समन्वित शिक्षा से आप क्या समझते हैं ? इसकी प्रकृति एवं उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए।
समन्वित शिक्षा से आप क्या समझते हैं ? इसकी प्रकृति एवं उद्देश्यों को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
समग्र शिक्षा से आप क्या समझते हैं ? समग्र शिक्षा के कार्यों को स्पष्ट कीजिए।
अथवा
एकीकृत शिक्षा क्या है ? उसकी विषय सामग्री पर प्रकाश डालिए ।
अथवा
एकीकृत शिक्षा का संप्रत्यय क्या है ?
अथवा
एकीकृत / समन्वित शिक्षा का अर्थ एवं प्रकृति बताइए।
अथवा
एकीकृत शिक्षा से आप क्या समझते है ? इसके उद्देश्य लिखिये ।
उत्तर – एकीकृत/समन्वित / समाकलित शिक्षा–कम व मध्यम श्रेणों के विकलांग बच्चों को अतिरिक्त सहायता का प्रबन्ध करके; जैसेविशेष कक्षाएँ, विशेष अध्यापक आदि की सहायता से सामान्य बच्चों के साथ शिक्षित किया जा सकता है । लागत व विषय-वृत्तान्त के सन्दर्भ में भी यह कम खर्चीली है। समता व अवसरों की समानता के सिद्धान्तों के अनुसार ही विकलांग बच्चों के लिए एकीकृत शिक्षा की धारणा ही उत्तम है।
एकीकृत / समन्वित / समाकलित शिक्षा का अर्थ – समन्वित शिक्षा मुख्यत: अमेरिका की ‘मुख्य धारा आन्दोलन’ का ही परिणाम है। समन्वित शिक्षा शारीरिक व मानसिक रूप से बाधित बालकों को सामान्य बालकों के साथ सामान्य कक्षा में शिक्षा प्राप्त करवाकर व विशिष्ट सेवाएँ देकर विशिष्ट आवश्यकताओं को प्राप्त करने में सहायता करती है।
अतः समन्वित शिक्षा वह शिक्षा है जिसके अन्तर्गत शारीरिक रूप से बाधित बालक तथा सामान्य बालक सामान्य कक्षा में साथ-साथ शिक्षा ग्रहण करते हैं। समन्वित शिक्षा विशिष्ट शिक्षा का विकल्प न होकर विशिष्ट शिक्षा का पूरक है। यह शिक्षा अपंग बालकों के जीवन स्तर को ऊँचा उठाती है तथा उनके नागरिक अधिकारों को यह शिक्षा सुनिश्चित करती है।
समन्वित शिक्षा शिक्षण की समानता व अवसर जो अपंगों को अब तक नहीं दिये गये, उनके मूल रूप से शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक आयाम है।
विभिन्न शिक्षाविदों द्वारा समन्वित शिक्षा को इस प्रकार वर्णित किया गया है—
(1) सामान्य मानसिक विकास सम्भव है।
(2) समानता के सिद्धान्त का अनुपालन करती है।
(3) शैक्षिक एकीकरण सम्भव है।
(4) समन्वित शिक्षा कम खर्चीली है।
(5) समन्वित शिक्षा के माध्यम से एकीकरण सम्भव है|
(6) सामाजिक एकीकरण को सुनिश्चित करती है।
एकीकृत / समन्वित / समाकलित शिक्षा की प्रकृति—
(1) यह शिक्षा ‘सबके लिए शिक्षा’ के अधिकार का अनुपालन करती है । यह शिक्षा जाति, रंग व धर्म आदि के आधार पर भेदभाव नहीं करती है ।
(2) समन्वित शिक्षा द्वारा समर्थ व असमर्थ बच्चे एक-दूसरे के नजदीक आते हैं जिससे विद्यालय का वातावरण अच्छा बनता है ।
(3) समन्वित शिक्षा कम खर्चीली है तथा सामाजिक एकीकरण को सुनिश्चित करती है।
(4) यह शिक्षा अपंग बालकों को समान शिक्षा के अवसर प्रदान करती है ताकि वे समाज के अन्य लोगों की भाँति आत्मनिर्भर होकर अपना जीवनयापन कर सकें।
(5) यह शिक्षा अपंग बच्चों को कम प्रतिबंधित व अधिक प्रभावी वातावरण उपलब्ध कराती है, जिससे वे सामान्य बालकों के समान जीवनयापन कर सकें ।
(6) समन्वित शिक्षा द्वारा जो सुविधाएँ सामान्य बालकों को प्रदान की जाती हैं वही सुविधाएँ असमर्थ बालकों को भी प्रदान की जाती हैं ।
(7) यह शिक्षा विशिष्ट व सामान्य बच्चों के बीच के शारीरिक अन्तर को खत्म करती है ।
(8) यह शिक्षा अपंग व सामान्य बालकों के मध्य स्वस्थ सामाजिक वातावरण व सम्बन्ध बनाने में समाज के प्रत्येक स्तर पर सहायक है।
(9) यह शिक्षा असमर्थ बालकों से उनके व्यक्तित्व की पहचान के आधार पर व्यवहार करती है, उनकी बाधिता के अनुसार नहीं ।
(10) समन्वित शिक्षा माता-पिता, अध्यापकों व शिक्षाविदों के सामूहिक प्रयास पर आधारित है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here