त हुआ। तीसरा स्थान कर्नाटक की झाँकी प्रसिद्ध ‘चिन्नापा ट्वाय’ को मिला।
14. (4) किसी वस्तु के सीधा लाभ स्थानांतरण (DBT) में झारखंड भारत का प्रथम राज्य बना। झारखंड ने सर्वप्रथम केरोसीन तेल के संबंध में इस नीति को लागू किया है। 1 अक्टूबर, 2016 से प्रारंभ हुए इस योजना को झारखंड के चार जिलों – चतरा, हजारीबाग, खूंटी तथा जामताड़ा में लागू किया गया है। आगे इसका विस्तार अन्य जिलों में भी किया गया।
15. (4) झारखंड तथा गेल (GAIL) इंडिया लि. ने प्राकृतिक गैस एवं शहरी गैस वितरण के आधारभूत संरचना के विकास हेतु ‘ऊर्जा गंगा जगदीशपुर-हल्दिया गैस पाइपलाइन’ के अंतर्गत गैस कॉर्पोरेशन एग्रीमेंट (CGA) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते पर हस्ताक्षर सरकार की ओर से के. रवि (उद्यो के सचिव) तथा गेल इंडिया के एक्जीक्यूटिव डायरेक्ट ए. के. जेना ने किया। यह पाइपलाइन झारखंड के 6 जिलों – बोकारो, गिरिडिह, धनबाद, हजारीबाग, पूर्वी सिंहभूम तथा रांची के कुल 360 किमी. क्षेत्र को आच्छादित करेगा।
16. (3) ‘गायब होता देश’ के लेखक ‘रणेन्द्र’ है। श्रवण कुमार गोस्वामी की प्रमुख रचनाएँ हैं- एक टुकड़ा सच, भारत बनाम इंडिया आदि।
17. (1) ‘कोचे कड़बा’ नाटक के रचनाकार सोलेमान मुरमू है। नारायण सोरेन ने नयम (नाटक), हैपराम कथा (निबंध), माथा सुरा (उपन्यास) जैसी रचनाएँ की हैं।
18 (3) ‘खेरवाल बांशो धोरोम पुथी’ के रचयिता ‘माँझी रामदास टुडु’ हैं।
19. (3) ‘आदि धर्म पुस्तक के रचनाकार रामदयाल मुंडा एवं रतन सिंह मानकी है। इस पुस्तक में आदिवासियों के धार्मिक आस्थाओं का विस्तृत विवरण मिलता है।
20. (4) राधाकृष्ण हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध रचनाकार हैं। ये झारखंड से संबंधित रहे। इन्होंने साहित्य के विविध क्षेत्रों पर लेखनी चलाई है। राधाकृष्ण ने ‘सोमदेव’ उपनाम से कविताएँ लिखी। इनका सबसे चर्चित उपन्यास है ‘रूपान्तर’। राधाकृष्ण के विषय में प्रेमचन्द ने कहा कि ‘मैंने छोटानागपुर के कोयला खान से हीरा ढूँढ निकाला है।’ राधाकृष्ण की कहानियों के संग्रह ‘राम लीला’ सजला, गल्पिका, होगा है।
21. (3) बिहार स्पाँजर आयरन संयंत्र (BSIL ) भारत का प्रथम मर्चेन्ट आयरन स्पाँज आयरन प्लांट है। यह प्लान्ट झारखंड के सरायकेला सरसांवा जिले के ‘चांडिल’ ( उत्तम नगर क्षेत्र में) में अवस्थित है। यह क्षेत्र जमशेदपुर से महज 30 किमी. की दूरी पर स्थित है। स्पाँज आयरन का उपयोग स्टील बनाने के कच्चे माल के रूप में होता है।
22. (2) ‘मुख्यमंत्री जन वन योजना’ का आरंभ सर्वप्रथम झारखंड राज्य में 15 नवम्बर, 2015 को प्रारंभ किया गया। इस योजना का उद्देश्य राज्य के अधिसूचित वनों पर बोझ कम करने और किसानों की निजी जमीनों पर पौधारोपण, हरित क्षेत्र में वृद्धि हेतु, बढ़ावा देने से है। इसमें पौधारोपण में किसानों को 50% अनुदान दिया जाता है।
23. (4) झारखंड में विधवाओं के लिए भीमराव अम्बेडकर आवास योजना को लागू किया गया है। इस योजना के तहत 2016-17 में कुल निर्मित किए जाने वाले आवासों की संख्या 11,000 है।
24. (4) झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवरदास 30 दिसम्बर, 2015 को ‘योजना बनाओ अभियान’ की शुरुआत की। यह अभियान ग्रामीण क्षेत्रों के विकास में स्थानीय लोगों को भागीदार बनाने से संबद्ध है। इस अभियान को ग्रामीण क्षेत्रों के विकास हेतु प्रत्येक पंचायत 8-10 समूह में बैठक करके इस संदर्भ में नीति निर्धारित करेंगे एवं जिलाधिकारी को इससे अवगत कराएंगे।
25. (4) झारखंड में विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों के लाभ के लिए ‘सरस्वती योजना’ की शुरुआत 2014 में की गई। इस योजना के तहत विनिर्माण क्षेत्र से जुड़े श्रमिकों (मजदूरों) की बेटियों के लिए शादी का खर्च मुहैया कराया जाता है।
26. (2) झारखंड का संथाली साहित्य अत्यंत समृद्ध अवस्था में है। इस भाषा के लिए पंडित रघुनाथ मूर्मू ने ‘ओलचिकी’ लिपि का आविष्कार किया था। संथाली का प्रथम छोटी कहानी का संग्रह ‘कुकमु’ था। इस साहित्य के रचनाकारों में डोमन साहु ( संथाली साहित्य के भारतेन्दु ) , केवल सोरेन, जे. फिल्पिस, जमादार किस्कू, पी.ओ. बोडिंग आदि प्रमुख हैं।
27. (2) ‘लाँगड़े’ झारखंड के आदिवासियों में प्रचलित एक प्रकार का नृत्य है। यह नृत्य विभिन्न उत्सवों एवं पर्वों में महिलाओं द्वारा किया जाता है। लाँगड़े नृत्य के कई रूप एवं विभिन्नताएँ हैं जो प्रत्येक उत्सव में अलग-अलग रूप में दृष्टिगोचर होते हैं। उदाहरण के लिए, सोहराय पर्व में लाँगड़े नृत्य किया जाता है।
28. (3) कजली वर्षा ऋतु में गाया जाता है। यह परंपरागत रूप से गाया जाने वाला गीत है। ‘कजली’ वस्तुत: काजल से बना है जिसका मतलब काला होता है। यह वर्षा ऋतु में मानसून के कारण काले बादल को बरसने हेतु, सम्बोधन करके गाया जाता है।
कजली मुख्यत: उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर क्षेत्र में गाया जाता है। उत्तर प्रदेश में कजली गान के दो रूप हैं, एक महिलाओं द्वारा मानसून पूर्व तथा दूसरा मंचीय कजली होता है।
29. (2) टाँगीनाथ केन्द्र पाशुपत संप्रदाय से संबंधित है। टाँगीनाथ धाम, झारखंड राज्य के गुमला शहर से करीब 75 किमी. दूर तथा रांची से करीब 150 किमी दूर घने जंगलों के बीच स्थित है। परंपरा अनुसार, इस स्थान से भगवान परशुराम का गहरा नाता था, उनका फरसा (टाँगी) जमीन में गड़ा हुआ है। धाम में आज भी परशुराम के पदचिह्न मौजूद हैं।
30. (1) धुमकुरिया’ उराँव जनजाति की सामाजिक संस्था है। उराँव जनजाति झारखंड की दूसरी बड़ी जनजाति है (प्रथम-संथाल )। यह जनजाति मुख्यत: झारखंड के हजारीबाग, संथाल परगना, रांची, पलामू, सिंहभूम आदि क्षेत्रों के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों में भी मिलती है। उराँव जनजाति का मूल स्थान कोंकण क्षेत्र था।
घोटुल नामक सामाजिक संस्था गोण्ड जनजाति में, तथा ‘गितिओरा’ – हो जनजाति की सामाजिक संस्था है। खरवारों में ऐसी सामाजिक संस्था नहीं पाई जाती है।
31. (3) ‘वर्ल्ड बिजनेस डूइंग रिपोर्ट’ विश्व बैंक प्रत्येक वर्ष जारी करती है। वर्ष 2016 में विश्व बैंक एवं DIPP के अनुसार व्यापार सुगमीकरण में भारतीय राज्यों में झारखंड का स्थान 7वाँ है। इस रिपोर्ट में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना को संयुक्त रूप से पहला स्थान मिला है। इसके अलावा गुजरात (तीसरा), छत्तीसगढ़ (चौथा), मध्य प्रदेश (पाँचवा), हरियाणा (छठा) आदि राज्य झारखंड से ऊपर स्थान पर हैं।
32. (4) झारखंड सरकार की नई औद्योगिक नीति (2016) के अनुसार ग्रामीण विद्युतीकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए 2017 तक 100% विद्युतीकरण का लक्ष्य निर्धारित किया है। झारखंड सरकार ने इस लक्ष्य हेतु केन्द्र सरकार के साथ MOU पर हस्ताक्षर किए हैं, साथ ही केन्द्र सरकार की उदय योजना के तहत शामिल होने वाला प्रथम राज्य भी है।
33. (1) झारखंड सरकार की 2016 की औद्योगिक नीति के लागू रहने की अवधि 5 वर्ष है। सामान्यतः यह नीति 01.04.2016 से 31.03.2021 तक लागू रहेगी।
34. (3) नई औद्योगिक नीति की प्रभावी तिथि 1 अप्रैल, 2016 ई. से 31 मार्च, 2021 ई. तक के लिए है।
इस नीति में उद्योगों में निवेश के प्रोत्साहन पर अधिक जोर दिया गया है। नई औद्योगिक नीति-2016 के अंतर्गत सीमेंट क्षेत्र में वृहत् परियोजना के लिए न्यूनतम पूँजी निवेश 300 करोड़ रुपए की आवश्यकता है ।
35. (2) झारखंड पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास नीति, 2008 राज्य की प्रथम पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास नीति है। इसकी घोषणा जुलाई 2008 में की गई। इस नीति में कुल 9 अध्याय हैं। इस नीति के अनुसार राज्य स्तरीय पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास परिषद् की बैठक एक वर्ष में कम से कम दो बार होगी। इसमें परियोजनाओं के सामाजिक प्रभाव का मूल्यांकन, योजना, प्रशासकों की नियुक्ति एवं उनकी शक्तियाँ तथा कार्य, निगरानी तंत्र, शिकायत निवारण तंत्र आदि अध्यायों का संकलन किया गया है।
36. (4) लोध जलप्रपात, लातेहार जिले के महुआडांड से 14 किमी. दूर उत्तरी कोयल नदी पर है। यह जलप्रपात झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात (137 मी.) है। विकल्प में दिए गए अन्य युग्म सही सुमेलित हैं।
37. (2) दामोदर नदी घाटी बहुद्देशीय परियोजना के तहत 1948 ई. में प्रथम चार चरण में चार बाँधों का निर्माण प्रारंभ हुआ। तिलैया बाँध इन चार बाँधों में से एक है, यह बाँध दामोदर की सहायक नदी बराकर पर बनाया गया है। यह झारखंड के कोडरमा जिले में है। इस बाँध को 1953 ई. में खोला गया।
38. (3) पारसनाथ पहाड़ी झारखंड के गिरिडीह जिले में अवस्थित है। पारसनाथ पहाड़ी की ऊँचाई 1365 मीटर है। यह पहाड़ी जैन धर्मावलंबियों का धार्मिक स्थल है, इसे सम्वेत शिखर के नाम से भी जाना जाता है। जैन धर्म के 23वें तीर्थंकर पारसनाथ के नाम पर इसका नाम पड़ा। इस पहाड़ी पर कई जैन मंदिर हैं जो 2000 वर्ष पुराने हैं। संथाल लोग इस पहाड़ी को ‘मारंग-बुरू’ के नाम से संबोधित करते हैं। बैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि को यहाँ उत्सव मनाया जाता है । यह पर्यटक स्थल का प्रमुख केन्द्र बन गया है।
39. (4) तुरामडीह में यूरेनियम का खनन होता है। यह क्षेत्र जादूगोड़ा से 24 किमी. पश्चिम में पड़ता है। तुरामडीह खनन क्षेत्र में क्षैतिज खनन होता है तथा खनन भाग को स्तंभों द्वारा भरा जाता है।
40. (3) बेंटोनाइट निक्षेप साहेबगंज, पाकुड में पाया जाता है। यह जलीय एल्युमिनियम, सिलिकेट होता है। बेंटोनाइट साहेबगंज के बरहरवान, तीन पहाड़, तलझरी आदि क्षेत्रों में पाया जाता है।
41. (4) संथाल परगना जाँच समिति की सिफारिशों के आधार पर संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, 1949 का निर्माण किया गया। यह अधिनियम 1 नवम्बर, 1949 ई. को प्रभावी हुआ। इस अधिनियम की धारा 10 के तहत, जमीन जो किसी भी रूप में दर्ज नहीं की गई है वो मूल रैयत का जोत (निजी जोत) या मूल रैयती जोत (अधिकृत जोत) माना जाएगा।
42. (3) संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, में 1949 कुल 72 धाराएँ हैं, 9 अध्याय तथा 2 अनुसूचियाँ हैं। इस अधिनियम की धारा 33 के अंतर्गत कोई भी बंजर भूमि का बंदोबस्ती रद्द करने के योग्य है अगर उसमें ‘5 वर्ष’ तक कृषि न की गई हो।
43. (4) संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, 1949 की धारा 22 के तहत, एक गाँव से अस्थाई अनुपस्थिति की स्थिति में, हल चलाने लायक बैलों की कमी की स्थिति में, रैयत के विधवा या नाबालिक होने की स्थिति में अपने जोत भूमि को एसडीओ और मुखिया जी या मूल रैयत को सूचना देकर अस्थायी रूप से कृषि हेतु न्यास में रख सकता है।
44. (3) झारखंड पुनर्स्थापन एवं पुनर्वास नीति की घोषणा जुलाई 2008 में की गई। पुनः भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 लाया गया। पी.पी.पी. परियोजना के लिए जमीन के अधिग्रहण के वास्ते 70% लोगों की स्वेच्छा का प्रावधान इस अधिनियम में किया गया है।
45. (4) भूमि का स्वामी भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास एवं पुनर्स्थापन अधिनियम, 2013 के तहत भूमि रिकॉर्ड में स्वामी देण है। जंगल अधिकार अधिनियम, 2006 में मान्यता, पट्टा अधिकार का मालिक आदि सभी को माना जाता है।
46. (3) पश्चिमी सिंहभूम में स्थित चिड़ियां, लौह अयस्क खनन के लिए प्रसिद्ध है। यह एशिया की सबसे बड़ी खान है। झारखंड में सिंहभूम के दक्षिणी भाग में स्थित नोवामुण्डी, पनसीराबुरू, गुआ, बादाम पहाड़, गुरुमहिसानी, किरीबुरू आदि लोहे के प्रमुख खान हैं। झारखंड में उपलब्ध लौह अयस्कों में 99% भाग हेमेटाइट वर्ग के अयस्कों का है।
47. (2) लाह का सबसे अधिक उत्पादन झारखंड के खुंटी जिले में होता है। इसके अलावा रांची में भी लाह का उत्पादन होता है। इन जिलों में कुसुम, पलाश तथा बेर के पेड़ों पर इसका उत्पादन किया जाता है। लाह अनुसंधान केन्द्र की स्थापना रांची में की गई है।
48. (1) झारखंड में राज्य के कुल क्षेत्रफल का 23,605 किमी. है। यह राज्य के कुल क्षेत्रफल का 29.61% है। झारखंड में प्रति व्यक्ति वन एवं पेड़ों का आच्छादन 0.08 हेक्टेयर है। सर्वाधिक वन क्षेत्र ( % ) वाला जिला ‘चतरा’ है जबकि न्यूनतम वन क्षेत्र (%) वाला जिला ‘देवघर’ है।
49. (3) शहीद निर्मल महतो पार्क जिसे झारपार्क प्रोग्राम में शामिल किया गया है, ‘हजारीबाग’ में अवस्थित है। यह पार्क अपनी सुन्दरता हेतु राज्य के स्थानीय पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसमें विभिन्न प्रकार के फूल एवं जुरासिक पार्क बने हैं, जिसमें डायनासोर के कई स्टैच्यू बने हुए हैं।
50. (1) राजप्पा ‘रामगढ़’ में अवस्थित है। यह दामोदर तथा भेरा नदियों के संगम पर है। यह झारखंड का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल भी है। यहाँ प्रसिद्ध छिन्नमस्तिका मंदिर भी है।
51. (2) छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम, 1908 की धारा 71’A’, जो अनुसूचित जनजातियों के गैर कानूनी रूप से अंतरण दिए गए जमीन में एस.टी. सदस्यों का अधिकार बहाल करने की शक्ति प्रदान करता है। इसे पूरक अधिनियम के रूप में शामिल बिहार अनुसूचित क्षेत्र नियम, 1969 कानून द्वारा डाला गया है।
52. (1) सी. एन. टी. एक्ट, 1908 को ‘जनजातियों का मैग्नाकार्टा’ कहा जाता है। इस एक्ट में 19 अध्याय, 271 धाराएँ एवं 2 अनुसूचियाँ है। इस अधिनियम के अंतर्गत एक कन्या खुंट-कुट्टीदार को पैत्रिक संपत्ति पर उत्तराधिकार के अधिकार अपवर्जित है।
53. (2) छोटानागपुर भूधृति अधिनियम, 1869 भूईंहारी जमीन के हक का अधिकारिक बंदोबस्ती के साथ कुछ भूधृति को जाँचने, प्रबंध करने एवं पंजीकृत करने के उद्देश्य से 17 मार्च, 1869 ई. को अधिनियमित किया गया जो 1 अप्रैल, 1869 ई. से प्रभावी हुआ। इस अधिनियम के अंतर्गत पद ‘भूईंहारी रैयती’ की परिभाषा भूत खेत’ को शामिल किया गया है।
54. (3) संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम (SPT एक्ट), 1949 के तहत खास गाँव से तात्पर्य ऐसे गाँव से है जहाँ कोई मूल रैयत न हो, कोई मुखिया न हो। यह अधिनियम 1 नवम्बर, 1949 ई. को प्रभावी हुआ, इसमें 9 अध्याय, 72 धाराएँ तथा 2 अनुसूचियाँ है।
55. (2) संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम, 1949 के तहत गाँव के मुखिया का पद अहस्तांतरणीय था। इस अधिनियम के द्वारा काश्तकारों को अपनी जमीन हस्तांतरित करने का अधिकार नहीं है। ग्राम प्रधान (मांझी) को परती भूमि एवं खाली जोतों की बंदोबस्ती में राजस्व न्यायालय के समकक्ष अधिकार प्राप्त है।
56. (1) 34वें राष्ट्रीय खेल का शुभंकर छउआ एक शिशु हिरण था। यह खेल रांची (झारखंड) में आयोजित किया गया था।
57. (2) प्रेमलता अग्रवाल झारखंड की पहली महिला है जिन्होंने माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई की। ये सात महाद्वीपों के सर्वोच्च शिखर पर चढ़ाई करने वाली भारत की पहली महिला है।
इन्होंने 48 वर्ष की उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई कर सर्वाधिक उम्र में यह कारनामा करने वाली भारतीय महिला बनी। भारत सरकार ने 2013 में इन्हें पद्म श्री से सम्मानित किया है।
58. (4) मोहन कुमारमंगलम स्टेडियम ‘बोकारो’ में अवस्थित है। यह स्टेडियम शहर के मध्य में स्थित है तथा इसके देखरेख की जिम्मेदारी बोकारो स्टील सिटी के द्वारा की जाती है। ‘कीनन स्टेडियम’ जमशेदपुर में स्थित है।
59. (1) छोटानागपुर काश्तकारी एक्ट, 1908 को ‘जनजातियों का मैग्नाकार्टा’ कहा जाता है। यह एक्ट इस पारंपरिक धारणा को प्रतिपादित करता है कि जमीन किसी एक
की संपत्ति न होकर कुटुम्ब या समाज की संपत्ति है। इस एक्ट में 19 अध्याय तथा 271 धाराएँ हैं। इस एक्ट की धारा 46 के तहत अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग / अनुसूचित जाति भूमि के हस्तांतरण पर प्रतिबंध प्रदान की गई है।
60. (4) छोटानागपुर काश्तकारी एक्ट, 1908 के धारा-46 के तहत बेदखली के समय 12 वर्ष है, जिसके तहत इस अवधि के समाप्ति के बाद प्रतिकूल कब्जे में रही भूमि का हस्तांतरण पूर्ण होगा।
61. (1) इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (इंडियन स्कूल ऑफ माईंस) की स्थापना सन् 1926 ई. में धनबाद की गई थी। वर्तमान में इस संस्थान को आई.आई.टी. के अंतर्गत शामिल किया गया है।
62. (1) रांची विश्वविद्यालय की स्थापना 1960 ई. में की गई। इस विश्वविद्यालय की स्थापना बिहार विश्वविद्यालय से अलग करके हुई थी। राज्य के अन्य विश्वविद्यालय हैं- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (रांची), विनोबा भावे विश्वविद्यालय (हजारीबाग), सिद्धू- कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय (दुमका), नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय (पलामु) तथा कोल्हान विश्वविद्यालय (चाईंबोसा) ।
63. (3) XLRI- Xavier School of Management एक प्रबंधन संस्थान है। इसकी स्थापना 1949 में सोसायटी ऑफ जीसस के द्वारा जमशेदपुर में की गई थी।
64. (2) ‘निक्की प्रधान’ झारखंड की प्रथम महिला हॉकी खिलाड़ी है जिसने ओलंपिक खेल में भारत का प्रतिनिधित्व किया। निक्की प्रधान मिडफिल्डर है जिन्हें रियो ओलंपिक में 16 सदस्यीय भारतीय टीम में चुना गया। ये झारखंड के खूंटी जिले की रहने वाली है।
65. (3) सन् 2016 में दीपिका कुमारी को पद्म श्री से सम्मानित किया गया। दीपिका कुमारी झारखंड की विश्व स्तरीय तीरंदाज है, ये पूर्व नम्बर वन खिलाड़ी रह चुकी हैं, इनकी वर्तमान रैंकिंग 5वीं है। 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में दो स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं। इन्हें 2012 में अर्जुन अवॉर्ड तथा 2016 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है।
66. (*) मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना का आरंभ 15 नवम्बर, 2011 को हुआ। इस योजना का उद्देश्य गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जिंदगी बसर करने वाले परिवारों की बालिकाओं के पालन पोषण एवं शिक्षित करने हेतु सहयोग करना है।
67. (1) सी.ए. एम.पी.ए. से तात्पर्य झारखंड प्रतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकरण से है।
68. (4) झारखंड में वर्तमान में 1 राष्ट्रीय उद्यान, 11 वन्यजीव अभयारण्य अवस्थित है। झारखंड सरकार ने राज्य के विभिन्न वन्य जीव अभयारण्यों में 10 वर्ष की अवधि के लिए वन्य जीव प्रबंधन योजना शुरू की है।
69. (1) राष्ट्रीय हरित मिशन, भारत सरकार की महत्त्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत मौजूदा वनों के घनत्व में सुधार करना है। यह मिशन झारखंड राज्य में प्रारंभ किया गया है।
70. (3) झारखंड राज्य गंगा नदी संरक्षण प्राधिकरण की स्थापना 2009 में किया गया है। इस प्राधिकरण का मुख्यालय ‘रांची’ में है। इस प्राधिकरण के अध्यक्ष राज्य के मुख्यमंत्री है। अन्य सदस्यों में पर्यावरण एवं वन मंत्री, वित्त मंत्री, शहरी विकास मंत्री जल संसाधन एवं सिंचाई मंत्री, राज्य के मुख्य सचिव आदि शामिल है।
71. (1) विकल्प के अनुसार सर्वाधिक आदिवासी जनसंख्या पश्चिमी सिंहभूम में है।
सर्वाधिक आदिवासी जनसंख्या की दृष्टि से प्रथम तीन जिले हैं- रांची > पश्चिमी सिंहभूम > गुमला न्यूनतम आदिवासी जनसंख्या वाला जिला कोडरमा है।
72. (4) सोहराई त्योहार झारखंड का महत्त्वपूर्ण त्योहार है। यह पशुओं को श्रद्धा अर्पित करने का त्योहार है। यह कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। पाँच दिनों तक चलने वाले इस पर्व के प्रथम दिन ‘गोड टाण्डी’ (बथान) में जाहेर एरा का आह्वान किया जाता है तथा रात में युवक-युवतियों का दल प्रत्येक गृहस्थों के यहाँ के यहाँ जाकर गो-पूजन करते हैं। दूसरे दिन गोहाल पूजा होती है जिसमें गायों को सजा जाता है, तीसरे दिन ‘सण्टाऊ’ होता है, जिसमें पशुओं को धान की बाली एवं मालाओं से सजाया जाता है। चौथे दिन ‘जाले’ होता है, जिसमें युवक-युवतियाँ गृहस्थों के घर जाकर चावल, दाल, मसाला आदि इकट्ठा करते हैं। पाँचवे दिन इस इकट्ठा किए गए अन्न से खिचड़ी बनाई जाती है तथा सहभोज किया जाता है। इस प्रकार यह पर्व संपन्न होता है।
73. (3) बाबूलाल मरांडी, झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री रहे, इन्होंने ‘दुमका’ को झारखंड की दूसरी राजधानी (उपराजधानी) रूप में विकसित करने का एलान किया। वर्तमान में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास (28 दिसम्बर, 2014 से) है।
74. (2) ‘हिल एसेंबली प्लान’ आगस्टस क्लीवलैंड के द्वारा आदिवासियों की उन्नति के लिए लाया गया था। क्लीवलैंड, रामगढ़ के प्रथम कलेक्टर थे। इस प्लान के तहत आदिवासियों को भूमि, वन संबंधी सीमित अधिकार का प्रावधान लाया गया।
75. (4) संथालों में विवाह को ‘बापला’ कहा जाता है। बापला (विवाह) कई प्रकार के होते हैं- सदाई, गोलाइटी, सांग, किरिंग जावांय, अपगिर, इतुत आदि। संथालों में वर पक्ष की ओर से वधू पक्ष को दिया जाने वाला वधू मूल्य ‘पोन’ कहलाता है। ‘बिटलाहा’ संथाल समाज में सबसे कठोर सजा है, यह एक तरह का सामाजिक बहिष्कार है।
76. (4) झारखंड को निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य बनाना और सतत/ अविरत औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से झारखंड सिंगल विन्डो क्लेयरेंस कानून 2015 में लागू हुआ। इस कानून के बाद निवेशकों को समस्त वाणिज्यिक सुविधाओं के लिए विभिन्न विभागों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
77. (4) बोकारो स्टील प्लान्ट झारखंड का दूसरा लौह इस्पात उद्योग है, इसकी स्थापना 1964 में सोवियत रूस के सहयोग से शुरू की गई । वह देश का चौथा बड़ा लौह इस्पात कारखाना है। यह कारखाना SAIL के अंतर्गत कार्यरत है।
78 (1) जे. एम. डी. सी. ( ग्रेनाइट पॉलिसिंग उद्योग) तुपुदना, रांची में है।
79. (4) गार्डन रिच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर लि. का डीजल इंजन संयंत्र रांची में अवस्थित है। इसके अलावा गार्डन रिच की अन्य सभी इकाईयाँ कोलकाता में है। गार्डन रिच शिप बिल्डर्स एंड इंजीनियर (GRSE) एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है जो भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करती है।
80. (1) भारत सरकार ने इलेक्ट्रॉनिक निर्माण क्लस्टर की स्वीकृति ‘आदित्यपुर’ में की है। ‘आदित्यपुर’ की भौगोलिक स्थिति इस क्लस्टर हेतु सर्वाधिक है। यह क्षेत्र हल्दिया पोर्ट (250 किमी.) तथा पारादीप पोर्ट (380 किमी.) से नजदीक है। साथ ही जमशेदपुर में भारत का बड़ा व्यापारिक निर्माण यूनिट (टाटा मोटर्स) भी हैं
81. (2) डोकलो सोहोर शासन व्यवस्था खड़िया जनजाति में प्रचलित है। इस व्यवस्था के दो स्तर है- गाँव स्तर पर ग्राम पंचायत (डोकलो व्यवस्था) एवं सोहोर स्तर पर सोहोर पंचायत । इस समिति ने पंचायती राज एलेक्सन का विरोध किया, जातीय प्रथा का समर्थन किया, तथा मुन्डा-मान्की व्यवस्था को स्वीकार करना।
82. (1) जिसने भूमि को साफ किया तथा खेती के अनुकूल किया उसे ‘भूईन्हारस’ कहते हैं। ये वस्तुत: जमींदार वर्ग से संबद्ध हो गए।
83. (1) जनजातियों के धार्मिक प्रधान को ‘बैगा’ कहा जाता है। ग्रामीण शासकीय व्यवस्था में बैगा का कार्य ग्रामीण देवताओं को शांत करना है। चेरो की धार्मिक मान्यताओं में जादू-टोना का विशेष स्थान है। बीमार पड़ने पर ओझा, मती की सहायता ली जाती है।
84. (2) ‘सदान’ झारखंड के गैर आदिवासियों को कहा जाता है। झारखंड में सदान का मुख्य व्यवसाय खेती करना है।
85. (4) झारखंड के आदिवासी समुदाय की भाषा ‘असुरी’ विलुप्त हो गया है। मुंढारी, कुरुख, खड़िया आदि भाषाएँ वर्तमान में चलन में है।
86. (4) आपदा प्रबंधन के ज्ञान-सह-प्रदर्शन केन्द्र (सृजन) का मुख्य कार्य ज्ञान सह-प्रदर्शन केन्द्र, जागरूकता फैलाना, स्थानीय आवश्यकता के आधार पर जानकारी प्रदान करना है।
87. (3) झारखंड में सूखे की समस्या प्रमुख आपदा रहा है। 2010 में यहाँ वर्षा की कमी के कारण गंभीर सूखे की समस्या हुई थी।
88. (1) आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 की धारा 14 (1) राज्य के राज्यपाल को राज्य में राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की स्थापना करने की शक्ति देता है।
89. (2) झारखंड का पहला वाई फाई ग्राम कसमार प्रखंड में है।
90. (1) झारखंड में खेल विश्वविद्यालय की स्थापना हेतु झारखंड सरकार एवं सी.सी. एल. के बीच MOU पर हस्ताक्षर हुआ है।
91. (4) कुवर, लाल, कार्यों आदि प्रारंभिक काल में मुण्डा जनजाति के भुइँहरी- पहरा के अधिकारी थे। मुण्डा के कई गाँवों को मिलाए गए पंचायत को ‘पहरा’ पंचायत कहा जाता है। पहरा पंचायत के प्रधान को ‘मानकी’ कहा जाता है। गाँव की पंचायत को ‘हातु’ कहा जाता है। मुण्डा गाँव ‘मुखिया’ कहलाता है।
92. (3) छोटानागपुर खास के नागवंशियों ने मुंडा राज के अपनी सत्ता स्थापित की। नागवंशी शासक दुर्जन शाल जिन्होंने दोइस /डोइसा में अपनी राजधानी स्थापित की थी, ने वर्ष 1628 में मुगल सम्राट जहाँगीर को 6000 रुपया वार्षिक कर देना स्वीकार किया था।
93. (2) ‘बैगा’, असुर, चेरो, गोहराइत जनजातियों के श्रमिक पुरोहित को कहा जाता है। इनका मुख्य कार्य जनजातियों का धार्मिक अनुष्ठान, जादू-टोना आदि कराना है।
94. (3) संथालों के सामुदायिक व्यवस्था में गाँव का प्रधान ‘माँझी’ कहलाता है। गाँव का उपप्रधान पारनिक, मांझी का सचिव, संदेशवाहक – गोड़ाईन, माँझी का उपसचिव-जोग माँझी, भग्दो-प्रजा-गाँव के बुजुर्ग व प्रतिष्ठित लोग लोसेर टैंगोयग्राम रक्षा दल का प्रमुख होता है।
95. (4) मुन्डा-मानकी व्यवस्था को ‘थॉमस विलकिंसन’ नामक अंग्रेज पदाधिकारी ने मंजूरी दी। यह व्यवस्था मुंडा बहुल पश्चिमी सिंहभूम जिले में अपनाया था। यह व्यवस्था सीमित क्षेत्र में मुंडा आदिवास को स्वशासन देने से संबंधित था। म विलकिंसन को उसकी उदारता के कारण किशुन साहब कहा जाता है। यह शासन व्यवस्था मुंडा एवं हो जनजाति में प्रचलित है।
96. (3) जलवायु परिवर्तन नॉलेज नेटवर्क (भारतीय कृषि) केन्द्र महाराष्ट्र, झारखंड और ओडिशा राज्यों में वर्ष 2013 में शुरू किया गया। इसका उद्देश्य कृषि मंत्रालय के साथ सहयोग करते हुए कृषि संदर्भ में जलवायु परिवर्तन की भूमिका से लोगों को अवगत कराना तथा इस परिप्रेक्ष्य में ज्ञान वर्द्धन करना है।
97. (1) झारखंड एक उष्णकटिबंधीय प्रदेश है तथा यहाँ मानसूनी हवाओं का प्रभाव रहता है जिसके फलस्वरूप झारखंड में उष्णकटिबंधीय प्रकार की जलवायु का विकास हुआ है। यहाँ यत: उष्ण आर्द्र जलवायु दशाएँ रहती हैं तथा ग्रीष्म ऋतु शीत ऋतु तथा वर्षा ऋतु के मौसम में पर्याप्त अंतर रहता है।
98. (3) संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यू एन.डी.पी.) के सहयोग से झारखंड राज्य जलवायु परिवर्तन केन्द्र स्थापित किया गया है। इस केन्द्र की स्थापना राज्य सरकार को जलवायु परिवर्तन संबंधी मुद्दों के संबंध में सलाहकारी सेवाएँ प्रदान करने के उद्देश्य से की गई है।
99. (2) जलवायु परिवर्तन पर झारखंड कार्य योजना का प्रकाशन 2014 में हुआ था। विदित है कि झारखंड राज्य जलवायु केन्द्र की स्थापना UNDP के सहयोग से हुई थी।
100. (2) झारखंड जलवायु परिवर्तन कार्य योजना रिपोर्ट 2014 के अनुसार प्रदेश का सबसे संवेदनशील जिला सरायकेला खरसांवा है। सरायकेला-खरसांवा झारखंड के गठन के बाद निर्मित जिला है, जिसे पश्चिमी सिंहभूम से काटकर बनाया गया है।
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