झारखंड लोक सेवा आयोग – पाँचवी झारखण्ड संयुक्त प्रतियोगिता प्रारम्भिक परीक्षा (पेपर-I)

झारखंड लोक सेवा आयोग – पाँचवी झारखण्ड संयुक्त प्रतियोगिता प्रारम्भिक परीक्षा (पेपर-I)

1. किस ऋषि के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने दक्षिण भारत का आर्यकरण किया, उन्हें आर्य बनाया ?

(1) विश्वामित्र
(2) अगस्त्य
(3) वशिष्ठ
(4) सांभर
2. सोलह महाजनपदों के युग में मथुरा इनमें से किसकी राजधानी थी?
(1) वज्जि
(2) वत्स
(3) काशी
(4) सुरसेना
3. बुद्ध ने अपना पहला उपदेश कहाँ दिया था ?
(1) काशी
(2) सारनाथ
(3) कुशीनगर
(4) बोध गया
4. मौर्यकाल में टैक्स को छुपाने (चोरी) के लिए इनमें से क्या दण्ड दिया जाता था ?
(1) मृत्युदण्ड
(2) सामानों की कुर्की (जब्ती)
(3) कारावास
(4) उपरोक्त में से कोई नहीं
5. विक्रमशिला विश्वविद्यालय इनमें से आज.के किस राज्य में अवस्थित था ?
(1) मध्य प्रदेश
(2) ओडिशा
(3) बिहार
(4) झारखण्ड
6. अजंता की कला को इनमें से किसने प्रश्रय (सहायता) दिया?
(1) चालुक्य
(2) पल्लव
(3) वाकाटक
(4) गंगा
7. किस सुल्तान के बारे में कहा जाता है उसने भूमि-कर को उत्पादन के 50% तक कर दिया था ?
(1) बलबन
(2) अलाउद्दीन खिलजी
(3) मुहम्मद –बिन– तुगलक
(4) फिरोज तुगलक
8. सुल्तानी युग में बौद्धों की कौन-सी शाखा सबसे प्रभावशाली थी ?
(1) थेरवाद
(2) हीनयान
(3) वज्रयान
(4) तंत्र्यान
9. इनमें से किसे ‘आंध्र भोज’ भी कहा जाता है?
(1) कृष्णदेव राय
(2) राजेन्द्र चोल
(3) हरिहर
(4) बुक्का
10. हेमचन्द्र विक्रमादित्य भारतीय इतिहास में किस नाम से जाने जाते हैं?
(1) पूरन मल
(2) मालदेव
(3) राणा सांगा
(4) हेमू
11. इनमें से किस कर-व्यवस्था को बन्दोबस्त व्यवस्था के नाम से भी जाना जाता है ?
(1) जाब्ती
(2) दहसाला
(3) नसक
(4) कनकुट
12. अबुल फज़ल की मृत्यु इनमें से किसके कारण हुई?
(1) शहज़ादा सलीम
(2) अब्दुर रहीम खान-ए-खानाँ
(3) शहज़ादा मुराद
(4) शहज़ादा दानियल
13. किस मुगल बादशाह ने तम्बाकू के प्रयोग पर निषेध लगाया ?
(1) बाबर
(2) जहाँगीर
(3) औरंगजेब
(4) मुहम्मद शाह
14. इनमें से किस वर्ष बंगाल से दासों के निर्यात को रोक दिया गया ?
(1) 1764
(2) 1789
(3) 1858
(4) 1868
15. ‘रिंग फेंस’ नीति को सम्बन्ध इनमें से 80 किससे है?
(1) हेनरी लॉरेंस
(2) डलहौजी
(3) वारेन हेस्टिंगस
(4) लॉर्ड क्लाइव
16. ‘दि एज ऑफ कान्सेंट ऐक्ट’ किस वर्ष पारित हुआ ?
(1) 1856
(2) 1891
(3) 1881
(4) 1905
17. पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट को 1845-1855 के दौरान स्वरूप देने वाले थे
(1) लॉर्ड डलहौजी
(2) लॉर्ड कॉर्नवालिस
(3) जॉर्ज ऑकलैंड
(4) वारेन हेस्टिंगस
18. ब्रिटिश संसद के सदस्य के रूप में चुने जाने वाले प्रथम भारतीय थे।
(1) आर.सी. दत्त
(2) दादाभाई नौरोजी
(3) राममोहन रॉय
(4) मेघनाद देसाई
19. महात्मा गाँधी एवं उनके विचारों से प्रभावित होने वाले प्रथम आदिवासी नेता थे
(1) अलमूरी सीताराम राजू
(2) जोड़ानांग
(3) झाबकर बापा
(4) रानी गाइदिनलिऊ
20. इनमें से किसे ‘फ्रंटियर गाँधी’ कहा जाता है ?
(1) मौलाना अबुल कलाम आज़ाद
(2) खान अब्दुल गफ्फार खान
(3) जतीन दास
(4) मौलाना मुहम्मद अली
21. कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा सबसे पहले कहाँ की ?
(1) लाहौर
(2) अमृतसर
(3) लखनऊ
(4) त्रिपुरा
22. रॉलेट एक्ट लाने का क्या प्रयोजन था ?
(1) भूमि सुधार
(2) राष्ट्रीय एवं क्रान्तिकारी गतिविधियों पर रोक लगाना
(3) ‘बैलेंस ऑफ ट्रेड’ को ठीक करना
(4) द्वितीय विश्व युद्ध के बंदियों पर
23. मुजफ्फरपुर बम काण्ड (1908) का सम्बन्ध इनमें से किसके साथ है ?
(1) सावरकर
(2) अजीत सिंह
(3) प्रफुल्ल चाकी
(4) बिपिनचन्द्र पाल
24. इनमें से किसका सम्बन्ध सनातन आदिवासी महासभा से है ?
(1) थेबल ओराँव
(2) तिलका माँझी
(3) सिलू संताल
(4) दूका हो
25. इनमें से कौन 1930 के दशक में किसान सभा आन्दोलन से सक्रिय रूप से जुड़े थे ?
(1) स्वामी विद्यानंद
(2) स्वामी सहजानंद
(3) बाबा रामानंद
(4) सरदार पटेल
26. मौसम बदलने का क्या कारण है ?
(1) पृथ्वी का अपनी धुरी पर घूमना (चक्कर लगाना) एवं सूर्य के चारों ओर घूमना (चक्कर लगाना)
(2) पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाना
(3) पृथ्वी का सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाना व अपने अक्ष पर झुका होना
(4) पृथ्वी का अपनी धुरी पर चक्कर लगाना व अपने अक्ष पर झुका होना
27. अधोलिखित (नीचे लिखी) कौन-सी चट्टान में जीवाश्म नहीं पाए जाते हैं ?
(1) कॉन्ग्लोमरेट
(2) ग्रेनाइट
(3) शेल
(4) बलुआ पत्थर
28. मानव की कौन-सी क्रिया जलवायु से सर्वाधिक प्रभावित होती है ?
(1) मत्स्य उद्योग
(2) खनन
(3) निर्माण
(4) कृषि
29. खानाबदोश जनजाति के लोग सर्वाधिक किस क्षेत्र में पाए जाते हैं ?
(1) गर्म नमी वाले प्रदेश
(2) ठंडे नमी वाले प्रदेश
(3) वर्षा वाले क्षेत्र
(4) शुष्क क्षेत्र
30. किस कृषि क्षेत्र में, छोटे क्षेत्रों में अधिक मानव श्रम की आवश्यकता होती है ?
(1) भूमध्यसागरीय कृषि
(2) प्राच्य खेती
(3) व्यापारिक खेती
(4) व्यापारिक बागवानी
31. संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य मैदानों पर चीनूक हवाओं का क्या प्रभाव पड़ता है ?
(1) जाड़े का तापमान बढ़ जाता है।
(2) गर्मी का तापमान कम हो जाता है
(3) समान तापमान रहता है
(4) तापमान पर कोई असर नहीं पड़ता है।
32. अधोलिखित (नीचे लिखे) जोड़ों में से कौन-सा जोड़ा नहीं है ?
(1) फुलानी-पश्चिमी अफ्रीका
(2) बंटू-सहारा
(3) मसाई – पूर्वी अफ्रीका
(4) नूबा – सूडान
33. वायुमण्डल की कौन-सी परत दूरसंचार प्रणाली के लिए प्रयोग होती है?
(1) क्षोभमण्डल (परिवर्तन मण्डल)
(2) तापमण्डल
(3) समतापमण्डल
(4) आयनमण्डल
34. भारत में प्रथम कपास मिल (सूती-व -वस्त्र उद्योग) की स्थापना किस शहर में हुई ?
(1) बम्बई
(2) अहमदाबाद
(3) बड़ौदा
(4) कलकत्ता
35. दण्डकारण्य भारत के किस भाग में स्थित है ?
(1) उत्तरी
(2) पूर्वी
(3) मध्यवर्ती
(4) पश्चिमी
36. उच्चावच दिखाने का सबसे सही तरीका कौन-सा है ?
(1) समोच्च रेखा
(2) रेखाच्छादन
(3) रंगीन परत
(4) पर्वतीय छाया
37. सुनामी की उत्पत्ति किसके द्वारा होती है?
(1) पृथ्वी की ऊपरी परत के सिकुड़ने से
(2) चक्रवातों से
(3) समुद्र के भीतर उत्पन्न होने वाले भूकम्प से
(4) ज्वार-भाटे से
38. ‘ऋतु – प्रवास’ शब्द किसके लिए उपयोग होता है?
(1) जानवरों का झुण्ड में स्थानान्तरित होना
(2) मनुष्य का नौकरी की तलाश में स्थानान्तरित होना
(3) मानव व उनके पशुओं का मौसमी स्थानान्तरण-घाटी से पर्वत की ओर व पर्वत से घाटी की ओर
(4) खानाबदोशों का स्थानान्तरण
40. भूतापीय ऊर्जा पर आधारित मनीकरण बिजली संयंत्र किस राज्य में स्थित है ?
(1) अरुणाचल प्रदेश
(2) हिमाचल प्रदेश
(3) जम्मू और कश्मीर
(4) उत्तराखण्ड
41. अगर किसी क्षेत्र का लैंडसेट (LANDSAT) आँकड़ा आज मिलता है, तो उसके पश्चिम में स्थित क्षेत्र का आँकड़ा कब उपलब्ध होगा ?
(1) उपग्रह की दूसरी कक्षा के द्वारा उसी दिन
(2) उसी समय (स्थानीय समय के अनुसार) दूसरे दिन
(3) उसी समय (स्थानीय समय के अनुसार) कुछ दिनों बाद
(4) परिवर्तनीय व नियंत्रणीय समय के बाद
43. ज्वालामुखी से सबसे अधिक कौन-सी गैस निकलती है ?
(1) जलवाष्प
(2) हीलियम
(3) सल्फर डाइऑक्साइड
(4) कार्बन डाइऑक्साइड
44. अधोलिखित में से कौन सा जोड़ा सही है ?
जनजाति – मूल राज्य
(1) थारू : उत्तराखण्ड
(2) भूटिया : उत्तर प्रदेश
(3) मुंडा : बिहार
(4) कोल : राजस्थान
45. संयुक्त राज्य अमेरिका की बृहत् झीलों का पूर्व से पश्चिम की ओर सही क्रम क्या है ?
(1) ह्यूरान-मिशिगन-ऑन्टेरियो – सुपीरियर-ईरी
(2) सुपीरियर- ऑन्टेरिओ -ईरीमिशिगन -ह्यूरन
(3) ऑन्टेरिओ- ईरी- ह्यूरन- मिशिगनसुपीरियर
(4) ईरी- ह्यूरान -मिशिगन- ऑन्टेरियोसुपीरियर
46. कैनेडियन पैसिफिक रेलवे किन दो स्टेशनों के बीच चलती है ?
(1) एडमोण्टन एवं हैलिफैक्स
(2) मॉन्ट्रियल एवं वैंकूवर
(3) ओटावा एवं प्रिंस रुपर्ट
(4) हैलिफैक्स एवं वैंकूवर
48. काजीरंगा किसके लिए जाना जाता है ?
(1) गैंडा
(2) बाघ
(3) चिड़िया
(4) शेर
49. आसवान उच्च बाँध स्थित है
(1) सूडान में
(2) मिस्र में
(3) जायरे में
(4) नाईजीरिया में
50. रोबस्टा एक प्रकार का / की……. है, जो अफ्रीका में उत्पन्न होता / होती है।
(1) केला
(2) कॉफी
(3) तम्बाकू
(4) कोकोआ
51. किस आयोग ने स्थायी अन्तर-राज्यीय परिषद्, जो ‘अन्तर-सरकारी परिषद्’ के नाम से जानी जाती है, की स्थापना का समर्थन किया ?
(1) पंछी आयोग
(2) सरकारिया आयोग
(3) राधाकृष्णन आयोग
(4) मोइली आयोग
52. स्वतंत्रता के अधिकार के भाग के रूप में निम्नलिखित में से कौन-सा “बिना हथियार के शान्तिपूर्ण ढंग से इकट्ठा होने की स्वतंत्रता” के अंतर्गत नहीं आता है ?
(1) घेराव अफसर जो अपना कर्तव्य नहीं निभाते
(2) शांतिपूर्वक इकट्ठा होना
(3) एकत्रित जनता, रखना चाहिए जिनको हथियार नहीं
(4) इस अधिकार के अभ्यास पर राज्य कानून बनाकर तर्कपूर्ण प्रतिबन्ध लगा सकता है
53. ‘विधि आयोग’ के किस अध्यक्ष ने अपनी रिपोर्ट में समर्थन किया है कि “प्रत्येक उच्च न्यायालय के एक-तिहाई न्यायाधीश दूसरे राज्य से होने चाहिए “?
(1) न्यायाधीश पी. एन. भगवती
(2) न्यायाधीश हिदायतुल्लाह
(3) न्यायाधीश एच. आर. खन्ना
(4) न्यायाधीश चन्द्रचूड़
54. भारत का राष्ट्रपति अपना त्याग पत्र किसको सौंपता है ?
(1) लोक सभा का अध्यक्ष
(2) भारत का उप-राष्ट्रपति
(3) भारत का मुख्य न्यायाधीश
(4) भारत का प्रधानमंत्री
55. जब राष्ट्रपति मृत्यु, त्याग पत्र, पदच्युत या अन्य कारणों से अपने कर्तव्यों को नहीं निभा सकता है, तो उप-राष्ट्रपति कितने समय तक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करता है ?
(1) 5 वर्ष
(2) 1½ वर्ष
(3) 1 वर्ष
(4) 6 माह
56. राष्ट्रपति द्वारा जारी एक अध्यादेश संसद के सत्र शुरू होने के बाद कितने समय तक रखा जाना आवश्यक है ?
(1) 1 माह
(2) 6 सप्ताह
(3) 8 सप्ताह
(4) 6 माह
57. व्यय का अनुमान किस रूप में भारतीय संसद के समक्ष रखा जाता है ?
(1) तदर्थ निधि
(2) अतिरिक्त अनुदान
(3) अनुपूरक अनुदान
(4) अनुदान का अनुरोध
58. भारत में बजट का राजस्व अनुमान तैयार किया जाता है
(1) प्रत्यक्ष कर के केन्द्रीय बोर्ड द्वारा
(2) मन्त्रीमण्डल सचिवालय द्वारा
(3) सम्बन्धित आयोगों द्वारा
(4) वित्त मंत्रालय द्वारा
59. ‘बजट’ एक लेख – पत्र है
(1) सरकार की मौद्रिक नीति का
(2) सरकार की वाणिज्य नीति का
(3) सरकार की राजकोषीय नीति का
(4) सरकार की मुद्रा-बचत नीति का
60. “राष्ट्रपति के सिफारिश के बगैर कोई विधेयक जो कर लगाता है विधयिका में नहीं रखा जा सकता” यह प्रावधान भारत के संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत आता है ?
(1) अनुच्छेद-117
(2) अनुच्छेद-266
(3) अनुच्छेद – 306
(4) अनुच्छेद-307
61. ‘राज्य भविष्य निधि’ के अंतर्गत सरकार जो मुद्रा पाती है, उसको जमा किया जाता है
(1) आकस्मिक निधि में
(2) संयुक्त निधि में
(3) सामान्य विकास निधि में
(4) सार्वजनिक लेखा निधि में
62. बजट के हिसाब-किताब की जाँच भारतीय संसद किसके द्वारा करती है ?
(1) प्राक्कलन समिति
(2) सार्वजनिक लेखा समिति
(3) विशेषाधिकार समिति
(4) हिसाब किताब जाँच समीक्षा समिति
63. भारत में महिलाओं के लिए स्थान आरक्षित है
(1) पंचायती राज संस्थाओं में
(2) राज्य विधान सभाओं में
(3) मन्त्रीमण्डल में
(4) लोक सभा में
64. निम्नलिखित में से 1999 में किसके विघटन से जातीयतावादी कांग्रेस पार्टी का गठन हुआ ?
(1) शिव सेना
(2) कांग्रेस पार्टी
(3) बी. जे. पी.
(4) बी. एस. पी.
65. निम्नलिखित में से कौन-सा एक गैर-आर्थिक घटकों में से नहीं है, जो आर्थिक विकास में योगदान देते हैं ?
(1) मानव संसाधन
(2) भ्रष्टाचार
(3) सामाजिक संगठन
(4) कृषि में विक्रय बचत
66. निम्नलिखित में से कौन-सा एक वित्त मंत्रालय का एक विभाग नहीं है ?
(1) व्यय
(2) राजस्व
(3) बैंकिंग विभाग
(4) आर्थिक मामला
67. संसद में बजट सम्बन्धित प्रक्रिया के विषय में, “माँग की राशि को घटाकर एक रुपया करना है “, को कहा जाता है
(1) आर्थिक कटौती प्रस्ताव
(2) नीति कटौती प्रस्ताव
(3) आधारभूत कटौती प्रस्ताव
(4) सांकेतिक कटौती प्रस्ताव
68. सैद्धान्तिक रूप से यदि आर्थिक विकास की कल्पना की जाती है, तो इनमें से किस एक को साधारणतः ध्यान में नहीं रखा जाता है ?
(1) सकल घरेलू उत्पाद में वृद्धि
(2) विश्व बैंक से वित्तीय सहायता से वृद्धि
(3) सकल राष्ट्रीय उत्पाद में वृद्धि
(4) प्रति व्यक्ति सकल राष्ट्रीय उत्पाद में वृद्धि
69. भारत में स्वतन्त्रता के पश्चात् प्रथम मंत्रीमण्डल का कानून मंत्री कौन था ?
(1) के. एम. मुन्शी
(2) एस. पी. मुखर्जी
(3) बलदेव सिंह
(4) बी. आर. अम्बेडकर
70. भारत में 1975 में चालू की गई एकीकृत बाल विकास सेवा (आई.सी. डी. एस.) योजना किसके द्वारा लागू की गई ?
(1) शिक्षा मंत्रालय
(2) एच. आर. डी. मंत्रालय
(3) वित्त मंत्रालय
(4) महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय
71. 1991 की औद्योगिक नीति की अनेक बिन्दुओं पर आलोचना थी। निम्नलिखित में से कौन-सा एक बिन्दु उनमें से नहीं था ?
(1) अनिश्चित औद्योगिक विकास
(2) विदेशी प्रतियोगिता से खतरा
(3) कृषि सेक्टर की उपेक्षा
(4) विदेशी निवेश में गलत विश्वास
72. भारत सरकार द्वारा शेयर का पूँजी विनिवेश के लिए रंगराजन समिति की नियुक्ति कब की गई ?
(1) 1991
(2) 1993
(3) 1999
(4) 2004
73. भारत में राज्य सरकारों में निम्नलिखित में से कौन-सा एक मुख्यत: राजस्व कर का भाग नहीं होता है?
(1) भूमि राजस्व
(2) पंजीकरण शुल्क
(3) सीमा शुल्क
(4) वाणिज्य – कर
74. विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस मनाया जाता है
(1) 15 मार्च
(2) 18 अप्रैल
(3) 27 सितम्बर
(4) 10 दिसम्बर
75. सबसे तेजी से विकास करने वाली अर्थव्यवस्थाओं BRIC (ब्राजील, रूस, भारत, चीन) में दक्षिण अफ्रीका कब सम्मिलित हुआ ?
(1) 1999
(2) 2001
(3) 2008
(4) 2011
76. हिन्दू भाद्रपद मास में जनजातियों की कौन-सी पूजा होती है ?
(1) रामनवमी
(2) सरहुल
(3) करमा
(4) सोहराय
77. संथालों में गाँव के प्रधान को क्या कहते हैं ?
(1) महतो
(2) पड़हा
(3) मुखिया
(4) माँझी
78. ‘धुमकुरिया’ किस जनजाति की सामाजिक संस्था है?
(1) ओराँव
(2) कुडुख
(3) मुंडा
(4) संथाल
79 हजारीबाग का सूरजकुंड झारखंड का सबसे ज्यादा गरम पानी का सोता है। इसका तापमान क्या है?
(1) 80°C (182°F)
(2) 84°C (186°F)
(3) 88°C (190°F)
(4) 92°C (194°F)
80. छोटानागपुर में ‘फुसफुस’ बलुआ मिट्टी किस क्षेत्र में पाई जाती है ?
(1) दामोदर घाटी क्षेत्र
(2) सिंहभूम क्षेत्र
(3) कोयलकारो क्षेत्र
(4) पलामू क्षेत्र
81. दामोदर घाटी निगम की स्थापना कब हुई थी ?
(1) 1945
(2) 1946
(3) 1947
(4) 1948
82. राँची में कैथोलिक गिरजाघर की स्थापना कब हुई थी?
(1) 1909
(2) 1910
(3) 1911
(4) 1912
83. झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात कौन-सा है, जहाँ जल 100 मीटर की ऊँचाई से गिरता है ?
(1) हिरनी
(2) हुन्डू
(3) दशम
(4) जोन्हा
84. झारखंड में मुख्यतः कितने प्रकार की फसलें पैदा होती हैं ?
(1) एक
(2) दो
(3) तीन
(4) चार
85. 1857 की क्रांति में सम्पूर्ण सिंहभूम क्षेत्र में क्रांतिकारियों के प्रमुख नेता कौन थे ?
(1) राजा दुर्जन साल
(2) राजा अर्जुन सिंह
(3) ठाकुर विश्वनाथ शाही
(4) टिकैत उमराव सिंह
86. ताना भगत आन्दोलन की शुरुआत कब हुई थी ?
(1) अप्रैल 1912
(2) अप्रैल 1913
(3) अप्रैल 1914
(4) अप्रैल 1915
87. संविधान सभा में छोटानागपुर के इनमें से कौन-से आदिवासी नेता सदस्य थे ?
(1) एन. ई. होरो
(2) जयपाल सिंह
(3) सुशील कुमार बागे
(4) कार्तिक ओराँव
88. ‘बिरहोर’ का शाब्दिक अर्थ क्या है ?
(1) जंगल का आदमी
(2) प्रकृति प्रेमी आदमी
(3) पवित्र आदमी
(4) आम आदमी
89. ‘Lac’ शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के किस शब्द से हुई है ?
(1) यक्ष
(2) लक्ष
(3) तक्ष
(4) दक्ष
90. झारखंड में टाटा आयरन एन्ड स्टील कम्पनी की स्थापना कब हुई थी ?
(1) 1905
(2) 1906
(3) 1907
(4) 1908
91. झारखंड के प्रथम राज्यपाल कौन थे ?
(1) रामा जोइस
(2) सैय्यद सिब्ते राजी
(3) वेद मरवाह
(4) प्रभात कुमार
92. छोटानागपुर का क्षेत्र ब्रिटिश शासन के अंतर्गत कब आया था ?
(1) 1764
(2) 1765
(3) 1772
(4) 1773
93. संथाल परगना काश्तकारी कानून कब लागू हुआ?
(1) 1856
(2) 1857
(3) 1858
(4) 1859
94. छोटानागपुर में विल्किंसन कानून कब लागू हुआ?
(1) 1834
(2) 1835
(3) 1836
(4) 1837
95. छोटानागपुर काश्तकारी कानून कब लागू हुआ था?
(1) 1905
(2) 1906
(3) 1907
(4) 1908
96. सोहराय किस जनजाति का सबसे बड़ा त्योहार है?
(1) बिरहोर
(2) संथाल
(3) मुंडा
(4) उराँव
97. पारसनाथ पहाड़ी की ऊँचाई कितनी है ?
(1) 4380 फुट
(2) 4480 फुट
(3) 4580 फुट
(4) 4680 फुट
98. झारखंड में आदिवासियों के फूलों के त्योहार का नाम क्या है ?
(1) टुसु
(2) बाहा
(3) सरहुल
(4) करमा
99. झारखंड के किस नृत्य-शैली को राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रसिद्धि मिली है ?
(1) पइका
(2) जदुर
(3) जतरा
(4) छऊ
100. झारखंड राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री कौन थे ?
(1) शिबू सोरेन
(2) मधु कोड़ा
(3) बाबूलाल मरांडी
(4) अर्जुन मुंडा

संक्षिप्त उत्तर व्याख्यासहित

1. (2) दक्षिण भारत में वैदिक संस्कृति को ले जाने का श्रेय अनुश्रुतियों में अगस्त्य ऋषि को दिया गया है। अर्थात् दक्षिण क्षेत्र का आर्यकरण अगस्त्य ऋषि ने किया। आज भी सुदूर दक्षिण में ‘अगस्त्य पूजा’ का व्यापक रूप से प्रचलन है। संगमकालीन दक्षिण भारत में ब्राह्मण अथवा वैदिक धर्म का प्रचलन दिखाई देता है। कौण्डिन्य गोत्रीय ब्राह्मणों ने वैदिक धर्म को लोकप्रिय बनाया। वे पुरोहित का कार्य करते थे। राजा तथा कुलीन लोग वैदिक यज्ञों का अनुष्ठान करते थे और इनमें ब्राह्मणों की प्रमुख भूमिका होती थी। विदित है कि प्रथम तथा द्वितीय संगम सम्मेलन जो क्रमशः मदुरै तथा कपाटपुरम् में हुई, इसकी अध्यक्षता ऋषि अगस्त्य ने की थी।
2. (4) ‘सुरसेन’ महाजनपद की राजधानी ‘मथुरा’ थी। पुराण तथा महाभारत में मथुरा के शासक को यदुवंशीय कहा गया है। प्राचीन यूनानी लेखक इस राज्य को शूरसेनोई तथा इसकी राजधानी को ‘मोथेरा’ कहते हैं। बुद्धकाल में यहाँ का शासक ‘अवन्तिपुत्र’ था जो बुद्ध का प्रमुख शिष्य था।
वज्जि संघ आठ राज्यों (विदेह, वज्जि, लिच्छवि, ज्ञातृक, कुण्डग्राम, उग्र, भोग, इक्ष्वाकु, कौरव) का संघ था। इसकी राजधानी वैशाली थी। वत्स की राजधानी कौशाम्बी तथा काशी की राजधानी वाराणसी थी।
3. (2) महात्मा बुद्ध ज्ञान प्राप्ति के बाद सारनाथ अथवा ऋषिपत्तन या मृगदाव में उरूबेला में तपस्या के दौरान साथ छोड़ने वाले पाँचों ब्राह्मणों को ज्ञान का प्रथम उपदेश दिया। इस घटना को ‘धम्मचक्कापवतन’ या ‘धर्म-चक्रप्रवर्तन’ कहा जाता है। सारनाथ में ही बुद्ध ने संघ की स्थापना की जिसमें बुद्ध के पाँच साथी तथा बनारस के श्रेष्ठ- यश और उनके पचास साथी थे।
4. (1) मौर्य दण्ड विधान कठोर था। शिल्पियों के अंग-भंग करने, उन्हें हानि पहुँचाने तथा जान बूझकर राज्य कर न देने पर ‘मृत्युदंड’ दिया जाता था।
अपराधियों को अपराध स्वीकार कराने हेतु 18 प्रकार की यातनाएँ दी जाती थी।
> न्यायालय दो प्रकार के थे –
(i) धर्मस्थलीय –  दीवानी न्यायालय (Civil Court )
(ii) कंटकशोधन – फौजदारी – न्यायालय (Criminal Court )
ग्राम संघ तथा सम्राट के न्यायालय को  उक्त प्रकारों में वर्गीकृत नहीं किया गया था।
5. (3) विक्रमशिला विश्वविद्यालय, बिहार राज्य के भागलपुर जिले में स्थित प्राचीन भारत का सुप्रसिद्ध शिक्षा केन्द्र था। इसकी स्थिति भागलपुर से 24 मील पूर्व की ओर पथरघाट पहाड़ी पर बताई गई है जहाँ से प्राचीन काल के विस्तृत खंडहर प्राप्त होते हैं। इस विश्वविद्यालय की स्थापना पाल शासक ‘धर्मपाल’ ने की थी। यह बौद्ध शिक्षा का प्रमुख केन्द्र था। यहाँ विद्वानों की एक मंडली थी जिसमें दीपंकर का नाम सर्वाधिक उल्लेखनीय है। अन्य विद्वानों में रक्षित, विरोचन, अभयंकर, ज्ञानपाद, ज्ञानश्री आदि के नाम उल्लेखनीय है । 1203 ई. में मुस्लिम आक्रान्ता बख्तियार खिलजी ने इसे ध्वस्त कर दिया।
6. (1) अजंता की पहाड़ी महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में अवस्थित है। यहाँ पर्वत को काटकर 29 गुफाएँ बनाई गई हैं, जिनकी छतों और दीवारों पर उत्कृष्ट चित्रकारियाँ मिलती हैं। अजंता की कला को चालुक्य शासकों ने प्रश्रय दिया। यहाँ के चित्रों में चालुक्य नरेश पुलकेशिन-II द्वारा फारसी दूतमंडल का स्वागत करते हुए दिखाया गया चित्र प्रसिद्ध है। यहाँ के भित्ति चित्र विश्व इतिहास में सर्वश्रेष्ठ हैं।
7. (2) अलाउद्दीन खिलजी ने भूमिकर (खराज) को उपज का 50% तक निश्चित किया। वह भारत का प्रथम मुस्लिम शासक था जिसने भूमि की वास्तविक आय पर राजस्व निश्चित किया। मसाहत मापन की पद्धति के अंतर्गत समस्त भूमि पर पचास प्रतिशत की एकीकृत दर से लगान वसूल किया जाता था। राजस्व प्रायः नकद एवं अनाज दोनों रूपों में वसूल किया जाता था। राजस्व के अतिरिक्त अलाउद्दीन ने घरीकर (आवास कर) तथा चराई कर (दुधारु पशुओं पर) भी लगाया। ‘करी’ एक अन्य कर था।
8. (3) सुल्तानी युग में बौद्धों की वज्रयान शाखा सबसे प्रभावशाली थी। वज्रयान शाखा वस्तुतः महायान बौद्ध संप्रदाय के अंतर्गत 7वीं शताब्दी से विकसित हुआ। इस काल में बौद्ध धर्म में तंत्र-मंत्र का प्रभाव बढ़ने लगा, वज्रयान शक्ति की उपासना करते थे। इसमें अनेक प्रकार के अवलोकितेश्वर तथा तारा की उपासना की जाती थी। इस संप्रदाय के सिद्धांत मंजु श्री मूलकल्प तथा गुह्य समाज नामक ग्रंथों में मिलते हैं। तांत्रिक प्रभाव के कारण बौद्ध संघ (मठ) जो कभी इस धर्म के प्राणभूत आदर्शमय केन्द्र थे, अब समाज में अप्रतिष्ठित होने लगे।
9. (1) कृष्णदेव राय (1509-1529 ई.) विजयनगर साम्राज्य के तुलुव वंश के प्रतापी शासक थे। कृष्णदेव राय को ‘आंध्र भोज’, ‘यवनराज स्थापनाचार्य’ ‘अभिनव भोज’ आदि नामों से भी जाना जाता है। इनका शासनकाल ‘तेलुगू साहित्य का क्लासिकी युग’ माना जाता है। इनके दरबार को तेलुगू के आठ महान विद्वान एवं कवि (अष्टदिग्गज) सुशोभित करते थे। अष्टदिग्गज तेलुगू कवियों में ‘पेड्डाना’ सर्वप्रमुख थे। कृष्णदेवराय ने अपनी • राजधानी विजयनगर के निकट ‘नागलापुर’ में स्थापित की थी। पुर्तगाली यात्री ‘डोमिगो पायस’ तथा ‘बारबोसा’ ने इनके समय में विजयनगर साम्राज्य की यात्रा की थी। कृष्णदेव राय ने ‘हजारा मंदिर’ तथा विट्ठल स्वामी के मंदिर का निर्माण कराया।
10. (4) सम्राट हेमचंद्र विक्रमादित्य या हेमू (1501-1556) एक हिंदू राजा था । वह सूर सम्राट आदिलशाह के दरबार का प्रधानमंत्री बन गया था। हुमायूँ की मृत्यु के उपरांत हेमू ने ग्वालियर, आगरा एवं दिल्ली पर अधिकार कर लिया तथा प्राचीन हिंदू राजाओं की उपाधि ‘राजा विक्रमादित्य’ कहलाने लगा। इसके बाद वह पानीपत के द्वितीय युद्ध (1556) में अकबर से पराजित हुआ तथा मार डाला गया। हेमू को ‘अंतिम हिंदू सम्राट’ के रूप में जाना जाता है।
11. (2) अकबर ने अपने शासन के 24वें वर्ष (1580 में) ‘आइने दहसाला’ (टोडरमल बंदोबस्त) नामक नई कर प्रणाली शुरू की। इस प्रणाली के वास्तविक प्रणेता टोडरमल (ख्वाजाशाह मंसूर) थे, इसी कारण इसे ‘टोडरमल बंदोबस्त’ के नाम से भी जाना जाता है। इस प्रणाली के अंतर्गत अलग-अलग फसलों के पिछले 10 वर्ष के उत्पादन और उसी समय के उसके प्रचलित मूल्यों का औसत निकालकर उस औसत का 1/3 भाग राजस्व के रूप में वसूला जाता था।
12. (1) शहजादा सलीम ने 1602 ई. में वीर उसिंह बुंदेला के द्वारा अबुल फजल की हत्या करवा दी। विदित है कि अबुल फजल अकबर के दरबार के प्रसिद्ध विद्वान एवं इतिहास लेखक थे। इनका जन्म आगरा में 1511 ई. में हुआ था। इनके पिता का नाम शेख मुबारक था। इन्होंने ‘अकबरनामा’ की रचना की, जो 1597-98 में पूरी हुई थी। यह तीन हिस्सों में बँटा है, तीसरा हिस्सा ही ‘आइन-ए-अकबरी’ कहलाता है। ‘आइन-ए-अकबरी’ पाँच भागों में बँटा है। पाँचवें आइन में दो अध्याय हैं। जिसमें अकबर की कहावतें तथा अबुल फजल की आत्मकथा है।
13. (2) जहाँगीर ने तम्बाकू के प्रयोग पर निषेध लगाया था। इसका वर्णन ‘तुजुक-ए-जहाँगीरी’ (जहाँगीर की आत्मकथा) में मिलता है। उसने शासक बनने के पश्चात् जन कल्याण के लिए 12 आदेश दिए थे, इन्हीं आदेशों में एक तम्बाकू के प्रयोग पर निषेध था। विदित है कि भारत में तम्बाकू को सर्वप्रथम वर्नेल नामक एक पुर्तगाली मुगल सम्राट अकबर के दरबार में लाया था।
14. (2) बंगाल में दासों के निर्यात पर रोक 1789 ई. में लगाया गया। विदित है कि 1833 ई. के चार्टर अधिनियम द्वारा गवर्नर जनरल एलनबरों ने 1843 ई. में संपूर्ण भारत में दास प्रथा पर प्रतिबंध लगाया था।
15. (3) रिंग फेंस पॉलिसी (1765-85 ई.) का संबंध वारेन हेस्टिंग्स से है। वस्तुतः 1764 ई. के बक्सर युद्ध के बाद लॉर्ड क्लाइव ने अवध में कंपनी का अधिकार स्थापित न कर उसके साथ एक आक्रामक तथा प्रतिरक्षात्मक संधि की। वारेन हेस्टिंग्स ने इस नीति को सैद्धान्तिक स्वरूप प्रदान किया, जिसे ‘रिंग फेंस नीति’ या ‘सुरक्षा के घेरे की नीति’ के नाम से जाना जाता है। इस नीति के अंतर्गत कंपनी ने अपने पड़ोसी राज्यों से संधि करके उनकी रक्षा का दायित्व अपने ऊपर ले लिया।
16. (2) ‘दि एज ऑफ कान्सेंट एक्ट’ 1891 ई. में गवर्नर जनरल लॉर्ड लैंसडाउन ने एस. एस. बंगाली के सहयोग से पारित किया। इस अधिनियम के अनुसार 12 वर्ष से कम आयु की कन्याओं के विवाह पर प्रतिबंध लगा दिया गया। आगे, 1930 में एज ऑफ कान्सेंट एक्ट (1891) को संशोधित कर शारदा एक्ट नाम दिया गया जिसके अंतर्गत विवाह की आयु 14 वर्ष (लड़की) और 18 वर्ष (लड़के) निर्धारित किया गया।
17. (1) लार्ड डलहौजी (1848-1856) ने लोक सेवा विभाग (पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट) तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग की स्थापना की थी। डलहौजी ने ही सर्वप्रथम सार्वजनिक निर्माण विभाग को सैनिक विभाग से अलग किया एवं स्वतंत्र विभाग के रूप में स्थापित किया। इसी के समय 1854 ई. पोस्ट ऑफिस एक्ट पारित हुआ। डाक महानिदेशक के पद का सृजन कर “ओ शैंघनसी” को नियुक्त किया गया।
18. (2) ब्रिटिश संसद के सदस्य के रूप में चुने जाने वाले प्रथम भारतीय ‘दादाभाई नौरोजी’ थे। 1892 से 1895 ई. तक वे ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ के सदस्य रहे। ये ब्रिटिशकालीन भारत के एक पारसी बुद्धिजीवी, शिक्षाशास्त्री एवं राजनीतिज्ञ थे। उन्हें ‘भारत का वयोवृद्ध पुरुष’ कहा जाता है। इन्होंने ‘धन के निष्कासन’ पर अपने विचार दिए थे।
19. (1) 1922-24 ई. में आंध्र प्रदेश के उत्तरी गोदावरी के रंपा क्षेत्र में आदिवासियों का विद्रोह हुआ। इस विद्रोह का नेतृत्व अल्लूरी सीताराम राजू ने किया था। यह विद्रोह साहूकारों के शोषण एवं वन ने कानूनों के विरुद्ध हुआ। सीताराम राजू गाँधी जी के असहयोग आंदोलन से प्रेरणा ली, लेकिन ये आदिवासी कल्याण हेतु हिंसा को आवश्यक समझते थे। 1924 में उनकी हत्या कर इस विद्रोह को कुचल दिया गया।
20. (2) खान अब्दुल गफ्फार खां सीमाप्रान्त और ब्लूचिस्तान के एक महान राजनेता थे, इन्होंने भारतीय स्वतंत्रता संघर्ष में भाग लिया तथा अपने कार्य एवं निष्ठा के कारण “ सरहदी-गाँधी” (सीमान्त गाँधी), “बच्चा खां’ तथा “बादशाह खान” के नाम से पुकारे जाने लगे। 1920 ई. में उन्होंने ‘खुदाई खिदमतगार’ नामक संगठन की स्थापना की, इस संगठन को “सुर्ख पोश” के नाम से भी जाना जाता है। भारत सरकार द्वारा उन्हें वर्ष 1987 में ‘भारत रत्न’ से सम्मानित किया गया।
21. (1) कांग्रेस ने पूर्ण स्वराज की घोषणा सर्वप्रथम 1929 ई. के लाहौर अधिवेशन में की थी। इस अधिवेशन की अध्यक्षता पंडित जवाहरलाल नेहरू ने की थी। इस अधिवेशन में नेहरू समिति की रिपोर्ट को बिल्कुल निरस्त घोषित कर दिया गया था। इसमें सविनय अवज्ञा आंदोलन शुरू करने की घोषणा की गई।
22. (2) रॉलेट एक्ट एक काला कानून था, जिसे ब्रिटिश काल में भारत में लागू किया गया था। यह विधेयक 17 मार्च, 1919 को केन्द्रीय विधान परिषद् में पास किया गया था। इस अधिनियम के द्वारा भारत में क्रांतिकारी गतिविधियों को कुचलने हेतु, अंग्रेजी सरकार जिसको चाहे जब तक चाहे, बिना मुकदमा चलाए जेल में बंद रख सकती थी।
इस एक्ट का विरोध पूरे देश में हुआ, गाँधी जी ने सत्याग्रह सभा की स्थापना की जिसमें जमनालाल दास, द्वारकादास, शंकरलाल बैंकर, उमर सोमानी तथा बी. जी. हार्नीमन आदि शामिल थे।
23. (3) मुजफ्फरपुर बम कांड (1908) का संबंध प्रफुल्ल चाकी एवं खुदीराम बोस से है। इन दोनों क्रांतिकारियों में किंग्सफोर्ड को मारने का प्रयास किया परन्तु यह विफल रहा तथा इसमें दो यूरोपियन महिलाएँ मारी गई। प्रफुल्ल चाकी को सब इंस्पेक्टर नंदलाल बोस ने पकड़वा दिया, इसी क्रम में चाकी ने आत्महत्या कर ली।
24. (1) 1915 ई. में जुएल लकड़ा, पॉल दयाल, बंदीराम उराँव व ढेबले उराँव के नेतृत्व में छोटानागपुर उन्नति समाज की स्थापना की गई। यह झारखंड का प्रथम अंतर्जातीय आदिवासी संगठन था। 1938 ई. में आदिवासी महासभा की स्थापना की गई तथा थियोडोर सुरीन को प्रथम अध्यक्ष बनाया गया। ढेबले उराँव, सनातन आदिवासी महासभा के सदस्य होने के बाद 1930 ई. में स्थापित किसान सभा के पहले अध्यक्ष भी थे।
25. (2) 1930 के दशक में किसान सभा आंदोलन से स्वामी सहजानंद सरस्वती जुड़े थे। इन्हीं के प्रयासों से 1936 ई. में लखनऊ में ‘अखिल भारतीय किसान सभा’ का प्रथम सम्मेलन आयोजित हुआ। इस सम्मेलन के अध्यक्ष स्वामी सहजानंद तथा सचिव एन. जी. रंगा थे।
26. (1) पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है, साथ ही सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है । अतः पृथ्वी की सूर्य के सापेक्ष स्थितियाँ बदलती रहती हैं, इस कारण मौसम में परिवर्तन दृष्टिगोचर होता है।
27. (2) ‘ग्रेनाइट’, आग्नेय चट्टान का उदाहरण है इसमें परतें नहीं होती तथा जीवाश्म भी नहीं पाए जाते हैं। ग्रेनाइट चट्टान का निर्माण पृथ्वी के अंदर काफी अधिक गहराई पर होता है। अत्यधिक धीमी गति से ठंडा होने के कारण इसके रवे बड़े-बड़े होते हैं। कांग्लोमरेट, शेल, बलुआ पत्थर अवसादी चट्टानों के उदाहरण हैं।
28. (4) जलवायु निर्माण से मत्स्य, खनन, एवं कृषि सभी प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से प्रभावित होते हैं, परन्तु कृषि पर जलवायु की परिस्थितियों का सबसे गहरा प्रभाव पड़ता है।
29. (4) खानाबदोश जनजाति के लोग सर्वाधिक शुष्क क्षेत्रों में पाए जाते हैं। उदाहरण के लिए, ‘बद्दू’ अरव के मरुस्थल में, मसाई – केन्या, पूर्वी युगांडा कालाहारी के पठारी क्षेत्रों में, क्षेत्र में निवास करने वाली खानाबदोश जनजाति है।
30. (2) प्राच्य खेती के अंतर्गत एक छोटे से कृषि क्षेत्र में अधिक मानव श्रम की आवश्यकता होती है। इस खेती के अंतर्गत परंपरागत कृषि साधनों का प्रयोग होता है। विकासशील देशों की कृषि में यह एक प्रमुख अभिलक्षण है।
31. (1) चिनूक या हिमभक्षी उत्तरी अमेरिका के रॉकी पर्वत के पूर्वी ढ़ालों के सहारे चलने वाली गर्म एवं शुष्क हवा है। संयुक्त राज्य अमेरिका के मध्य मैदानों पर इस हवा के प्रभाव से बर्फ पिघल जाती है एवं शीतकाल में हरी भरी घासे उग आती है। इससे चारगाह बर्फ मुक्त हो जाता है जो पशु – पालकों के लिए लाभदायक है।
32. (2) बंटू जनजाति मध्य तथा दक्षिण अफ्रीका में निवास करती है। विकल्प में दिए गए अन्य युग्म सही सुमेलित है।
33. (4) आयनमंडल की ऊँचाई पृथ्वी से 80-640 किमी. के बीच होती है। इस वायुमंडलीय क्षेत्र में विद्युत आवेशित कणों की अधिकता होती है, साथ ही ऊँचाई के साथ तापमान बढ़ने लगता है। इस परत का प्रयोग दूरसंचार प्रणाली के प्रयोग हेतु किया जाता है। यह मंडल विभिन्न परतों (D, E, F, G) में विभाजित होता है।
34. (4) भारत में सूती वस्त्र का प्रथम कारखाना (1818 ई.) फोर्ट ग्लास्टर (कलकत्ता) में खोला गया, किन्तु यह असफल रहा था। सबसे पहला सफल आधुनिक सूती कपड़ा कारखाना 1854 ई. में बम्बई में कवास जी डाबर द्वारा खोला गया। विदित है कि सूती वस्त्र उद्योग का सर्वाधिक संकेन्द्रण महाराष्ट्र तथा गुजरात में है। मुम्बई को ‘भारत के सूती वस्त्रों की राजधानी’ के उपनाम से भी जाना जाता है।
35. (3) दंडकारण्य पूर्वी मध्य भारत का भौतिक क्षेत्र है। यह क्षेत्र 92,300 वर्ग किमी. में फैला है। इसमें छत्तीसगढ़, ओड़िशा एवं आंध्र प्रदेश राज्यों के हिस्से शामिल हैं। इसका विस्तार उत्तर से दक्षिण तक लगभग 320 किमी. तथा पूर्व से पश्चिम तक लगभग 480 किमी. है। यहाँ गोंड आदिवासी रहते हैं। इस क्षेत्र में बॉक्साइट, लौह अयस्क एवं मैंगनीज के भंडार हैं। दंडकारण्य के महत्त्वपूर्ण नगर हैं जगदलपुर, भवानीपाटणा तथा कोरापुट।
36. (1) समोच्च रेखा (Isohypse) समान ऊँचाई वाले बिंदुओं को दिखाने का सही तरीका है। जबकि समदाब रेखा का प्रयोग समान वायुदाब वाले स्थानों को जोड़ने में किया जाता है।
37. (3) सुनामी वस्तुत: बहुत लम्बी एवं कम कंपन करने वाली समुद्री लहरें हैं जो समुद्र के अंदर उत्पन्न होने वाले भूकंपों के प्रभाव से महासागरों में उत्पन्न होती हैं। सुनामी लहरों के साथ जल की गति संपूर्ण गहराई तक होती है, इसलिए ये अधिक प्रलयकारी होती हैं। सुनामी लहरों की दृष्टि से प्रशांत महासागर सबसे खतरनाक स्थिति में है।
38. (4) ‘ऋतु प्रवास’ शब्द वस्तुतः खानाबदोशों के स्थानान्तरित होने के लिए प्रयोग होता है। ये विभिन्न मौसमों में जीवनोपयोगी प्राकृतिक अवस्था प्राप्त करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में स्थानांतरित होते हैं। उदाहरण के लिए उत्तराखंड की ‘भोटिया’ जनजाति ऋतु प्रवास करती है।
40. (2) मणिकरण भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य में कुल्लू जिले में पार्वती एवं व्यास नदियों के बीच बसा है। यहाँ भूतापीय ऊर्जा पर आधारित विद्युत संयंत्र स्थापित किया गया है। विदित है कि मणिकरण अपने गर्म पानी के चश्मों के लिए भी प्रसिद्ध है।
41. (2) अगर किसी क्षेत्र का लैंडसैट आँकड़ा आज मिलता है, तो उसके पश्चिम में स्थित क्षेत्र का आँकड़ा उसी समय (स्थानीय समय के अनुसार) दूसरे दिन उपलब्ध होगा।
43. (3) ज्वालामुखीय उद्गार से सबसे अधिक सल्फर डाइऑक्साइड (SO2,) गैस निकलती है। यह गैस वायु प्रदूषण में उत्तरदायी है। SO2, के अलावा ज्वालामुखीय उद्गार से CO2, जलवाष्प तथा हाइड्रोजन सल्फाइड भी निकलता है।
44. (1) थारू जनजाति नैनीताल (उत्तराखंड) से लेकर गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) एवं तराई क्षेत्र में रहती है एवं किरात वंश की है। इनमें संयुक्त परिवार प्रथा है। कई परिवार ऐसे भी हैं जिनमें सदस्यों की संख्या पाँच सौ तक है। ‘भूटिया’ उत्तराखंड के चमोली, अल्मोड़ा, पिथौरागढ़ आदि में पाई जाने वाली मंगोल प्रजाति की जनजाति है। मुंडा जनजाति झारखंड में, जबकि कोल जनजाति मध्य प्रदेश में पाई जाती है ।
45. (3) संयुक्त राज्य अमेरिका की वृहत् झीलों का पूर्व से पश्चिम की ओर सही क्रम है –
ऑटेरियो-ईरी-ह्यूरन-मिशिगन-सुपीरियर। जबकि क्षेत्रफल की दृष्टि से इन झीलों का क्रम है
सुपीरियर> ह्यूरन> मिशिगन > ईरी> ओंटेरियो सुपीरियर झील कैस्पियन सागर के बाद विश्व की दूसरी बड़ी झील है। उपरोक्त झीलों में से केवल मिशिगन झील यूएसए में है जबकि अन्य सभी कनाडा तथा यूएसए दोनों में है।
46. (2) कैनेडियन पैसिफिक रेलवे मॉन्ट्रियल तथा वैंकूवर के बीच चलती है। इसका मुख्यालय कालगैरी (Calgary), अल्बर्टा में है। इसकी स्थापना 1881 ई. में हुई थी।
48. (1) काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम में अवस्थित है। इसकी स्थापना 1974 ई. में की गई। इसका कुल क्षेत्रफल 471.71 वर्ग किमी. है। इस उद्यान में विश्व के दो तिहाई एक सिंगी गैंडे संरक्षित हैं।
49. (2) आस्वान बाँध नील नदी पर मिस्र में बनाया गया है। यहाँ दो बाँध बने हैं आस्वान उच्च बाँध तथा पुराना आस्वान लो डैम हैं।
आस्वान उच्च बाँध की लम्बाई 3830 मीटर तथा ऊँचाई 111 मीटर है जबकि आधार से ऊँचाई 980 मीटर है। इन बाँधों द्वारा नदी की बाढ़ पर नियंत्रण रखा जाता है तथा कृषि के जल एवं बिजली उत्पादन भी होता है।
50. (2) रोबस्टा एक प्रकार की कॉफी है जो अफ्रीका के पश्चिमी एवं मध्य क्षेत्र में उगाया जाता है। विश्व के कुल कॉफी उत्पादन में इसका योगदान 40% है, यह कॉफी अन्य कॉफी की तुलना में लगभग दो गुनी फसल देता है।
51. (2) 1983 में केन्द्र सरकार ने उच्चतम न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश आर. एस. सरकारिया की अध्यक्षता में केन्द्र-राज्य संबंधों पर एक तीन सदस्यीय आयोग का गठन किया। इस आयोग ने अपनी रिपोर्ट 1987 में सौंपी। आयोग ने केन्द्र-राज्य संबंधों की सुधार की दिशा में 247 सिफारिशें प्रस्तुत की। इनमें से महत्त्वपूर्ण सिफारिशें इस प्रकार हैं –
(i) एक स्थायी अंतर्राज्यीय परिषद् हो जिसे अंतर-सरकारी परिषद कहा जाना चाहिए। इसकी स्थापना अनुच्छेद 263 के तहत होनी चाहिए।
(ii) अनुच्छेद-356 का प्रयोग अंतिम विकल्प के रूप में होना चाहिए ।
(iii) अखिल भारतीय सेवाओं के संस्थान को और अधिक मजबूत बनाना चाहिए और ऐसी ही कुछ और सेवाओं का निर्माण किया जाना चाहिए।
(iv) कराधान की शक्ति संसद में ही निहित रहनी चाहिए जबकि अन्य शक्तियों को समवर्ती सूची में शामिल किया जाना चाहिए ।
(v) राष्ट्रीय विकास परिषद् का नाम बदलकर इसे राष्ट्रीय आर्थिक एवं विकास परिषद् किया जाना चाहिए।
(vi) क्षेत्रीय परिषद् बनानी चाहिए और इन्हें संघीयता के मामले में प्रोत्साहन देना चाहिए।
(vii) समवर्ती सूची के विषयों पर कानून बनाने से पहले केन्द्र को राज्य से परामर्श करना चाहिए।
(viii) निगम कर से प्राप्तियों को राज्यों के साथ निश्चित सीमा में बाँटा जाना चाहिए।
52. (4) भारतीय संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (b) में शांतिपूर्ण सम्मेलन की स्वतंत्रता का अधिकार वर्णित है। एकत्र होने का सबसे सामान्य तरीका है सभाएँ करना। इसके अंतर्गत प्रदर्शन करना और जुलूस निकालना आता है। इस अधिकार का दावा वही सम्मेलन कर सकता है जो (क) शांतिपूर्ण हो (ख) निरायुध हो । इस प्रकार कर्तव्यच्युत अधिकारियों का घेराव जिसमें हिंसा की गुंजाइश न हो, शांतिपूर्ण इकट्ठा होना, जनता का किसी स्थान पर बिना शस्त्र एकत्रित होना आदि इस अनुच्छेद के तहत प्राप्त स्वतंत्रा हैं। इस अधिकार के अभ्यास पर राज्य अनुच्छेद 19 (3) के द्वारा युक्तियुक्त प्रतिबंध लगा सकता है। इस प्रकार अनुच्छेद 19 (3) द्वारा आरोपित यह निर्बंधन अनुच्छेद 19(1) (b) द्वारा प्रदत्त स्वतंत्रताओं को मर्यादित व सीमित करता है। यह उपरोक्त अनुच्छेद द्वारा प्रदत्त स्वतंत्रता का भाग नहीं है।
53. (3) विधि आयोग ने अपनी 80वीं रिपोर्ट में उच्च न्यायालय में न्यायाधीशों की नियुक्ति से सम्बंधित विधि के बारे में सुझाव दिया था। इसमें यह कहा गया था कि प्रत्येक उच्च न्यायालय में एक तिहाई न्यायाधीश अन्य राज्यों से होने चाहिए। ये एक-तिहाई न्यायाधीश प्रारंभिक नियुक्ति के तहत हाने चाहिए न कि स्थानांतरण के तहत। यह रिपोर्ट 1980 में सरकार को सौंपा गया था। तत्कालीन विधि आयोग के अध्यक्ष न्यायाधीश एच. आर. खन्ना थे जोकि इस रिपोर्ट के सौंपे जाने के पूर्व ही इस्तीफा दे चुके थे।
54. (2) भारतीय संविधान के अनुच्छेद 56 (1) (क) में यह वर्णित है कि राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति को सम्बोधित अपने हस्ताक्षर सहित लेख द्वारा अपना पद त्याग सकेगा।
55. (4) जब राष्ट्रपति का पद उसकी मृत्यु, त्यागपत्र, निष्कासन आदि के कारण रिक्त हो जाता है तो उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के दायित्वों का निर्वहन करता है। (अनुच्छेद-65) उपराष्ट्रपति कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में अधिकतम 6 महीने की अवधि तक कार्य कर सकता है। इस अवधि में नए राष्ट्रपति का चुनाव आवश्यक है। इसके अतिरिक्त वर्तमान राष्ट्रपति अनुपस्थिति, बीमारी या अन्य किसी कारण से अपने कार्यों को करने में असमर्थ हो तो वह राष्ट्रपति के दायित्वों का निर्वहन करता है।
कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्य करने के दौरान उपराष्ट्रपति राज्य सभा के सभापति के रूप में कार्य नहीं करता है।
(2) संविधान के अनुच्छेद 123 के तहत राष्ट्रपति को संसद के सत्रावसान की अवधि में अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्रदान की गई है। इन अध्यादेशों का प्रभाव व शक्तियाँ, संसद द्वारा बनाए गए कानून की तरह ही होती है परन्तु ये प्रकृति से अल्पकालीन होते हैं।
संसद सत्रावसान की अवधि में जारी किया गया प्रत्येक अध्यादेश संसद की पुनः बैठक होने पर दोनों सदनों के समक्ष प्रस्तुत किया जाना चाहिए। यदि संसद के दोनों सदन उस अध्यादेश को पारित कर देती है तो वह कानून का रूप धारण कर लेता है। यदि इस पर संसद कोई कार्यवाही नहीं करती तो संसद की दुबारा बैठक के छः हफ्ते पश्चात् यह अध्यादेश समाप्त हो जाता है। इस प्रकार राष्ट्रपति द्वारा प्राख्यापित अध्यादेश संसद के सत्र शुरू होने के बाद 6 सप्ताह के भीतर सदन के भीतर रखना आवश्यक है अन्यथा यह स्वतः अप्रभावी हो जाएगा।
57. (4) ‘व्यय का अनुमान’ अनुदान की माँग के रूप में भारतीय संसद के समक्ष रखा जाता है। अनुदान की माँग का अधिकार सिर्फ लोक सभा को प्राप्त है, की अनुदान माँग के माध्यम से बजट प्रस्ताव पर विस्तृत चर्चा और मतदान किया जाता है। विपक्ष कटौती प्रस्ताव का प्रयोग करता है। इसके उपरांत अनुदान की माँग अंतिम रूप ग्रहण कर लेता है।
58. (4) भारत में बजट निर्माण की प्रक्रिया अगस्त-सितम्बर से ही प्रारंभ हो जाती है। वित्त मंत्रालय के बजट से सम्बंधित आर्थिक मामलों के विभाग द्वारा बजट के विभिन्न पहलुओं को तैयार किया जाता है। वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग द्वारा राजस्व प्राप्ति व व्यय से संबंधित राजस्व अनुमान को तैयार किया जाता है।
59. (3) बजट या वार्षिक वित्तीय विवरण सरकार के राजकोषीय नीति का एक लेख – पत्र है। सरकार अपनी राजकोषीय नीति को बजट के माध्यम से अभिव्यक्त करती है। किसी भी सरकार के राजकोषीय नीति का प्रधान उद्देश्य आय को बढ़ाना व व्यय को कम करना होता है। सरकार विभिन्न उपायों द्वारा राजकोषीय घाटा को कम करने का प्रयास करती है। विदित है कि सरकार के कुल आय व कुल व्यय के अंतर को राजकोषीय घाटा कहते हैं, जिसके अंतर्गत ऋणगत प्राप्तियाँ और अन्य देयताएँ शामिल नहीं होती।
60. (1) अनुच्छेद 117 (1) में यह वर्णित है कोई विधेयक जो कर लगाता है विधायिका में नहीं रखा जा सकता जब तक कि राष्ट्रपति की पूर्वानुमति प्राप्त न हो जाए। साथ ही ऐसा उपबंध करने वाला विधेयक राज्य सभा में पुरःस्थापित नहीं किया जाएगा।
61. (4) भारतीय संविधान के अनुच्छेद266 (2) के अनुसार भारत सरकार या किसी राज्य सरकार द्वारा या उसकी ओर से प्राप्त सभी अन्य लोक धनराशियाँ जिसमें भविष्य निधि जमा, न्यायिक जमा, बचत, बैंक जमा, विभागीय जमा आदि शामिल हैं, यथास्थिति भारत के लोक लेखा या राज्य के लोक लेखा में जमा की जाएगी।
62. (1) संसद में बजट के प्रस्तुतिकरण व आम बहस के बाद सदन तीन या चार सप्ताह के लिए स्थगित हो जाता है। इस अंतराल में प्राक्कलन / आकलन समिति अनुदान के माँग आदि की विस्तार से पड़ताल करती है और एक रिपोर्ट तैयार करती है। इन रिपोर्टों को दोनों सदनों में विचारार्थ रखा जाता है।
63. (1) 73वें संविधान संशोधन द्वारा पंचायती राज को संवैधानिक दर्जा प्रदान किया गया तथा भाग – 9 व अनुसूची-11 जोड़ा गया। संविधान के भाग – 9 के अनुच्छेद-243D (3) के तहत महिलाओं को सभी स्तर पर एक-तिहाई आरक्षण प्रदान किया गया। विदित है कि संसद व विधान मंडल में महिलाओं को आरक्षण प्रदान करने सम्बंधी विधेयक अब तक पारित नहीं हो पाया है।
64. (2) 1999 ई. में इटालियन मूल की सोनिया गाँधी द्वारा कांग्रेस का नेतृत्व संभालने के कारण शरद पवार व तारिक अनवर, पी. ए. संगमा आदि नेताओं ने इससे अलग एक नई पार्टी की स्थापना की जिसका नाम राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी रखा गया।
जातीयतावादी कांग्रेस पार्टी नामक कोई पार्टी देश में नहीं है।
65. (2) भ्रष्टाचार एक समस्या बन चुका है। इसके कारण योजनाओं का लाभ लक्षित व्यक्ति तक नहीं पहुँच पाता तथा संसाधनों का अपव्यय होता है। अतः यह आर्थिक विकास को बाधित करता है।
66. (1) राजस्व विभाग, व्यय विभाग व आर्थिक मामलों सम्बंधी विभाग वित्त मंत्रालय के विभाग हैं। बैंकिंग विभाग वित्त मंत्रालय का विभाग नहीं है।
67. (2) नीति कटौती प्रस्ताव माँग की नीति के प्रति असहमति को व्यक्त करता है। इसमें कहा जाता है कि माँग की राशि 1 रुपया कर दी जाए। सदस्य कोई वैकल्पिक नीति भी प्रस्तुत कर सकते हैं। यह सबसे ज्यादा प्रभावी प्रस्ताव है।
68. (2) सैद्धांतिक रूप से किसी देश के आर्थिक विकास को सकल घरेलू उत्पाद, सकल राष्ट्रीय उत्पाद व प्रति व्यक्ति आय आदि के संदर्भ में ही परिकल्पित किया जाता है। विश्व बैंक से वित्तीय सहायता में वृद्धि अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने हेतु एक उपचारात्मक तरीका है।
69. (4) स्वतंत्रता प्राप्ति के उपरांत जवाहरलाल नेहरू के नेतृत्व में बनी पहली सरकार में कानून मंत्री बी. आर. अम्बेडकर थे। वे 15 अगस्त 1947 से लेकर 1951 तक भारत के कानून मंत्री रहे। उन्होंने 1951 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
70. (4) भारत में 1975 में चालू की गई एकीकृत बाल विकास परियोजना महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय द्वारा लागू की गई है। इस परियोजना के तहत 6 वर्ष की आयु के बच्चों एवं उनकी माताओं को पोषक भोजन, विद्यालय पूर्व शिक्षा व प्राथमिक स्वास्थ्य सुविधाएँ प्रदान की जाती है। इस परियोजना के तहत जगह – 2 पर आँगनबाड़ी केन्द्र खोले गए हैं।
71. (3) जुलाई 1991 की नई औद्योगिक नीति की अर्थशास्त्रियों ने कटु आलोचना की है। आलोचना के मुख्य मुद्दे निम्नलिखित हैं- औद्योगिक विकास में अस्थिरता तथा उच्चावचन, उत्पादन संरचना में विसंगतियाँ, विदेशी प्रतिस्पर्धा से खतरा, व्यावसायिक उपनिवेशवाद, विदेशी निवेश पर अंधविश्वास। इसमें कृषि सेक्टर की उपेक्षा आलोचना का कारण नहीं था।
72. (2) भारत सरकार द्वारा शेयरों के पूँजी विनिवेश के लिए रंगराजन समिति की नियुक्ति 1993 में की गई थी। इस समिति यह सिफारिश की, कि विनिवेश की सीमा को किसी स्तर तक किया जा सकता है केवल परमाणु ऊर्जा व रक्षा क्षेत्र को छोड़कर । समिति ने अन्य उद्योगों हेतु विनिवेश की सीमा को 74% तथा रक्षा एवं परमाणु सेक्टर हेतु 49% तक करने की सिफारिश की। इस समिति ने चार प्रकार के विनिवेश का सुझाव दिया। यथा- ट्रेड सेल, स्ट्रेटेजिक सेल, ऑफर ऑफ शेयर और क्लोजर या सेल ऑफ एसेट्स।
73. (3) भूमि राजस्व, पंजीकरण शुल्क व वाणिज्य – कर राज्य सरकारों के राजस्व का भाग होता है अर्थात् राज्यों द्वारा उद्गृहित, संग्रहित व खर्च किया जाता है। सीमा शुल्क पूर्ण रूप से संघ के अधिकार क्षेत्र में आता है। इसे संघ लगाता है, वसूलता है और खर्च करता है।
74. (1) विश्व उपभोक्ता अधिकार दिवस 15 मार्च को मनाया जाता है। 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस, 18 अप्रैल को विश्व विरासत दिवस तथा 10 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है।
75. (4) ब्रिक (BRIC) की स्थापना ब्राजील, रूस, भारत व चीन ने की। इसका प्रथम सम्मेलन 2009 में येकेटरिनबर्ग (रूस) में हुआ। 2010 में हुए ब्राजीलिया सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका को इसकी सदस्यता प्रदान करने की सहमति बनी तथा 2011 में चीन में ब्रिक्स के तीसरे सम्मेलन में दक्षिण अफ्रीका पहली बार शामिल हुआ, इसके बाद इस संगठन का नाम ब्रिक्स (BRICS) हो गया।
76. (3) करमा जनजातियों का एक महत्त्वपूर्ण त्योहार है। यह पर्व हिन्दू भाद्र – पद मास में मनाया जाता है। यह प्रकृति से संबंधित पर्व है जिसका प्रमुख संदेश कर्म की जीवन में प्रधानता है। यह आदिवासी तथा सदानों में समान रूप से प्रचलित है। इसकी दो श्रेणियाँ हैं – राज करमा (घर के आंगन में की जाने वाली पारिवारिक पूजा) तथा देश करमा (अखरा में की जाने वाली सामूहिक पूजा ) ।
77. (4) संथाल गाँव (आतो) का प्रधान ‘मांझी’ कहलाता है। संथाल गाँव की पंचायते मांझी थान में बैठती हैं। ‘महतो’ उराँव के गाँव प्रधान को कहा जाता है। मुंडा पंचायतों को ‘परहा’ कहते हैं तथा इनका मुखिया ‘मुंडा’ कहलाता है।
78. (1) ‘घुमकुरिया’ युवा गृह उराँव जनजाति की सामाजिक संस्था है। इसमें युवक-युवतियों को जनजातीय रीति-रिवाजों एवं परंपराओं का प्रशिक्षण दिया जाता है। इसमें 10-11 वर्ष की आयु (सरहुल के समय) प्रवेश मिलता है तथा विवाह होते ही इसकी सदस्यता समाप्त हो जाती है। इसमें युवकों के लिए ‘जोंख-एड़पा’ तथा युवतियों के लिए ‘पेल-एड़पा’ नामक अलग-अलग प्रबंध होता है।
79. (3) सूरजकुंड हजारीबाग जिले में बड़हाथा (बरैठा) से 2 किमी की दूरी पर स्थित एक गरम पानी का स्रोत है। इसका तापमान 88.5°C (190°F) है। यह भारत का सर्वाधिक गर्मकुंड है।
80. (1) छोटानागपुर में ‘फुसफुस’ बलुआ मिट्टी दामोदर घाटी क्षेत्र अर्थात् पूर्वी हजारीबाग तथा धनबाद में पाई जाती है। इस मिट्टी का रंग लाल एवं पीले का मिश्रण होता है। ऐसी मिट्टी मोटे अनाजों की खेती के लिए बहुत उपयुक्त होती है।
81. (4) दामोदर घाटी निगम (DVC) की स्थापना 1948 में हुई थी। दामोदर घाटी परियोजना को चलाने के लिए इसकी स्थापना हुई तथा इसका मुख्यालय कलकत्ता में स्थापित किया गया। यह परियोजना झारखंड तथा पश्चिम बंगाल की संयुक्त परियोजना है। जिसके अंतर्गत 8 बड़े बाँध, 1 अवरोध बाँध, 6 जल विद्युत गृह एवं तीन तापीय विद्युत गृह का निर्माण (बोकारो, चंद्रपुरा व दुर्गापुर) किया गया।
82. (1) राँची में कैथोलिक गिरजाघर की स्थापना रोमन कैथोलिक मिशन द्वारा 1909 ई. में पुरुलिया रोड में किया गया। विदित है कि झारखंड में प्रथम चर्च, जी.ई.एल. चर्च (क्राइस्ट चर्च) की स्थापना 1855 ई. में की गई थी।
83. (*) झारखंड का सबसे ऊँचा जलप्रपात बुढ़ाघाघ / लोधाघाघ है। यह उत्तरी कोयल नदी पर लातेहार जिले में अवस्थित है। इसकी ऊँचाई 137 मीटर है। हिरणी जलप्रपात पूर्वी सिंहभूम, दशम जलप्रपात (काँची नदी पर ) राँची में है। ‘हुंडरू जलप्रपात’ दूसरा ऊँचा जलप्रपात (74 मीटर) है। यह स्वर्णरेखा नदी पर राँची में अवस्थित है।
84. ( 2 ) झारखंड में मुख्यतः दो प्रकार की फसलें पैदा होती हैं- खरीफ फसल व रबी फसल। इन दो फसलों के अलावा एक और प्रकार होता है जिसे जायद या गरमा फसल कहते हैं। झारखंड में कुल कृषिगत भूमि के 90.5% भाग में खरीफ फसल तथा 9.20% भाग में रबी एवं 0. 75% भाग में जायद फसल की खेती की जाती है।
85. (2) 3 सितम्बर, 1857 ई. को भगवान सिंह और रामनाथ सिंह के नेतृत्व में सिंहभूम क्षेत्र में चाईबासा में सैनिकों ने विद्रोह किया। इन सैनिकों को पोरहाट नरेश अर्जुन सिंह ने मदद की तथा अपने दीवान जग्गू के साथ इस क्षेत्र में क्रांतिकारी गतिविधियों का नेतृत्व किया।
86. (3) ताना भगत आंदोलन की शुरुआत अप्रैल 1914 में जतरा भगत के नेतृत्व में हुआ। इस आंदोलन को बिरसा मुंडा आंदोलन का विस्तार माना जाता है। यह एक प्रकार का संस्कृतिकरण आंदोलन था जिसमें एकेश्वरवाद को अपनाने, माँस-मदिरा त्यागने एवं आदिवासी नृत्य पर पाबंदी तथा झूम खेती की वापसी पर विशेष बल दिया गया। इस आंदोलन को प्रसारित करने में शिबू भगत, बलराम भगत तथा देवमनिया नामक महिला की महत्त्वपूर्ण भूमिका थी।
87. (2) जयपाल सिंह, मुस्लिम लीग के सहयोग से संविधान सभा के सदस्य रूप में निर्वाचित हुए। परंतु बाद में मुस्लिम लीग द्वारा प्रयोजित प्रत्यक्ष कार्यवाही के दिन जयपाल का मुस्लिम लीग से मोहभंग हुआ तथा उन्होंने उससे संबंध तोड़ लिए । आगे राष्ट्रवादी नेताओं से संपर्क होने पर जयपाल सिंह आदिवासी उपसमिति के सदस्य बनाए गए।
88. (1) ‘बिरहोर’ शब्द की व्युत्पत्ति मुण्डारी भाषा के दो शब्दों ‘बिर’ (जंगल) एवं होर (आदमी) के मिलने से हुई है जिसका अर्थ है- जंगल का आदमी। ये जंगलों में रहते हैं और घूमन्तू जीवन जीते हैं, कुछ ने अब स्थायी जीवन भी अपना लिया है। घूमन्तु जीवन जीने वाले बिरहोरों को ‘उलथू’ या ‘मुलियास’ एवं स्थायी जीवन जीने वाले बिरहोरों को ‘जाँघी’ या ‘थानिया ‘ कहा जाता है।
89. ( 2 ) ‘Lac’ शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द ‘लक्ष’ से हुई है। इसे ‘लाह’ के नाम से जाना जाता है। भारत के कुल लाह उत्पादन का 60% भाग झारखंड क्षेत्र से प्राप्त होता है। लाह उत्पादन की दृष्टि से राँची जिला प्रथम स्थान पर है। लाह के विकास हेतु 1925 ई. राँची के नामकुम में ‘भारतीय लाह अनुसंधान संस्थान’ की स्थापना की गई।
90. (3) टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी-टिस्को की स्थापना 1907 ई. में जमशेद जी टाटा द्वारा की गई थी। इसकी स्थापना पू. सिंहभूम जिले में स्वर्णरेखा एवं खरकई नदी के संगम पर साकची नामक गाँव में की गई।
91. (4) झारखंड के प्रथम राज्यपाल श्री प्रभात कुमार थे। वर्तमान में झारखंड की राज्यपाल श्रीमती ‘द्रोपदी मूर्मू’ हैं।
92. (3) छोटानागपुर का क्षेत्र ब्रिटिश शासन के अंतर्गत 1772 ई. में आया था। इस काल में छोटानागपुर क्षेत्र पर नागवंशी शासक दर्पनाथशाह का शासन था। उसने कंपनी सरकार की अधीनता स्वीकार कर ली और 12000 रुपये सलाना देना स्वीकार किया।
93. (1) ‘संथाल परगना काश्तकारी अधिनियम 1855’ को 1856 ई. में लागू किया गया। में इस अधिनियमों द्वारा संथाल परगना के भूमि संबंधी अधिनियमों को लागू किया गया साथ ही काश्तकारी अधिकारों एवं कर्तव्यों को परिभाषित किया गया।
94. (4) छोटानागपुर क्षेत्र के आदिवासियों के विद्रोह को शांत करने के उद्देश्य से 1837 ई. में विल्किंसन कानून लागू किया गया। कैप्टन विल्किंसन ने कोल्हान क्षेत्र में रहने वालों के लिए नियम बनाए जो कुछ हद तक सर्वमान्य रहे और आदिवासी शांत हुए। हालांकि इस कानून के बाद भी आदिवासियों के जमीनों एवं उनके सामुदायिक एवं व्यक्तिगत जीवन में बाहरी हस्तक्षेप बंद नहीं हुई।
95. (4) छोटानागपुर काश्तकारी अधिनियम (CNT, act) 1908 ई. में लागू किया गया। सी. एन. टी. एक्ट की रूपरेखा तैयार करने का श्रेय फादर ‘जॉन वैप्टिस्ट हॉफमैन’ को दिया जाता है। इसे ‘जनजातियों का मैग्नाकार्टा’ रूप में रेखांकित किया जाता है। यह एक्ट इस पारंपरिक धारणा को प्रतिपादित करता है कि जमीन किसी एक की संपत्ति न होकर समाज की संपत्ति है। इससे पारंपरिक भूमि पर विशेषकर जनजातीय समाज को भूईंहारी | और खूँटकट्टी हक का कानूनी अधिकार प्राप्त हुआ।
96. (2) ‘सोहराय पर्व’ संथाल जनजाति का सबसे बड़ा त्योहार है। यह पशुओं को श्रद्धा अर्पित करने का त्योहार है जो कार्तिक महीने की अमावस्या को मनाया जाता है। यह पर्व पाँच दिनों तक चलता है, इसमें गाँव के युवक-युवतियाँ गो पूजन करते हैं। पाँचवें दिन गाँव से इकट्ठा किए गए चावल, दाल, नमक, मसाला आदि से सहभोज किया जाता है।
97. (2) पारसनाथ की पहाड़ी गिरिडीह के पठार पर बराकर नदी की घाटी के निकट स्थित है। इस पहाड़ी की ऊँचाई 4480 फुट (1365 मीटर) है। इसकी सर्वोच्च चोटी को ‘सम्मेद शिखर’ कहा जाता है। इसे अत्यंत कठोर पाइरोक्सीन ग्रेनाइट से निर्मित माना जाता । यह जैनियों का प्रसिद्ध तीर्थस्थल के रूप में महत्त्वपूर्ण है।
98. (3) ‘सरहुल’ झारखण्ड के आदिवासियों का सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहार है। कोल्हान क्षेत्र में इस त्योहार को ‘बा पोरोब ” कहा जाता है जिसका अर्थ फूलों का त्योहार भी होता है। यह अनेक खुशियों का त्योहार है जो बसंत के मौसम में साल के पेड़ की शाखाओं पर नए फूल खिलने पर मनाया जाता है। देवताओं की पूजा साल के फूलों से की जाती है। गाँव के पुजारी हर ग्रामीण को फूल वितरित करते हैं और वे हर घर की छत पर इन फूलों को डालते हैं।
99. (4) ‘छऊ नृत्य’ झारखंड का सबसे महत्त्वपूर्ण नृत्य है। इस नृत्य का प्रारंभ सरायकेला (झारखंड) से हुआ तथा यही से यह नृत्य मयूरभंज (उड़ीसा) एवं पुरुलिया (पश्चिम बंगाल) में फैला। इस नृत्य का विदेश में सर्वप्रथम प्रदर्शन सुधेन्द्रु नारायण सिंह (सरायकेला के राजकुमार ) ने 1938 ई. में करवाया था। स्वतंत्रता के बाद बिहार सरकार ने इसे संरक्षण देकर देश-विदेश में प्रसिद्धि दिलवाई, पुनः झारखंड राज्य निर्मित होने के बाद इसका संरक्षण झारखंड राज्य द्वारा किया जा रहा है।
इस नृत्य में विभिन्न मुखौटों को पहनकर पात्र पौराणिक व ऐतिहासिक कथाओं का मंचन करते हैं। इसमें प्रशिक्षक/ गुरु की उपस्थिति अनिवार्य होती है।
100. (3) झारखंड के प्रथम मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी के बाबूलाल मरांडी (15 नवम्बर, 2000 17 मार्च, 2003) बनाए गए। वर्तमान में राज्य के मुख्यमंत्री श्री रघुवर दास (28 दिसम्बर, 2014 से) हैं।
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Ajit kumar

Sub Editor-in-Chief at Jaankari Rakho Web Portal

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