कपास की खेती के लिए उपयुक्त दशाओं और उत्पादक क्षेत्रों का वर्णन करें।
कपास की खेती के लिए उपयुक्त दशाओं और उत्पादक क्षेत्रों का वर्णन करें।
उत्तर –कपास की खेती के लिए निम्नांकित दशाएँ उपयुक्त मानी जाती हैं-
(i) उच्च तापमान (21°C से 30°C के बीच),
(ii) तेज धूप और पाला से बचाव (तेज धूप से रेशे चमकदार मजबूत और साफ निकलते हैं,
(iii) कम वर्षा (75 cm से 100 cm तक वर्षा प्रयाप्त है।
(iv) मिट्टी (लावा निर्मित काली मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। सिंचाई की सविधा होने पर जलोढ़ मिट्टी में भी इसकी अच्छी उपज होती है।
(v) सस्ते श्रमिक
प्रमुख उत्पादन क्षेत्र- भारत की काली मिट्टी के क्षेत्र में कपास की अच्छी खेती की जाती है। इस मिट्टी में नमी बनाये रखने की क्षमता होती है। यहाँ बिना सिंचाई के ही इसकी खेती की जाती है। इस क्षेत्र के कपास उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, गजरात. कर्नाटक, मध्यप्रदेश और आंध्रप्रदेश हैं। महाराष्ट्र और गुजरात मिलकर देश का आधा कपास उत्पादन करते हैं।
पंजाब के आस-पास का क्षेत्र सिंचाई के बल पर कपास का उत्पादन करता है। उच्च कोटि के कपास के लिए यह क्षेत्र जाना जाता है। दक्षिण भारत में कावेरी नदी घाटी में सिंचाई की सुविधा. के कारण कपास की अच्छी ऊपज प्राप्त की जाती हैं।