‘क्या ढहते विश्वास’ कहानी के शीर्षक सार्थक है? विचार करें।
‘क्या ढहते विश्वास’ कहानी के शीर्षक सार्थक है? विचार करें।
उत्तर:- घटित घटना के आधार पर ही सिद्धहस्त लेखन ने कहानी का शीर्षक: ‘ढहते विश्वास’ रखा है। इस भयंकर बाढ़ के समय लोग बड़ी आशा और उम्मीद से माँ मंडेश्वरी की शरणागत हुए, जहाँ चैत की संक्रान्ति में देवी की पूजा होती थी, बलि दी जाती थी। पर आज भगवान, शिव और माँ मुंडेश्वरी कोई सहायता नहीं कर सके । अब लोगों को किसी पर भरोसा नहीं रह गया । देवी-देवताओं पर से विश्वास उठने लगा है। अत: कहानी का शीर्षक सटीक और सत्य है।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
- Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Facebook पर फॉलो करे – Click Here
- Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
- Google News ज्वाइन करे – Click Here