1932 के पूना समझौता का क्या परिणाम हुआ ?

1932 के पूना समझौता का क्या परिणाम हुआ ?

उत्तर ⇒ 26 सितंबर, 1932 को पूना में गाँधीजी और डा० अंबेदकर के बीच पूना समझौता हुआ जिसके परिणामस्वरूप दलित वर्गों (अनुसूचित जातियों) के लिए प्रांतीय और केंद्रीय विधायिकाओं में स्थान आरक्षित कर दिए गए। गाँधीजी ने अपना अनशन तोड़ दिया और हरिजनोद्धार कार्यों में लग गए।

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