स्मृति पर टिप्पणी लिखिए।

स्मृति पर टिप्पणी लिखिए। 

                अथवा
स्मृति क्या है ? स्मृति के विभिन्न प्रकार स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर— स्मृति ( Memory)– किसी वस्तु को देखकर उसकी प्रतिमा मस्तिष्क में बन जाती है। जब हम किसी नये स्थान पर जाते हैं तो उसका नक्शा अपने मस्तिष्क पर बैठाने हेतु किसी बिन्दु को अपना आधार बना लेते हैं फिर उस स्थान पर घूमकर विभिन्न चिह्नों को अपने मस्तिष्क में अंकित कर लेते हैं। इसका परिणाम यह होता है कि पुनः उस स्थान पर जाने पर वह परिचित सा लगता है। अतः मस्तिष्क की वह क्रिया जिसके द्वारा हम अपने पूर्व अनुभव से लाभ उठाते हैं, स्मृति कहलाती है।
विभिन्न मनोवैज्ञानिकों द्वारा दी गई स्मृति की परिभाषाएँ निम्नलिखित हैं—
(i) वुडवर्थ के अनुसार, “स्मृति सीखी हुई वस्तु का सीधा उपयोग है।”
(ii) स्टाउट के अनुसार, “स्मृति एक आदर्श पुनरावृत्ति है उस सीमा तक जहाँ तक कि इसमें अतीत काल के अनुभवों को यथा सम्भव उसी रूप और क्रम में याद किया जाता है, जैसा कि पहले अनुभव किया था।”
(iii) मैक्डूगल के अनुसार, “स्मृति का तात्पर्य भूतकालीन घटनाओं के अनुभवों की कल्पना करना एवं पहचान लेना है कि वे अपने ही भूतकालीन अनुभव हैं।”
(iv) रायबर्न के अनुसार, “अपने अनुभवों को संचित रखने और उनको प्राप्त करने के कुछ समय पश्चात् चेतना के क्षेत्र में लाने की जो शक्ति हमसे होती है, उसी को स्मृति कहते हैं।”
स्मृति के प्रकार (Types of Memory)—
(1) तात्कालिक स्मृति (Immediate Memory )– तात्कालिक स्मृति के अन्तर्गत हम याद की हुई बात को तत्काल सुना देते हैं किन्तु कुछ समय बाद हम इसको भूल जाते हैं। यह स्मृति वयस्कों में बालकों की अपेक्षा अधिक होती है ।
(2) स्थायी स्मृति ( Permanent Memory )– यह किशोरावस्था में विकसित होती है। बड़े होने पर याद रखने की क्षमता स्थायी तथा अधिक होती है ।
(3) सक्रिय स्मृति (Active Memory)– इस स्मृति के अन्तर्गत हम पूर्व में प्राप्त अधिगम को स्मरण करते हैं। निबन्धात्मक प्रश्नों के उत्तर देने में बालक उससे सम्बन्धित तथ्यों का स्मरण करने का प्रयास करता है।
(4) यान्त्रिक स्मृति (Mechanical Memory )– इस स्मृति के अन्तर्गत हम विषय को रट कर याद रखते हैं या बार-बार अभ्यास से वह याद हो जाती है। पहाड़ों, वर्ग, घनमूल तथा सूत्र आदि को याद रखने की स्मृति यही है।
(5) व्यक्तिगत स्मृति (Personal Memory)– इसके अन्तर्गत व्यक्ति अपने व्यक्तिगत अनुभवों को स्मरण रखता है। यह व्यक्ति के साथ नये अनुभव होते हैं।
(6) अव्यक्तिगत स्मृति (Impersonal Memory) – इसके अन्तर्गत बिना व्यक्तिगत अनुभव किए बहुत सी बातों को याद रखता है। यह अनुभव प्रायः पुस्तकों से प्राप्त होते हैं।
(7) तार्किक स्मृति (Logical Memory)– इस स्मृति में हम वस्तु के औचित्य पर तर्क-वितर्क करके स्मरण रखते हैं ।
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