निबन्ध की विशेषताएँ लिखिए। “

निबन्ध की विशेषताएँ लिखिए। “

उत्तर— निबन्ध की विशेषताएँ–निबन्ध की विशेषताएँ निम्न प्रकार से हैं—
(1) व्यक्तित्व का प्रकाशन—निबन्ध में निबन्धकार अपने सहज स्वाभाविक रूप से पाठक के सामने प्रकट होता है। वह पाठक से मित्र की भाँति खुलकर सहजभाव से बातचीत करता है। अतः व्यक्तित्व प्रकाशन ही निबन्ध की सर्वप्रथम विशेषता है।
(2) संक्षिप्तता—निबन्ध जितना छोटा होता है, जितना अधिक गठा होता है, उसमें उतनी ही गहन अनुभूतियाँ भरी होती हैं। इन अनुभूतियों से ही उसमें तीव्रता आती है। फलतः निबन्ध का प्रभाव पाठक पर सबसे अधिक पड़ता है। निबन्ध की सफलता श्रेष्ठता उसकी संक्षिप्ततता है। शब्दों का व्यर्थ प्रयोग निबन्ध को निम्न स्तर का बना देता है ।
(3) सूत्रता—आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के शब्दों में, “निबन्ध में व्यक्तिगत विशेषता का अर्थ यह नहीं है कि उसके प्रदर्शन के लिए विचारों की श्रृंखला रखी न जाए या जान-बूझकर उसे जगह-जगह से तोड़ दिया जाए, भावों की विचित्रता दिखाने के लिए अर्थयोजना की जाए, जो अनुभूति के लोक सामान्य स्वरूप से कोई सम्बन्ध ही न रखे ।” इसका अभिप्राय यह है कि निबन्ध में क्रम व व्यवस्था का महत्त्वपूर्ण स्थान है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *