स्व के साथ सामंजस्य किस प्रकार होता है ? –

स्व के साथ सामंजस्य किस प्रकार होता है ? – 

उत्तर— स्व के साथ सामंजस्य — जब स्व के साथ सामंजस्य जुड़ जाता है, तब सामंजस्य हमारे लिए अत्यन्त महत्त्वपूर्ण हो जाता है। किसी भी काम की सफलता में सामंजस्य की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है । व्यक्ति को स्व के साथ सामंजस्य स्थापित करने के लिए, कुछ महत्त्वपूर्ण तथ्यों पर ध्यान देना आवश्यक है—

(1)अपने नकारात्मक गुणों एवं कमियों को स्वीकार करना चाहिए एवं उनमें सुधार के लिए गम्भीरता से प्रयास करना चाहिए।
(2) अपने जीवन के वास्तविक लक्ष्य को ढूँढना चाहिए एवं उनके प्रति समर्पित होना चाहिए।
(3) अपने जीवन का सिद्धान्त बनाना चाहिए तथा उसी के अनुसार अपनी कार्य प्रणाली निर्धारित करनी चाहिए।
(4) स्वयं के द्वारा किए गए प्रत्येक कार्य का स्वयं उत्तरदायित्व लेना चाहिए क्योंकि यह हमारे सामंजस्य के लिए सबसे महत्त्वपूर्ण तथ्य है।
इस प्रकार हमारे आन्तरिक जीवन से जुड़ा हुआ सबसे महत्त्वपूर्ण पहलू सामंजस्य है जो कि हमारे विश्वास तथा कार्यों में पूर्णतया परिलक्षित होता है। यदि हम अपने प्रति सच्चे एवं ईमानदार होते हैं तो हमें स्वयं के साथ सामंजस्य स्थापित करने में कोई कठिनाई नहीं होती है।
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