धर्म एवं राजनीति के संबंधों को स्पष्ट करें।
धर्म एवं राजनीति के संबंधों को स्पष्ट करें।
उत्तर- गाँधी जी का कहना था कि धर्म को राजनीति से अलग नहीं किया जा सकता है। गाँधी जी के अनुसार धर्म की आशय नैतिकता से था। निश्चित तौर पर राजनीति का नैतिक मूल्यों से निर्देशित होना चाहिए। नैतिकता विहीन राजनीति लोक विरोधी एवं निरंकश हो जाती है। देश के कल्याण के लिए यह आवश्यक है कि धर्मों के अच्छे विचारों, आदर्शों एवं मूल्यों को राजनीति में स्थान दिया जाए। राजनीति में यह भी देखा जाना चाहिए कि किसी धर्म विशेष के साथ भेदभाव या तुष्टीकरण तो नहीं किया जा रहा है।