पूर्ण आंतरिक परावर्तन को समझावें।

पूर्ण आंतरिक परावर्तन को समझावें।

उत्तर⇒ कुछ विशिष्ट परिस्थियों में आपतित प्रकाश को उसकी तीव्रता में बिना किसी विशिष्ट हानि के उसी माध्यम में वापस किया जा सकता है। इस परिघटना को पूर्ण आंतरिक परावर्तन कहते हैं।    जब वायु में अपवर्तन कोण का मान 90° होता है तो माध्यम विशेष जिससे प्रकाश किरण चलती है के आपतन कोण को क्रांतिक कोण कहते हैं।पूर्ण आंतरिक परावर्तन को समझावें।

Ajit kumar

Sub Editor-in-Chief at Jaankari Rakho Web Portal

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