समुदाय आधारित शिक्षा के प्रकार बताइये ।

समुदाय आधारित शिक्षा के प्रकार बताइये ।

उत्तर— समुदाय आधारित शिक्षा के प्रकार—
(1) सेवा अधिगम – सेवा अधिगम स्वयं सेवा के समान है, किन्तु ये सामुदायिक सेवाओं के अर्थपूर्ण समेकन तथा उनके विवर्तन पर आधारित है। इसमें छात्रों से यह अपेक्षा की जाती है, वे समुदाय में न सिर्फ सक्रिय रूप से सहभागी हों, बल्कि वे अपने प्रयोगों में समुदायों के लोगों को शामिल कर सामुदायिक सेवा के भावों को विकसित करे । इन प्रोजेक्ट या प्रयोगों के माध्यम से समुदाय के सदस्य सामुदायिक परिवर्तन को सीख सकते हैं। किसी विशेष प्रोजेक्ट से हम अधिगम का गहराई से अध्ययन कर सकते हैं।
(2)  समुदाय आधारित अनुसंधान– यह सामान्यतः विश्वविद्यालय स्तर पर उपयोग किया जाता है। इसमें समुदाय में प्रभावी बदलाव लाने तथा समुदाय की समस्याओं का उपयुक्त समाधान निकालने वाले शिक्षक जो अनुसंधान कार्य में निपुण हों एवं इनके साथ छात्र तथा समुदाय के सदस्य शामिल होते हैं। इसमें सामुदायिक संस्थाओं जैसे पड़ोसी संगठन, महिला आश्रम, स्वास्थ्य विभाग, सामाजिक-सांस्कृतिक संस्थाओं आदि के माध्यम से अनुसंधान कार्य किया जाता है।
(3) सामुदायिक समेकन – सामुदायिक समेकन का ध्येय समुदाय को कक्षा तक तथा कक्षा को समुदाय तक लाने का है। सामुदायिक समेकन के उद्देश्यों को तभी प्राप्त किया जा सकता है जब तक हम समुदाय के प्रत्येक सदस्य को स्कूल तक न पहुँचा दें। इसके अन्तर्गत शिक्षक अपनी कक्षा में कराये गये कार्य स्थानीय लोगों तक पहुँचाने के लिए उन स्थानीय समुदाय का भ्रमण ( Visit) करने की योजना बना सकते हैं ।
(4) समुदाय की भागीदारी – यह छात्रों को सक्रिय रूप से समुदाय को जागरूक बनाने के लिए अनुमति प्रदान करता है। इसके अन्तर्गत न सिर्फ छात्रं समुदाय के मुद्दों पर सहभागी होते हैं, बल्कि समुदाय के प्रत्येक सदस्य को सामुदायिक मुद्दों पर भागीदारी निभाने या अपनी सेवाएँ प्रदान करने के अवसर उपलब्ध कराए जाते हैं।
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