भारत की आजादी के बाद कुटीर उद्योग के विकास में भारत सरकार की नीतियों को लिखें।
भारत की आजादी के बाद कुटीर उद्योग के विकास में भारत सरकार की नीतियों को लिखें।
उत्तर ⇒ कुटीर उद्योगों की उपयोगिता और उनके महत्त्व को देखते हुए स्वतंत्रता के बाद भारत सरकार ने कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए अनेक प्रयास किए हैं। 1948 की औद्योगिक नीति के द्वारा लघु एवं कुटीर उद्योग को प्रोत्साहन दिया गया। 1952-53 में लघु उद्योगों को प्रोत्साहन देने के लिए हथकरघा, सिल्क, खादी, नारियल के रेशे एवं ग्रामीण उद्योग बोर्ड स्थापित किए गए। 1980 की औद्योगिक नीति घोषणा-पत्र में कृषि आधारित उद्योगों को विकसित करने पर बल दिया गया।