तेजस्वी रेस से बाहर; नीतीश, चिराग की पूरी तैयारी; दिल्ली में JDU, LJP-R को कितनी सीट देगी BJP?

तेजस्वी रेस से बाहर; नीतीश, चिराग की पूरी तैयारी; दिल्ली में JDU, LJP-R को कितनी सीट देगी BJP?

झारखंड के बाद दिल्ली में भाजपा के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रही जेडीयू इस बार फिर दो सीटों पर चुनाव लड़ेगी। जदयू के एक वरिष्ठ राष्ट्रीय पदाधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर बताया, कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर जदयू और भाजपा के बीच बातचीत चल रही है। अभी तक एक सीट फाइनल हो चुकी है और दूसरी सीट के लिए बातचीत चल रही है। जेडीयू संगम विहार से उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है, जबकि बुराड़ी विधानसभा सीट के लिए भी बातचीत चल रही है।

जदयू ने 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी दोनों सीटों पर चुनाव लड़ा था और दोनों सीटों पर दूसरे स्थान पर रही थी। भाजपा सूत्रों ने बताया कि जदयू जहां तीन सीटों पर टिकट मांग रही है, वहीं एनडीए के दो अन्य सहयोगी दल – चिराग पासवान की अगुवाई वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) (लोजपा) और जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) भी तीन-एक-एक फॉर्मूले के तहत राजधानी की 70 विधानसभा सीटों में से हिस्सेदारी मांग रहे हैं।

पिछली बार गठबंधन में जेडीयू को दो सीटें मिली थीं। मामले के जानकार पार्टी नेताओं ने बताया कि जेडीयू कम से कम छह पूर्वांचल बहुल सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी, जिनमें बुराड़ी, किराड़ी, संगम विहार, बदरपुर, ओखला, द्वारका और पालम शामिल हैं। जेडीयू का मानना ​​है कि अगर ये सीटें उसके खाते में आती हैं तो वह बिहार और पूर्वांचल के मतदाताओं को बेहतर तरीके से जोड़ने में सफल हो सकती है।

2020 में, जेडीयू के शैलेंद्र कुमार ने बुराड़ी सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन उन्हें आप के संजीव झा के खिलाफ करारी हार का सामना करना पड़ा। संजीव झा को 62.81 प्रतिशत वोट मिले, जबकि शैलेंद्र कुमार को केवल 23.14 प्रतिशत वोट मिले। संगम विहार सीट से जेडी-यू के शिव चरण गुप्ता ने चुनाव लड़ा और केवल 32,823 वोट ही हासिल कर सके। भाजपा के एक अन्य गठबंधन सहयोगी, लोजपा (आरवी) ने भी दिल्ली चुनाव लड़ने की घोषणा करके सीट बंटवारे की समस्या को बढ़ा दिया है। चिराग पासवान ने हाल ही में कहा कि उनकी पार्टी उन सीटों पर चुनाव लड़ेगी जो दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रवादी जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को मजबूत करने में मदद करेंगी।

एनडीए के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक 2025 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बिहार में एनडीए सहयोगियों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत राज्य विधानसभा का बजट सत्र खत्म होने के बाद होगी। आपको बता दें बिहार महागठबंधन की सबसे बड़ी पार्टी लालू यादव की आरजेडी ने दिल्ली चुनाव नहीं लड़ने का ऐलान किया है। राजद के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि उनकी पार्टी (आरजेडी) आप और कांग्रेस दोनों को समर्थन देगी। वहीं इंडिया ब्लॉक में फूट को लेकर कहा कि हर राज्य की स्थिति अलग-अलग होती है। उन्हीं के मुताबिक, पार्टियां अपने निर्णय लेती है, बिहार में महागठबंधन मजबूत है और आगे भी रहेगा।

Source – Hindustan

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