पवन चक्की के कार्य करने के सिद्धांत को स्पष्ट कीजिए।

पवन चक्की के कार्य करने के सिद्धांत को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर ⇒गतिशील हवा को पवन कहते हैं। इसके पास पर्याप्त मात्रा में गतिज ऊर्जा होती है क्योंकि यह गतिशील है, अतः इसमें कार्य करने की क्षमता होती है। जब हवा तेजी से चलती है तो अपनी गति से वह राह में आने वाली वस्तुओं की दिशापवन चक्की

 बदल सकती है, उन्हें स्थिर अवस्था में गतिशील बना सकती है; घूमने वाली वस्तुओं को तेजी से घुमा सकती है । तूफानों में बड़े-बड़े पेड़ इसी के कारण उखड़ जाते हैं।, खंबे गिर जाते हैं। और हल्की वस्तुएँ उड़कर दूर जा गिरती है।
पवन-चक्की एक मशीन है जो तेज हवा चलने से उत्पन्न ऊर्जा पर आधारित है। इसमें बड़े-बड़े पंख होते हैं जो पवन की गतिज ऊर्जा से घूमने लगते हैं और वे अपने साथ जुड़े अन्य उपकरणों को घुमाकर उपयोगी कार्य कराते हैं। पवन चक्की को गति देने और उससे उपयोगी कार्य कराने के लिए पवन का वेग कम-से-कम 15 किमी०/घंटा होना चाहिए।

 

 

Ajit kumar

Sub Editor-in-Chief at Jaankari Rakho Web Portal

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