साहित्य के निर्माण में प्रतिभा की भूमिका स्वीकार करते हुए लेखक किन खतरों से आगाह करता है ?
साहित्य के निर्माण में प्रतिभा की भूमिका स्वीकार करते हुए लेखक किन खतरों से आगाह करता है ?
उत्तर :- लखक साहित्य के निर्माण में प्रतिभाशाली मनुष्यों की भूमिका निर्णायक मानत हैं। लेकिन उन्होंने इस संबंध में सावधान किया है कि ये मनुष्य जो करते ह वह स्व अच्छा ही होता है, यह आवश्यक नहीं। उनके श्रेष्ठ रचना में दोष नहीं हो सकते ऐसी कोई बात नहीं। उनके कृतित्व को दोषमुक्त मान लेना साहित्य के विकास में खतरनाक सिद्ध हो सकता है। प्रतिभाशाली मनुष्यों की अद्वितीय उपलव्धियों के बाद कुछ नया और उल्लेखनीय करने की गुंजाइश बनी रहती है।
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