Bihar Board Class 9Th Science chapter 12 गुरुत्वाकर्षण (Gravitation) Solutions | Bseb class 9Th Chapter 12 गुरुत्वाकर्षण (Gravitation) Notes

Bihar Board Class 9Th Science chapter 12 गुरुत्वाकर्षण (Gravitation) Solutions | Bseb class 9Th Chapter 12 गुरुत्वाकर्षण (Gravitation) Notes

प्रश्न- गुरुत्वाकर्षण बल से आप क्या समझते हैं ? 
उत्तर— वो बल जिसके द्वारा संसार की हर एक वस्तु दूसरे वस्तु को अपने तरफ खिंचती है, गुरुत्वाकर्षण बल कहलाती है ।
प्रश्न- गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम बताइये ।
उत्तर— ब्रह्माण्ड की प्रत्येक वस्तु अन्य वस्तु को एक बल से आकर्षित करती है जो दोनों वस्तुओं के द्रव्यमान के गुणनफल के समानुपाति तथा उनके बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इसे गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम कहा जाता है।
F ∞ m1 x m2                        जहाँ m1 , m2 – वस्तु का द्रव्यमान
F ∞ d2                                  d – बीच की दूरी
अत: F = G. m1 x m2 / d2      G = gravitational constant
प्रश्न- मुक्त पतन से आप क्या समझते हैं ?  
उत्तर— जब कोई वस्तु धरती की तरफ पृथ्वी के गुरुत्व बल के कारण मुक्तावस्था में गिरती है तो इसे मुक्त पतन कहा जाता है।
प्रश्न- आर्किमीडीज के सिद्धांत’ की व्याख्या करें । 
उत्तर— आर्किमीडीज के सिद्धांत के अनुसार जब किसी वस्तु को पूर्ण या आंशिक रूप से किसी द्रव में डुबोया जाता है तो उस वस्तु पर एक बल कार्य करता है जो उस वस्तु द्वारा हटाए गए द्रव के भार के बराबर होता है। ऊपरी दिशा में लगने वाले इस बल को हम उत्प्लावन बल कहते हैं ।
प्रश्न- आपेक्षिक घनत्व से आप क्या समझते हैं ? 
उत्तर— आपेक्षिक घनत्व किसी वस्तु का घनत्व व पानी के घनत्व का अनुपात होता है।
आपेक्षिक घनत्व = वस्तु का घनत्व / पानी का घनत्व
इसका कोई मात्रक नहीं होता है क्योंकि यह दो समरूप राशियों का अनुपात है।
प्रश्न- पृथ्वी तथा उसकी सतह पर रखी किसी वस्तु के बीच लगने वाले गुरुत्वाकर्षण बल का परिमाण ज्ञात करने का सूत्र लिखिए ।
उत्तर— F = G – M x m / d2
प्रश्न- गुरुत्वीय त्वरण से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर— जब वस्तु पृथ्वी की ओर गिरती है तो उसपर त्वरण कार्य करता है । यह त्वरण पृथ्वी के गुरुत्वीय बल के कारण होता है। अतः इस त्वरण को गुरुत्वीय त्वरण कहते हैं।
प्रश्न- किसी वस्तु के द्रव्यमान तथा भार में क्या अन्तर है ?
उत्तर—
द्रव्यमान भार
यह वस्तु में उपस्थित कुल पदार्थ की मात्रा है ।
यह वह बल है जिस बल से पृथ्वी किसी वस्तु को अपनी ओर आकर्षित करती है।
किसी वस्तु का द्रव्यमान सभी जगहों पर स्थिर होती है ।
वस्तु का भार स्थान परिवर्तन से बदलता रहता है ।
इसे किलोग्राम ( kg) इकाई में मापा जाता है ।
इसे न्यून्टन (N) इकाई में मापा जाता है।
इसे भौतिक तुला की सहायता से मापा जाता है।
इसे कमानीदार तुला की सहायता से मापा जाता है।
प्रश्न- उत्प्लावकता से आप क्या समझते हैं ? 
उत्तर— तरल पदार्थ (गैस तथा द्रव) का वह गुण जिसके कारण किसी वस्तु को उसमें डुबाये जाने पर वह वस्तु पर ऊपर की ओर एक बल आरोपित करता है, उत्प्लावकता कहलाता है।
प्रश्न- पानी की सतह पर रखने पर कोई वस्तु क्यों तैरती या डूबती है ?
उत्तर— पानी की घनत्व से कम घनत्व वाली वस्तुएँ पानी की सतह पर तैरेंगी परन्तु, पानी की घनत्व से अधिक घनत्व वाली वस्तुएँ पानी में डूब जायेंगी।
प्रश्न- आपके पास एक रूई का बोरा तथा एक लोहे की छड़ है। तुला पर मापने पर दोनों 100 kg द्रव्यमान दर्शाते हैं । वास्तविकता में एक-दूसरे से भारी है। क्या आप बता सकते हैं कि कौन-सा भारी है और क्यों ?
उत्तर— लोहे की छड़ ।
कारण— लोहे का घनत्व (किलोग्राम प्रति घन मीटर ) (Kgm – 3 ) रूई के घनत्व से अधिक है ।
प्रश्न- यदि दो वस्तुओं के बीच की दूरी को आधा कर दिया जाए तो उनके बीच गुरुत्वाकर्षण बल किस प्रकार बदलेगा?
उत्तर— गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियमानुसार दो वस्तुओं के बीच लगने वाला गुरुत्वाकर्षण बल उनके बीच दूरी के वर्ग के होता है ।
अर्थात्, F ∞ 1/R2
यदि दूरी को आधा कर दिया जाय तो
F ∞ 1 / (r / 2)2  या, F ∞ 4 / R2 या, F / F = 4 / R2/1 / R2
या, F’/F = 4        ∴  F = 4F
अतः वस्तु के बीच दूरी आधा करने पर उनके बीच लगने वाली गुरुत्वाकर्षण बल चार गुना हो जाता है ।
प्रश्न- पृथ्वी तथा उसकी सतह पर रखी किसी 1kg की वस्तु के बीच गुरुत्वीय बल का परिमाण क्या होगा ? ( पृथ्वी का द्रव्यमान 6.4 x 1024 kg है तथा पृथ्वी की त्रिज्या 6.4 x 106 m है) ।
उत्तर— गुरुत्वीयस्थिरांक, G = 6.67 x 10-11 Nm2 kg-2
पृथ्वी का द्रव्यमान,     m1 = 6 x 1024 kg
वस्तु का द्रव्यमान,      m2 = 1kg
पृथ्वी की त्रिज्या,        R = 6.4 x 106 m
गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियमानुसार,
 F = G x m1 x m2 / R2
या, F = 6.67 x 10-11 x 6 x 1024 x 1 / (6.4 x 106)2             या, F = 9.8 N
प्रश्न- दो वस्तुओं के बीच लगने वाले गुरुत्वाकर्षण बल का क्या होगा, यदि
(i) एक वस्तु का द्रव्यमान दोगुना कर दिया जाए ? (ii) वस्तुओं के बीच की दूरी दोगुनी अथवा तीन गुनी कर दी जाए ?
(iii) दोनों वस्तुओं के द्रव्यमान दोगुने कर दिए जाएँ ?
उत्तर— गुरुत्वाकर्षण के सार्वभौमिक नियम से,
          F = G x m1 x m2 / r2
(i) किसी एक वस्तु के द्रव्यमान को दो गुना करने पर वस्तुओं के बीच लगने वाला बल भी दोगुना हो जाता है ।
(ii) जब वस्तुओं के बीच दूरी को दोगुना किया जाता है तो उनके बीच लगने वाला बल एक-चौथाई रह जाता है। दूरी तीन गुना करने पर बल का मान घटकर 9वाँ भाग रह जाता है ।
(iii) यदि दोनों वस्तुओं का द्रव्यमान दोगुना किया जाता है तो उनके बीच लगने वाला बल चार गुना हो जाता है।
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