स्थूल पोषक तत्त्वों (मैक्रो न्यूट्रीन्ट्स) के बारे में आप क्या जानते हैं ?

 स्थूल पोषक तत्त्वों (मैक्रो न्यूट्रीन्ट्स) के बारे में आप क्या जानते हैं ? 

उत्तर— मैक्रो न्यूट्रिएंट्स को जीवित रहने के लिए शरीर द्वारा बड़ी मात्रा में आवश्यक रासायनिक पदार्थों के रूप में परिभाषित किया गया है। तीन मैक्रो न्यूट्रिएन्ट्स प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा है, जिनका वर्णन निम्नलिखित प्रकार हैं—
(1) कार्बोहाइड्रेटस – यह कार्बन, हाइड्रोजन और ऑक्सीजन के मिश्रण से बना है। इसके अन्दर शक्कर व श्वेतसार सम्मिलित हैं, जो चर्बी के निर्माण के लिए आवश्यक हैं। शक्कर हमें ग्लूकोज, लेक्टोज, गन्ना, फल तथा चुकन्दर से प्राप्त होती हैं और श्वेतसार चावल, गेहूँ,
बाजरा, मक्का तथा आलू से, यह शरीर में शक्ति और गर्मी उत्पन्न करती है। यह पाचन क्रिया में खाद्य पदार्थों के तत्त्वों को ग्लूकोज में बदल देती है, जो रक्त से मिलकर मांस पेशियों तक पहुँचता है। शारीरिक परिश्रम करने वाले ख़िलाड़ी आदि को इसकी अधिक आवश्यकता होती है।
कार्बोहाइड्रेट्स प्राप्त करने के साधन—
(i) श्वेतसार– चावल, गेहूँ, आलू, ज्वार, उड़द, मूंग, मसूर, चना आदि ।
(ii) शर्करा – ग्लूकोज, गन्ना, गुड़, चीनी, मीठे फल, शहद, खजूर, किसमिस, शकरकन्द आदि ।
मोटे शरीर वाले व्यक्तियों को कार्बोहाइड्रेट का सीमित मात्रा में प्रयोग करना चाहिये ।
(2) वसा – कार्बोहाइड्रेटस की अपेक्षा वसा दुगनी से अधिक ताप तथा ऊर्जा उत्पन्न करता है। इसके कारण शरीर में चिकनाई उत्पन्न होती है। त्वचा के नीचे एकत्रित हुई वसा बाहरी ठंडक और गर्मी से शरीर की रक्षा करती है। शरीर को सुडौल बनाती है ।
भोजन में वसा की कमी से त्वचा शुष्क हो जाती है तथा त्वचा के विभिन्न रोग हो जाते हैं ।
वसा प्राप्ति के स्थान—
(i) वनस्पति–नारियल, सरसों, तिल, मूंगफली, विभिन्न तेल, घी, सोयाबीन, काजू, बादाम, अखरोट ।
(ii) प्राणिज – मांस, मछली, चर्बी, अण्डा, दूध, दही, आदि । मक्खन
(3) प्रोटीन–प्रोटीन शरीर की वृद्धि एवं विकास में सहायक होते हैं। यह शरीर के प्रत्येक कोष में प्रोटोप्लाज्म के रूप में उपस्थित रहते हैं। प्रोटीन शरीर का निर्माणात्मक तत्त्व है तथा शरीर की प्रथम आवश्यक शक्ति है। प्रोटीन पाचन क्रिया में कार्बोहाइड्रेट्स में परिवर्तित हो जाते हैं तथा शक्ति उत्पादन में सहायक होते हैं।
प्रोटीन बीमारियों से लड़ने की शक्ति उत्पन्न करते हैं। इसकी अधिकता एवं न्यूनता शरीर के लिए हानिकारक है।
प्रोटीन प्राप्त करने के साधन—
(i) वनस्पति प्रोटीन—मटर, चना, उड़द, मूंग, सोयाबीन, काजू, बादाम, गेहूँ, चना, जौ, मूंगफली, मक्का आदि ।
(ii) प्राणिज प्रोटीन—माँस, मछली, अण्डा, पनीर, दूध, दही।
हमसे जुड़ें, हमें फॉलो करे ..
  • Telegram ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Facebook पर फॉलो करे – Click Here
  • Facebook ग्रुप ज्वाइन करे – Click Here
  • Google News ज्वाइन करे – Click Here

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *