पूर्वाग्रह के हानिप्रद प्रभाव बताइये।

उत्तर— पूर्वाग्रह के हानिप्रद प्रभाव- पूर्वाग्रह किसी भी व्यक्ति या समाज के लिए हानिकारक होती है। पूर्वाग्रह से होने वाले हानिप्रद प्रभाव निम्न प्रकार हैं—
(1) पूर्वाग्रह से सामाजिक संघर्ष में वृद्धि होती है जिसके परिणामस्वरूप दंगे, उपद्रव आदि देखने को मिलते हैं। जिससे विभिन्न धर्म एवं जाति के लोग आपस में एकदूसरे को शक की निगाह से देखते हैं। अतः पूर्वाग्रह से सामाजिक समरसता, सद्भाव एवं एकता को हानि पहुँचती है।
(2) पूर्वाग्रह से राष्ट्रीय समाकलन का मार्ग मुश्किल होता है क्योंकि पूर्वाग्रह से विभिन्न सम्प्रदाय के लोगों में सद्भाव के सम्बन्ध स्थापित नहीं हो पाते हैं। जिससे राष्ट्रीय अखण्डता के तहत चलाई जाने वाली परियोजनाओं को असफलता मिलती है ।
(3) पूर्वाग्रह से सामाजिक विघटन होता है। जातीय पूर्वाग्रह, साम्प्रदायिक पूर्वाग्रह, धार्मिक पूर्वाग्रह से समाज उत्तरोत्तर टूटता चला जाता है जिससे सामाजिक दूरियाँ बढ़ती हैं। फलस्वरूप गृह युद्ध की सम्भावनाएँ बढ़ती हैं। इससे राष्ट्र की एकता विखण्डित हो जाती है।
(4) पूर्वाग्रह एक प्रकार का मीठा जहर होता है जो सामाजिक संरचना को अन्दर ही अन्दर खोखला कर देता है।
(5) पूर्वाग्रह के कारण ही समाज तथा समाज सेवी संस्थाओं द्वारा चलाए गए मानव कल्याण प्रोग्राम अभी तक अपने उद्देश्य की प्राप्ति नहीं कर सके हैं।
(6) पूर्वाग्रह व्यक्ति को एक अस्वस्थ वातावरण की ओर ले जाता है एवं उसकी मानसिकता को संकीर्ण करता है ।
(7) पूर्वाग्रह से व्यक्तियों के मध्य, समाज एवं अन्य प्रतिष्ठानों
में अशान्ति बढ़ती है जिसका सब पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
(8) इसके माध्यम से समाज में द्वेष, शत्रुता, आक्रामकता तथा विघटन बढ़ता है।
(9) स्वस्थ सामाजिक जीवन पर पूर्वाग्रहों का विपरीत प्रभाव पड़ता है।
इस प्रकार हम देखते हैं कि सकारात्मक पूर्वाग्रह की अपेक्षा नकारात्मक पूर्वाग्रह अधिक हानिप्रद है अतः हमें पूर्वाग्रह के निर्माण एवं संपोषण को रोकना अनिवार्य है।
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