लिंग आधारित रूढ़िवादिता एवं पूर्वाग्रह के क्या कारण हैं ?
लिंग आधारित रूढ़िवादिता एवं पूर्वाग्रह के क्या कारण हैं ?
उत्तर —लैंगिक रूढ़िबद्धता एवं पूर्वाग्रह के मुख्य कारणलैंगिक रूढ़िबद्धता एवं पूर्वाग्रह के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं–
(1) सामाजिक कारण—समाज में महिला एवं पुरुषों की भूमिका भिन्न-भिन्न समझी जाती है। पुरुषों को घर का मुखिया समझा जाता है तथा सर्वप्रथम भोजन प्राप्त करने का अधिकारी समझा जाता है। महिलाओं को पालन-पोषण एवं देखभाल करने वाले घरेलू सदस्य के रूप में माना जाता है। समाज में बालक एवं बालिकाओं के प्रति विभिन्न नियम बनाए गए हैं जो प्रत्येक क्षेत्र में लागू होते हैं। यथा— बालक निर्णय प्रक्रिया में सम्मिलित हो सकते हैं किन्तु बालिकाएँ नहीं। महिलाओं से सम्बन्धित निर्णय भी पुरुष सदस्य ही लेते हैं किन्तु महिलाओं को पुरुषों से सम्बन्धित निर्णय लेने का कोई अधिकार नहीं है।
(2) राजनीतिक कारण–राजनीति में भी पुरुषों को नारी से अधिक अधिकार प्राप्त है। उन्हें उच्च पद दिए जाते हैं। यदि महिलाओं को पद दिए भी जाते हैं तो उसका संचालन पुरुष ही करते हैं क्योंकि महिलाओं को इस योग्य नहीं समझा जाता है।
(3) शैक्षणिक कारण-बालक तथा बालिका के शिक्षा में भी अन्तर देखा जाता है। बालकों को उच्च स्तर की शिक्षा देने की व्यवस्था है परन्तु बालिकाओं को चूंकि ससुराल जाना होता है अतः उन पर खर्च करने से क्या अभिप्राय है। बालक नहीं पढ़ना चाहता है। फिर भी उसे पढ़ने का समय दिया जाता है जबकि बालिका पढ़ना चाहती है परन्तु उसे घरेलू कार्यों में व्यस्त रखा जाता है।
(4) आर्थिक कारण आकर्षक कैरियर, ऋण, सम्पत्ति आदि में भी पुरुषों का वर्चस्व कायम है। ये भिन्नता बालक एवं बालिकाओं के मध्य बाल्यकाल से ही यह भावना स्थापित कर दी जाती है जो समाज का एक अंग बन जाती है परन्तु अब इन असमानताओं को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
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