समजात अंग व असमजात अंग से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ भिन्न-भिन्न वातावरण में रहनेवाले मेढकाली जंतुओं के कुछ ऐसे अंग होते हैं जो संरचना एवं उत्पत्ति के दृष्टिकोण से तो एक![समजात अंग व असमजात अंग से क्या समझते हैं](https://www.cktarget.com/wp-content/uploads/2021/06/%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A4-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%B5-%E0%A4%85%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A4-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%B8%E0%A5%87-%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%9D%E0%A4%A4%E0%A5%87-%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%82.jpg)
समान होते हैं, परंतु अपने वातावरण के अनुसार वे भिन्न कार्यों . का संपादन करते हैं। ऐसे अंग समजात अंग (homologous organs) कहलाते हैं । जैसे— मेढक, पक्षी, बिल्ली तथा मनुष्य के अग्रपादों (forelimbs) में पाये जाने वाले अस्थियों के अवयव पक्षी मानव प्रायः समान होते हैं, परंतु इन कशेरुक प्राणियों के अग्रपाद विभिन्न प्रकार के कार्यों का संपादन कर सकते हैं। समजात अंगों के विपरीत जंतुओं के कुछ अंग ऐसे होते हैं, जो रचना और उत्पत्ति या उद्भव के दृष्टिकोण से एक-दूसरे से भिन्न होते हैं, परंतु वह एक ही प्रकार का कार्य करते हैं। ऐसे अंग असमजात अंग (analogous organs) चित्र : समजात अंग कहलाते हैं। जैसे—तितली तथा पक्षी के पंख (wings) उड़ने का कार्य करते हैं परंतु इनकी मूल संरचना और उत्पत्ति अलग-अलग प्रकार की होती है।
![चित्र समरूप अंग चमगादड़ एवं पक्षी के पंख](https://www.cktarget.com/wp-content/uploads/2021/06/%E0%A4%9A%E0%A4%BF%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%B0%E0%A5%82%E0%A4%AA-%E0%A4%85%E0%A4%82%E0%A4%97-%E0%A4%9A%E0%A4%AE%E0%A4%97%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A4%A1%E0%A4%BC-%E0%A4%8F%E0%A4%B5%E0%A4%82-%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B7%E0%A5%80-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AA%E0%A4%82%E0%A4%96-1.jpg)
चित्र : समरूप अंग : चमगादड़ एवं पक्षी के पंख
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