पाठ्यचर्या उपागम से सम्बन्धित मुद्दे लिखिए।

पाठ्यचर्या उपागम से सम्बन्धित मुद्दे लिखिए।

उत्तर- पाठ्यचर्या उपागम से सम्बन्धित मुद्दे निम्न हैं—
( 1 ) पाठ्यचर्या उपागम का चयन किसी भी शैक्षिक कार्यक्रम में पाठ्यचर्या के सभी उपागम महत्त्वपूर्ण हैं और वे विभिन्न एवं महत्त्वपूर्ण उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं। शिक्षाविद् एक पाठ्यचर्या उपागम से दूसरे उपागम को अपेक्षाकृत अधिक उपयोगी मानते हैं। सवाल यह नहीं है कि कौनसा पाठ्यचर्या उपागम श्रेष्ठ है; किन्तु विचारणीय यह है कि एक संतुलित पाठ्यचर्या निर्माण में इसका अधिकतम प्रभावी प्रयोग कैसे किया जा सकता है।

(2) पाठ्यचर्या उपागम और विविध अनुदेशात्मक संगठनसामान्य शिक्षा तथा अंतर्विषयी उपागम दो ऐसी अवधारणाएँ हैं जो पाठ्यचर्या के क्षेत्र में अधिक मान्यता प्राप्त कर रही है। सामान्य शिक्षा’ किसी शैक्षिक कार्यक्रम का केन्द्र मानी जाती है। इसलिए छात्रों द्वारा यही चुनी जाती है। जबकि दूसरे उपागम में कई विषयों, जैसे—गणित, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन आदि को समाकलित किया जाता है। दुर्भाग्य यह है कि दोनों विचारधारा वाले शिक्षाविद् अपनी-अपनी मान्यताओं की संकीर्ण परिभाषाओं में जकड़े रहते हैं। सामान्य शिक्षा के नाम पर शिक्षक को छात्रों में सामाजिक समस्याओं और जरूरतों को सुलझाने सम्बन्धी कौशलों से वंचित नहीं रखना चाहिए। इसी प्रकार अंतर्विषयी उपागम में सामाजिक समस्या उपागम हेतु सदा ही विविध विषय क्षेत्र की सीमाएँ विलीन होनी चाहिए।
(3) पाठ्यचर्या उपागम एवं अनुदेशात्मक विधियाँ–पाठ्यचर्या योजनाकार पहले ज्ञान तथा तत्संबंधी विषय-वस्तु को लेते हैं और इसके बाद शिक्षण एवं अधिगम अनुभवों को अपनी दार्शनिक प्रवृत्ति के बावजूद उन्हें पाठ्चर्या के उक्त दोनों तत्त्वों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। बहुत से शिक्षाविद् पारम्परिक और आधुनिक उपागमों में स्पष्ट भेद करना चाहते हैं। पारम्परिक विचारधारा के शिक्षाविद् भाषण विधि में विश्वास रखते हैं और विषय-वस्तु की वकालत करते हैं किन्तु आधुनिक विचारधारा वाले शिक्षाविद् सामाजिक समस्याओं या उभरती हुई जरूरतों  का समर्थन करते हैं और समूह परिचर्चा जैसी शिक्षण विधियों का प्रयोग करने का पक्ष लेते हैं
जरूरत इस बात की है कि किसी एक आधारभूत पक्ष पर कठोरतापूर्वक बल न देकर शिक्षाशास्त्री संकुलन की उपागम अपनाएँ। उदाहरण के लिए, किसी कहानी के बारे में भाषण देते समय शिक्षक कहानी के पात्रों पर समूह चर्चा भी करवा सकता है।
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