रसखान के द्वितीय दोहे का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट करें ?
रसखान के द्वितीय दोहे का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट करें ?
उत्तर :- प्रस्तुत दोहे में सवैया छन्द में भाव के अनुसार भाषा का प्रयोग अत्यन्त मार्मिक है। सम्पूर्ण छन्द में ब्रजभाषा की सरलता, सहजता और मोहकता देखी जा सकती है। कहीं-कहीं तद्भव और तत्सम के सामासिक रूप भी मिल रहे हैं।
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