लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ किस प्रकार अनेक तरह के सामाजिक विभाजनों को संभालती हैं? उदाहरण के साथ बतावें।
लोकतांत्रिक व्यवस्थाएँ किस प्रकार अनेक तरह के सामाजिक विभाजनों को संभालती हैं? उदाहरण के साथ बतावें।
उत्तर- लोकतंत्र में सामाजिक-आर्थिक विषमताएँ, जैसे ऊँच-नीच, गरीब-अमीर, स्त्री-पुरुष आदि मौजूद रहती है। इनके बावजूद लोकतंत्र में व्यक्ति को बराबरी का अधिकार होता है, विकास का समान अवसर देता है। कमजोर वर्ग को विकास के लिए आरक्षण और विशेष सहायता एवं सुविधा देकर विषमता को कम करने की कोशिश करता है। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता देकर आपसी संबंध कायम करता है। इससे समाज में पारस्परिक विश्वास एवं सामंजस्य उत्पन्न होता है।